– डीसी निशांत कुमार यादव पहुंचे मौके पर, एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ की टीम भी पहुंची
– दुर्घटना में मलबे में दबे दो व्यक्तियों को जिंदा निकालने में मिली सफलता, दो अन्य को  नही बचाया जा सका

गुरूग्राम, 03 अक्तुबर। गुरूग्राम के उद्योग विहार फेज-1 मंे सोमवार को अल सुबह हुए हादसे में जिला प्रशासन ने मुस्तैदी से काम करते हुए दबे चार श्रमिकों मंे से दो को जीवित निकाल लिया तथा गंभीर रूप से घायल दो अन्य श्रमिकों को नजदीकि अस्पताल में भेजा गया जहां पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है।   

उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव भी घटना स्थल पर पहुंचे और उन्हांेने हादसे की पूरी जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि उद्योग विहार फेज-1 के प्लॉट नंबर 257 में एक पुरानी बिल्डिंग थी जिसकों तोड़ने का कार्य पिछले लगभग एक महीने से चल रहा था। इस कार्य मंे लगे 6 श्रमिक इसी बिल्डिंग में रह रहे थे। सोमवार अल सुबह यह बिल्डिंग गिर गई और उस समय दो श्रमिक सुबह जल्दी उठकर घूमने गए हुए थे। मलबे में चार श्रमिक दब गए थे। जिला प्रशासन की टीम ने तत्परता से कार्य करते हुए दबे हुए श्रमिकों को मलबे से निकाला। इनमें दो श्रमिकों को सुरक्षित निकाला जा सका जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हें अस्पताल में ले जाने पर मृत घोषित किया गया। ये सभी श्रमिक उत्तर प्रदेश के उन्नाव क्षेत्र के रहने वाले हैं। इस बीच जिला प्रशासन के बुलावे पर एसडीआरएफ अर्थात् राज्य आपदा राहत बल तथा एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत बल) की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी।

 इस हादसे की जांच के लिए उपायुक्त श्री यादव ने एसडीएम गुरूग्राम रविंद्र यादव की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी गठित करने के आदेश दिए हैं। इस कमेटी के अन्य सदस्यों में सहायक श्रमायुक्त-1, औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहायक निदेशक, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता तथा हरियाणा राज्य औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम के वरिष्ठ प्रबंधक को शामिल किया गया है। यह कमेटी हादसे के कारणों की जांच कर जिम्मेदारी तय करेगी, भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो उसके लिए सुरक्षा उपायों के बारे में सुझाव देगी और हादसे में मारे गए तथा घायल हुए व्यक्तियों को राहत व मुआवजा जल्द दिलवाने का कार्य करेगी। घटना स्थल पर सोमवार को राहत व बचाव कार्य गुरूग्राम के एसडीएम रविंद्र यादव तथा औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहायक निदेशक शैलेस की देखरेख में किया गया। सिविल डिफेंस की टीम ने भी इस कार्य में सहयोग दिया।

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