सोमवार को एक बार फिर इमारत के मलबे में दो मजदूरों की मौत  
मामला मिलेनियम सिटी गुरुग्राम के उद्योग विहार इलाके का बताया गया
बीते करीब 1 महीने से 3 मंजिला बिल्डिंग तोड़ने का चल रहा था कार्य
हादसे के समय बिल्डिंग में काम करनेवाले 6 मजदूर मौजूद बताए गए
ताश के पत्ते की तरह गिरी बिल्डिंग के मलबे में 4 मजदूर दब गए
इस हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन में मच गया हड़कंप
एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड सहित अन्य बचाव दल भी पहुंचे मौके पर
मलबे में दबे दो मजदूरों को अस्पताल पहुंचाने पर मृत घोषित किया

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम । दक्षिणी दिल्ली के साथ लगते और हरियाणा के खजाने में सबसे अधिक राजस्व देने वाले साइबर सिटी गुरुग्राम की पहचान गगनचुंबी इमारतों के रूप में पूरी दुनिया में स्थापित हो चुकी है । जिस प्रकार से यहां गगनचुंबी इमारतें बन रही है, आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है । इसके विपरीत बीते कुछ समय से जिस प्रकार नियमित अंतराल पर गगनचुंबी इमारतों में हो रहे हादसे की घटनाएं सामने आ रही हैं , उसे देखते हुए बेमौत मौत मर रहे मजदूरों को देखते हुए मजदूरों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े होने आरंभ हो गए हैं ? हादसे होते हैं ,मजदूर मरते हैं ,लेकिन जांच के बाद दोषियों को जो सजा मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पा रही है ? केवल मात्र मौत के बाद मजदूर की मौत का परिजनो-आश्रितों को मुआवजा देकर जांच का कार्य चलता ही रहता है ।

सोमवार को साइबर सिटी गुरुग्राम के उद्योग विहार क्षेत्र में ऐसा ही एक और मामला सामने आया , जब सुबह के समय तीन मंजिला एक इमारत भरभरा कर गिर पड़ी। गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले गुरुग्राम में हुई बरसात के बाद जिस प्रकार से साइबर सिटी वाटर सिटी के रूप में दिखाई दी, ऐसे में इस बात से इंकार नहीं की बरसात के पानी की नमी भी बरसात के बाद इस प्रकार के हादसों का कारण भी हो सकती है । आरंभिक जानकारी के मुताबिक उद्योग विहार फेस 1 में सोमवार को प्रातः काल 3 मंजिला इमारत भरभरा कर जमीन पर आ गिरी । सूत्रों के मुताबिक इस बिल्डिंग को बीते करीब 1 महीने से तोड़ने का काम किया जा रहा था । हादसे वाले समय बिल्डिंग के सेकंड फ्लोर के लेंटर को तोड़ने का काम किया जा रहा था। यहां काम करने वाले मजदूर इसी बिल्डिंग में ही रह रहे थे ।

सूत्रों के मुताबिक अचानक बिल्डिंग भरभरा कर गिरी और बिल्डिंग के मलबे में 4 मजदूर बुरी तरह से फस गए। कंक्रीट और लोहे का मलवा होने की वजह से दबे मजदूर बुरी तरह से जख्मी भी हो गए । इस हादसे की जैसे ही जानकारी प्रशासन को मिली तो बचाव के लिए मौके पर फायर ब्रिगेड ,एनडीआरएफ ,पुलिस प्रशासन अन्य बचाव दल सभी प्रकार का साजो समान और उपकरण लेकर घटनास्थल पर पहुंच गए । कई घंटे की मशक्कत के बाद यहां बिल्डिंग के मलबे में फंसे मजदूरों को निकाला गया और बिना देरी किए बेहद गंभीर घायल अवस्था में मजदूरों को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें से दो मजदूरों को डॉक्टरों के द्वारा मृत घोषित कर दिया गया, जबकि अन्य दो गंभीर घायल मजदूर उपचाराधीन बताए गए । बचाव दल को भी मजदूरों को मलबे से बाहर निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी । सीमेंट के स्लैब तोड़ने पड़े ,लेंटर में लगे लोहे के सरिए भी बचाव दल को काटने पड़े । अब देखना यह है कि इस पूरे हादसे के लिए किस प्रकार की जांच अमल में लाकर वास्तविक दोषियों की पहचान कर, बेमौत मौत मरे मजदूरों को इंसाफ दिलाया जा सकेगा।

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