गुड़गांव – आज दिनांक 02-10-2022 को आल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गनाइजेशन (AIDYO) जिला कमेटी, गुड़गांव के तत्वावधान मे शहीद भगत सिंह की 116वीं जयन्ती के उपलक्ष्य में “शहीद भगत सिंह के सपनों का भारत” विषय पर तिकोना पार्क सैक्टर-5, गुडगांव में परिचर्चा आयोजित की गई। एआईडीवाईओ के जिला सचिव राजेश गोस्वामी ने संचालन किया। राज्य सांगठनिक कमेटी के इंचार्ज बलवान सिंह ने शहीद ए आजम भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर परिचर्चा की शुरुआत की। परिचर्चा में शामिल सभी ने बारी-बारी शहीद भगत सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

जिला सचिव राजेश गोस्वामी ने शुरुआत में एक क्रांतिकारी गीत गाया और अपने विचार रखते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के तमाम क्रांतिकारियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब वर्तमान समस्या बेरोजगारी, महंगाई ,भ्रष्टाचार ,भूखमरी, सांप्रदायिकता अपसंस्कृति सहित तमाम समस्याओं के खिलाफ जुझारू युवा आंदोलन निर्मित करने के संघर्ष में अपने को शामिल करेंगे तथा तमाम समस्याओं की जड़ मरणासन्न पूंजीवाद को उखाड़ फेंक कर शहीद भगत सिंह के सपनो के अनुरुप नई समाजवादी आर्थिक व्यवस्था का निर्माण करेंगे।

एआईयूटीयूसी जिला सचिव श्रवण कुमार ने अपने विचार रखते हुए कहा कि शहीद ए आजम भगत सिंह ने न केवल देश को आजाद कराने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया, बल्कि आजाद भारत में शोषण रहित समाज की स्थापना का उद्देश्य भी अपने विचारों और लेखो के माध्यम से देश के सामने रखा। उनका यह सपना आज भी अधूरा है।

बलवान सिंह, राज्य संयोजक ने अपने विचार रखते हुए बताया कि वर्तमान में पूरे देश के अंदर भयंकर बेरोजगारी व महंगाई का आलम है। देश का युवा वर्ग बेरोजगारी व तंगहाली के चलते अवसाद ग्रस्त होकर आत्महत्या जैसे निम्न कृत्य करने पर मजबूर हैं। महंगाई के चलते हर परिवार अपना रोजमर्रा की जिंदा रहने के लिए आवश्यक चीजों को भी मुहैया करा पाने में असमर्थ हो रहा है। यह स्थिति हमारे देश में शासक वर्ग की युवा विरोधी, जनविरोधी नीतियों के परिणाम स्वरुप है। अत: हमें शहीद ए आजम भगत सिंह सरीखे क्रन्तिकारीयों के जीवन से प्रेरणा लेकर देश के युवाओं को शिक्षित व जागरूक करते हुए संगठित करना होगा। इसलिए वर्तमान में ऐसे भयंकर हालात से निजात पाने का एकमात्र रास्ता आंदोलन है। हमें अपने हक अधिकारों के लिए — मौजूदा अधिकारों को बचाने व वर्तमान स्थिति में जरूरी हक अधिकारों को हासिल करने के लिए एक जुझारू युवा आंदोलन का निर्माण करना होगा। क्योंकि देश के युवा ही इन हालात को बदलने की क्षमता रखते हैं। इसके लिए हमें शहीद ए आजम भगत सिंह के जीवन संघर्ष और आदर्श को आत्मसात करना होगा।

परिचर्चा में जिला उपाध्यक्ष वजीर सिंह व महेन्द्र सिंह, पंकज चौधरी, कमलकांत,अशोक दवे, चमन लाल, बाबू लाल जी, संजीव वर्मा, कोमल सिंह, उत्तम, देव प्रसाद, अशोक दास, चन्दन, अनूप विश्वास आदि ने हिस्सा लिया। 
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