-कमलेश भारतीय टी 20 क्रिकेट से भी रोचक हो गया है कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव ! जैसे जैसे खेल बढ़ रहा है , वैसे वैसे रोचकता बढ़ती जा रही है और देशवासी बड़ी उत्सुकता से दिल थामे इस खेल के अंत का इंतज़ार कर रहे हैं । पहले तो बहुत ही रुखा सूखा खेल चल रहा था जब कांग्रेस हाईकमान ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पर फैसला किया लेकिन फिर राजस्थान के मुख्यमंत्री पद से चिपके रहने की चाह ने खेल में जो रोचकता बढ़ाई , उससे देशवासियों में कौतूहल और उत्साह एकदम ठाठें मारने लगा ! यानी एक मुख्यमंत्री के पद से भी नीचे है कांग्रेस जैसी बड़ी व सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष पद ? क्या यह स्वीकार्य है ? कांग्रेस हाईकमान को ही अध्यक्ष बने बिना खेल दिखाने लगे या आंखें दिखाने लगे गहलोत जी ? सबसे निकट और अब सबसे दूर हो गये । हाईकमान के पास माफीनामा लिखकर ले गये किसी रुआँसे बच्चे की तरह ! सचिन पायलट को क्यों अवसर नहीं देना चाहते थे ? क्या युवाओं को बस इंतज़ार ही करना पड़ेगा ? इस खेल में अपनी फजीहत करवा ली ! अर्श से फर्श पर आ गिरे सोनिया गांधी की नज़र में ! न इधर के रहे , न उधर के रहे ! न खुदा ही मिला , न बिसाले सनम ! न मुख्यमंत्री पद रहेगा अब तो ऐसा लगता है ! हाशिये पर चले जायेंगे या कोई नया खेल दिखायेंगे ? कहते है राजस्थान में कि बड़े जादूगर हैं अशोक गहलोत ! क्या जाने पिटारी में से क्या निकाल लायें ? क्या माफी मांगने से बात बन जायेगी ? वैसे जी 23 से आनंद शर्मा तुरंत अशोक गहलोत से मुलाकात करने पहुंच गये ! यह नया ट्विस्ट है ! जी 23 से ही हैं मनीष तिवारी और मुकुल वासनिक जो दौड़ में बताये जा रहे हैं । बाकी तो आज नामांकन से पत्ते खुलेंगे ! राजस्थान का खेल अभी बाकी है , ऐसे लगता है ! इधर अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों की सूची बढ़ती जा रही है । पहले सिर्फ शशि थरूर ही का नाम चल रहा था । अब तो मल्लिकार्जुन खडसे, दिग्विजय सिंह भी आ गये मैदान में ! खैर ! टी 20 के रोमांचक खेल जैसा बना दिया गहलोत ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को ! दिल थाम कर देखिए आठ अक्तूबर तक कांग्रेस आईपीएल !-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी । Post navigation 1 अक्टूबर, वृद्ध व्यक्तियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस……..बुजुर्ग हमारे वजूद है न कि बोझ अनचाहे गर्भ से कानूनी छुटकारा, क्या बदलेगी तस्वीर?