–दलितों की काली दिवाली न बनाए सरकार – जयहिन्द रौनक शर्मा रोहतक – जिले के महम हल्के के सिंघपुरा गांव में प्रसासन द्वारा एक पुराने मामले के आधार पर अनुसूचित समाज के मकानों को गिराने के मामले को लेकर दलित समाज ने समाजसेवी नवीन जयहिंद से गुहार लगाई दलित समाज को अपना समर्थन देने और प्रसासन द्वारा उनके मकान नही तोड़े जाए इसके लिए नवीन जयहिंद महम हल्के के गाँव सिंघपुरा पहुँचे ओर पीड़ितों की बातो को ध्यान से सुना और प्रसासन द्वारा पीड़ितों के मकान ना तोड़ने की अपील की नवीन जयहिंद से गाँव के मौजूदा सरपंच ओर दूसरे ग्रामवासियो ने बात करते हुए बताया कि वे जिस जगह पर मकान बनांकर रह रहे हैं वो उनकी दादा लाई जगह हैं और पिछले 40 -50 सालों से यही रह रहे हैं लेकिन अब प्रसासन किसी के दबाव में आकर ओर कोर्ट का हवाला देकर उनके मकानों को तोड़ना चाहता हैं जिससे वे बेघर हो जाएंगे उनके पास रहने के लिए दूसरा कोई मकान भी नही हैं वे मजदूरी करके अपने बच्चो का पालन पोषण कर रहे हैं जयहिन्द ने पीड़ितों से बात करने के बाद बताया कि प्रसासन ओर सरकार गरीब पीड़ितों के साथ गलत कर रहा हैं और कोर्ट का डर दिखाकर गरीबो के मकान तोड़ना गलत हैं जबकि अनुसूचित समाज के पीड़ित व्यक्ति पिछले कई सालों से यहां घर बनांकर रह रहे हैं अगर प्रसासन ओर सरकार को सुप्रीमकोर्ट के आदेश का इतना ही डर हैं तो पहले सरकार सुप्रीमकोर्ट के उस आदेश का पालन करे जिसमे सुप्रीमकोर्ट ने एसवाईएल का पानी पंजाब से लेकर हरियाणा के किसानों को देने का आदेश दिया हुआ हैं जब खट्टर सरकार सुप्रीमकोर्ट के उस आदेश को ढेंगा दिखा रही हैं तो फिर इन गरीबो के मकानों को तोड़कर कौन सा पहाड़ तोड़ लेगी साथ ही नवीन जयहिंद ने अनुसूचित समाज के बने हुए अन्य संगठनों से भी सिंघपुरा गांव के पीड़ितों के समर्थन में आने बारे कहा कि जब आप समाज के पीड़ित व्यक्तियो को सहयोग नही दे सकते तो फिर समाज के नाम पर संगठन बनांकर क्यो दिखावा कर रहे हो दलितों की काली दिवाली न बनाए सरकार – जयहिन्द जयहिंद ने बताया कि कुछ दिनों के बाद हिन्दुओ के पवित्र त्यौहार दशहेरा ओर दिवाली आ रही है ओर हर घर परिवार की मन मे एक इच्छा होती हैं कि उनका त्यौहार दुसरो की तरह अच्छे से मनाया जा सके घर परिवार में सुख चैन बना रहे लेकिन सरकार गरीब परिवारों के मकानों को तोड़कर उनकी दिवाली को काली दिवाली बनाने के लिए मजबूर कर रही हैं अगर उनके घर को ही उजाड़ दिया जाएगा तो उनकी शादी के लायक हो चुकी लड़किया बेघर हो जाएगी और सड़को पर रहने को मजबूर हो जाएगी जयहिंद ने कहा कि सरकार और प्रसासन को कम से कम उनकी शादी के लायक हो चुकी बेटियों के बारे में तो सोचना चाहिए क्या सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे मात्र एक ढकोसला हैं जो सिर्फ जनता को भृमित करने तक सीमित हैं एक परिवार की बेटी पूरे समाज की बेटी होती हैं इसलिए पीड़ितों के मकान को गिराने से पहले सरकार और प्रसासन को अवश्य सोचना चाहिए ताकि दिवाली का पवित्र त्यौहार पूरा समाज खुशी से मना सके ग्रामीणों ने हल्के के विधायक और सांसद को सुनाई खरी खरी सिंघपुरा गांव में प्रसासन द्वारा अनुसूचित समाज के मकान तोड़ने के मामले में ग्रामीणों में भारी रोष हैं ग्रामवासियो का कहना हैं कि चुनाव के समय नेता वोट लेने के लिए घर घर घूमते हैं लेकिन अब प्रसासन द्वारा हमारे मकान तोड़ने के मामले पर चुपी साधे हुए हैं ग्रामवासियो ने रोहतक के सांसद और महम के विधायक बलराज कुंडू को खरी खरी सुनाई ग्रामीणों का कहना हैं कि महम के विधायक बलराज कुंडू से प्रसासन द्वारा मकान गिराने के मामले पर ग्रामवासियो ने गुहार लगाई तो ग्रामीणों ने बताया कि इस सम्बंध में महम विधायक बलराज कुंडू ने हाथ खड़े कर दिए और कोर्ट का हवाला देकर बचते नजर आए ग्रामीणों ने बताया कि हम रोहतक के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर से भी इस मामले में गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही पीड़ितों ने बताया कि हमने समाजसेवी नवीन जयहिंद से इस मामले में फोन पर बात की तो जयहिंद ने गाँव मे पहुँचकर उन्हें पूरा आश्वाशन दिया और कहा कि किसी भी कीमत पर आपके मकानों को नही तोड़ने दिया जाएगा बेसिक इसके लिए उन्हें जेल ही जाना पड़े जयहिंद खुलकर प्रसासन द्वारा तोड़े जाने वाले मकानों के समर्थन में आ गए हैं और उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों से पीड़ितों का सहयोग देने की अपील भी की हैं Post navigation मुख्यमंत्री के निदाना गाँव के लोग अबकी बार दशहरे पर सीएम का पुतला फूंके – नवीन जयहिंद मामला सिंघपुरा गांव में दलितों के घर गिराने का – पहले बलराज कुंडू का इनकार नवीन जयहिंद को देख फिर दलितों के लिए कुंडू का प्यार