पूरे देश व दुनिया को पता चल गया कि भाजपा खट्टर सरकार विकास, नागरिक सुविधाओं के नाम पर किस तरह प्रदेशवासियों को ठगकर सरकारी खजाने को लूट रही है। विद्रोही 24 सितम्बर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया मोनसून ने जाते-जाते एकबार फिर भाजपा खट्टर सरकार के कथित विकास, नागरिक सुविधाओं के ढांचे व सफाई व्यवस्था को ना केवल बेनकाब कर दिया अपितु खट्टर जी व संघीयों का कथित विकास, सडकों, मौहल्लों, गलियों में बनी नदियो, तालाबों में शान से तैरता हुआ नजर आ रहा है। विद्रोही ने कहा कि मोनसून बरसात शुरू होने से पहले ही हमारा आरोप था कि रेवाडी, गुरूग्राम सहित पूरे दक्षिणी हरियाणा में मोनसून पूर्व सफाई का करोडों रूपये का बजट सत्तारूढ़ संघी व प्रशासन मिलकर हडप गए और कहीं भी नाले, नालियों, सीवरों व पानी निकासी मार्ग की सफाई नही हुई। मोनसून की पहली बरसात ने शुरू में ही 12 जिलों को जो बेहाल किया था, वैसी ही बेहाली पूरे मोनसून के समय पूरे हरियाणा के हर शहर, कस्बे, गांव में नजर आई। अब मोनसून ने जाते-जाते जो हाल गुरूग्राम का किया व पूरे गुरूग्राम को नदी व तालाब में बदला, उससे हरियाणावासियों को ही नही अपितु पूरे देश व दुनिया को पता चल गया कि भाजपा खट्टर सरकार विकास, नागरिक सुविधाओं के नाम पर किस तरह प्रदेशवासियों को ठगकर सरकारी खजाने को लूट रही है। विद्रोही ने कहा कि विगत 3-4 दिनों से रेवाडी शहर की हालत वर्षा से बद से बदतर कर दी। प्रशासन के अधिकारी सडकों पर खड़े होकर मीडिया में फोटो पोज देकर बडी-बडी बाते जरूर कर रहे है, लेकिन जमीन पर कुछ नही हो रहा। स्थिति वहीं ठाक के तीन पात है। विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर जी व उनका प्रशासन शुचिता, पारदर्शिता, विकास के लाख दावे करे, लेकिन धरातल की सच्चाई यही है कि विकास के नाम पर जनता को ठगा जा रहा। वहीं शुचिता, पारदर्शिता, ईमानदारी की दुहाई देकर हरियाणा वासियों को लूटा जा रहा है। संघीयों की तिजौरियां भरती जा रही है व आमजन की आर्थिक व सामाजिक हालत भाजपा-संघी राज में दिन-प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है। महंगाई, बेरोजगारी, कुशासन, भ्रष्टाचार, आर्थिक बदहाली व जंगलराज ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है। Post navigation महानायक राव तुलाराम सरीखे सेनानी हमारे प्रेरणास्रोत : राव इंद्रजीत मूसलाधार बरसात से किसानों पर चौतरफा चोट, मुआवजा बिना किन्तु-परन्तु प्रभावित किसानों को मिले : विद्रोही