नेताओं के लिए राव तुलाराम का शहीदी दिवस वोट हडपने का जरिया ! विद्रोही

17 वर्ष बाद भी में राव तुलाराम की घोड़े पर सवार भव्य मूर्ति राव तुलाराम पार्क में लगवाने के वर्ष-2005 के वादे का क्या बना? विद्रोही
हरियाणा के निर्माण के 56 साल बाद भी 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा राव तुलाराम का उचित स्मारक तक रेवाड़ी न बन पाना बताता है कि हम अपने शहीदों के सम्मान के प्रति हम कितने गंभीर है। विद्रोही

23 सितम्बर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा वीर व शहीदी दिवस पर पुष्पाजंली अर्पित करके 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा अमर शहीद राव तुलाराम व अन्य शहीदों को भावभीनी श्रद्धाजंली दी। अमन यादव व अजय कुमार ने भी शहीदों के प्रति अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।        

इस मौके पर विद्रोही ने कहा कि वर्षो से राव तुलाराम दिवस के नाम पर राजनीति हो रही है, लेकिन हरियाणा के निर्माण के 56 साल बाद भी 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा राव तुलाराम का उचित स्मारक तक रेवाड़ी न बन पाना बताता है कि हम अपने शहीदों के सम्मान के प्रति हम कितने गंभीर है। 1988 में नाईवाली चौक पर राव तुलाराम की कांस्य प्रतिमा तो स्थापित की गई, लेकिन यह चौराहा इतना संकरा है कि बार-बार तुलाराम की मूर्ति का चबूतरा क्षतिग्रस्त होता रहता है और इससे यातायात भी बाधित होता है। विद्रोही ने कहा कि वर्ष 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा व राव इन्द्रजीत की मौजूदगी में राव तुलाराम की कांस्य प्रतिमा के समक्ष इस मूर्ति के स्थान को बदलकर पास के राव तुलाराम पार्क के कोने में घोड़े पर सवार राव तुलाराम की आदम कद की मूर्ति लगाने की घोषणा हुई थी, पर घोषणा के 16 साल बाद भी इस पर अमल न होना बताता है कि नेताओं के लिए राव तुलाराम का शहीदी दिवस केवल वोट हडपने का जरिया है। 

 अपने को राव तुलाराम का वंशज बताकर लोगो को भावनात्मक रूप से बरगलाकर राव तुलाराम के नाम से वोट हड़पने वाले गुरुग्राम के सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह से विद्रोही ने सार्वजनिक सवाल पूछा कि 17 वर्ष बाद भी में राव तुलाराम की घोड़े पर सवार भव्य मूर्ति राव तुलाराम पार्क में लगवाने के वर्ष-2005 के वादे का क्या बना? विद्रोही ने आरोप लगाया जो नेता इतने लम्बे वर्षो तक सत्ता पर काबिज रहने बाद भी अपने पूर्वज का सम्मानजनक स्मारक तक न बनवा सके वह दक्षिणी हरियाणा के हितो की रक्षा, विकास, जनहित क्या ख़ाक करेगा?

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