प्रदर्शनकारी दलितों की तरफ से भी घटना के दूसरे दिन चोटिल 11 लोगों का कराया गया मेडिकल मृतक विक्रम के परिजनों का एलान, हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी तक जारी रहेगा धरना,शव का 15 वें दिन भी नही हुआ अंतिम संस्कार हिसार,22 सितम्बर 2022 – दलित युवक विक्रम कापड़ों हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर सामान्य अस्पताल हिसार में चल रहा धरना 15 वें दिन भी जारी रहा। मृतक विक्रम के परिजनों विक्की, सोनू, सज्जन ने आरोप लगाते हुए कहा की बुधवार को पुलिस ने सोची समझी साजिश के तहत हमारे प्रदर्शनकारियों पर एकाएक पहल करते हुए हमला किया था, बाद में जो हुआ वो एक्शन का रिएक्शन था। पुलिस द्वारा दलितों पर पहले हमला करने के जो आरोप लगाए गए हैं वो सब झठे है। लघुसचिवालय गेट के दोनों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं पुलिस उनकी वीडियो फुटेज मीडिया को उपलब्ध करवाए उसमे सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। बुधवार के लघुसचिवालय पर हुए विवाद में पीड़ित पक्ष की तरफ से भी करीब दो दर्जन लोगों को पुलिसिया कहर से चोटे आई है जिनमे से 11 लोग गुरुवार को अपना मेडिकल करवाने के लिए सामने आए है। जिनकी गुरुवार को सामान्य अस्पताल में एमएलआर कटाई गई है। पीड़ित पक्ष ने ये भी आरोप लगाया की उनके 10-12 साथी अब भी गायब है ये वो लोग है जो पुलिस हिरासत में लिए गए थे जिनकी वीडियो फुटेज भी है। गुरुवार को धरनास्थल पर पीड़ित परिवार व दलित संगठनों की बैठक हुई। जिसमें इस आंदोलन को तेज करने का फैसला लिया गया। पीड़ित पक्ष पर एफआईआर दर्ज सिविल लाइन थाना में मृतक विक्रम कापड़ों पीड़ित पक्ष के खिलाफ एफआईआर नम्बर 575 धारा 114,147,149,186,332,353 आईपीसी में दर्ज की गई है। इस एफआईआर में एडवोकेट बजरंग इन्दल,भीम आर्मी जिलाध्यक्ष प्रदीप भांखड़,प्रवक्ता संतलाल अम्बेडकर, छगे राम को नामजद करते हुए अन्य 150/200 अज्ञात प्रदर्शनकारियो को अभियुक्त बनाया गया है। इस उपद्रव के मामले में एक नामजद अभियुक्त छगेराम को पुलिस ने मौके पर ही पकड़ लिया था। जिसको गुरुवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। पीड़ित पक्ष की तरफ से इनका हुआ मेडिकल गुरुवार को पीड़ित पक्ष की तरफ से भी सामान्य अस्पताल हिसार में 11 लोगों की देर रात तक एमएलआर कटाई गई। चोटिल हुए प्रदर्शनकारियों में जिनका मेडिकल हुआ है उसमे सुमेर चंद गांव नियाणा,देवीलाल बागड़ी निवासी नियाना,जयवीर, स्तिन, सतपाल,सोनू,सुनील, राजपाल सभी कापड़ों निवासी,बलराज,शांति व सुरेश शामिल है। पीड़ितों को डराने व दबाव बनाने के लिए किया लाठीचार्ज और केस दर्ज: एडवोकेट इन्दल नलवा विधानसभा से बसपा के विधायक प्रत्याशी रहे एडवोकेट बजरंग इन्दल ने कहा की सरकार के इशारे पर पुलिस ने पीड़ित पक्ष और प्रदर्शनकारियों को डराने व दबाव बनाने के लिए लाठीचार्ज और केस दर्ज किया है। जिला प्रशासन चाहता है की पीड़ित पक्ष जल्द से जल्द विक्रम के शव का अंतिम संस्कार कर दे। लेकिन मृतक विक्रम के परिजन यानी पीड़ित पक्ष अब भी हत्यारोपियों की गिरफ्तारी ना होने तक आन्दोलन चलाने के पक्ष में है। इन्दल ने कहा की प्रशासन को मरे हुए दलितों पर लाठीचार्ज करने से पहले उनकी परिस्थितियों की तरफ सहानुभूति से देखना चाहिए था। बुधवार को जो टकराव हुआ उसकी पहल पुलिस की तरफ से की गई थी। Post navigation कांग्रेस : नये अध्यक्ष की खोज अनूसूचित जाति के लिए 2011 की जनगणना ओर अति पिछड़ों के लिए परिवार पहचान पत्र का डाटा आधार मानकर चुनाव करवाना गलत : वर्मा