-विश्वविद्यालय में नई तकनीकी प्रयोगशाला, सोलर लैब, सीएनसी सिमुलेशन लैब व नवाचार कौशल स्कूल मॉडल का विधिवत रिबन काटकर किया उद्घाटन
-आधुनिक किस्म की लैबों से छात्र बेहतर शोध कार्य कर पाने में होंगे सक्षम

चण्डीगढ़, 21 सितंबर- हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दतात्रेय ने बुधवार को पलवल के दूधौला स्थित श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में नई तकनीकी प्रयोगशाला, सोलर लैब, सीएनसी सिमुलेशन लैब व नवाचार कौशल स्कूल मॉडल का विधिवत रिबन काटकर उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय का दौरा कर निरीक्षण किया।

राज्यपाल बंडारू दतात्रेय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरगामी दृष्टि का नतीजा है कि आज हरियाणा में इतना बडा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय बनाया गया है, जिसमें देश के युवा कौशल में पारंगत होकर अन्य बेरोजगार युवाओं को रोजगार दे रहे हैं। इस विश्वविद्यालय में पढऩे वाले छात्र अब नौकरी न करके दूसरों को नौकरी देने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल से निश्चित ही देश से बेरोजगारी समाप्त हो जाएगी।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में नई सोलर तकनीकी लैब और नवाचार कौशल स्कूल मॉडल के बनने पर यहां की जनता व विश्वविद्यालय के स्टॉफ को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह पूरे देश में अपनी तरह की नई तकनीकी लैब और नवाचार कौशल स्कूल मॉडल है, जो छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने में सार्थक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि आज कौशलता का युग है, जिस देश के पास स्किल युवा होंगे, वही देश आगे बढेगा और तरक्की करेगा। उन्होंने कहा कि देश में अपनी तरह के इस कौशल विश्वविद्यालय ने रफ्तार पकड़ ली है और वह दिन अब दूर नहीं, जब यहां से शिक्षा प्राप्त कर छात्र विभिन्न क्षेत्रों में देश का नाम रोशन करेंगे। विश्वविद्यालय में नई तकनीकी की एडवांस इलैक्ट्रीकल लैब सीएनसी सिमुलेशन लैब तथा सोलर एनर्जी लैब स्थापित की गई है। इन आधुनिक किस्म की लैबों से छात्र बेहतर शोध कार्य कर पाएंगे, जिससे स्किल डेवलेपमेंट को बढावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब हमारे देश की युवा पीढी नौकरी खोजने वाली नहीं, बल्कि रोजगार देने वाली बनेगी। 

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में इको विलेज भी विकसित किया जा रहा है, जिसके माध्यम से छात्र पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कौशल प्राप्त करेंगे। इस इको विलेज में इको हाउस, मशरूम फार्म, औषधीय पौधे, सब्जियों के लिए पोलीहाउस, प्राकृतिक खेती, कम्पोस्टिंग एंड वर्मिकम्पोस्टिंग यूनिट स्थापित होंगे, जिससे छात्र कृषि व्यवसाय से जुड़े अन्य व्यवसायों का प्रशिक्षण प्राप्त कर स्टार्टअप शुरू कर पाएंगे। 

उन्होंने कहा कि दुनिया कौशल शिक्षा का डिजीटल प्लेटफार्म है और यह विश्वविद्यालय एक हब है, जिसमें आपको स्किल्ड, मोर स्किल्ड करने की आवश्यकता है। महामहिम ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल पविर्तन लाया जा रहा है। पूरे देश में नई राष्टड्ढ्रीय शिक्षा नीति-2020 को 2030 तक लागू करने का लक्ष्य रखा गया है।  इसमें कौशल शिक्षा, नैतिक मूल्यों पर बल दिया गया है, जिससे बच्चों में तकनीकी ज्ञान तथा रोजगार सृजन की शिक्षा भी शामिल है। शिक्षकों को विश्वविद्यालयों में रिसर्च पॉलिसी बनाकर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है। देश को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने के लिए हमें महिला शिक्षा पर भी बल देना होगा, ताकि महिलाओं की भी राष्ट्रीय निर्माण में बराबरी की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां पर भगवान विश्वकर्मा के नाम पर बड़ा विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि तेलांगना व आंध्रप्रदेश के डेलिगेशन भी हरियाणा में आए हैं। वे सभी हरियाणा के कौशल विश्वविद्यालय की तारीफ करते हैं। इस दौरान महामहिम राज्यपाल ने श्री विश्वकर्मा स्किल मॉडल विद्यालय के विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 राज नेहरू ने राज्यपाल को शॉल व स्मृति चिन्ह भेट कर स्वागत अभिवादन किया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल, अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार सहित विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण, पदाधिकारी व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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