गुरुग्राम, 20 सितंबर – गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन सिटी बस लिमिटेड (जीएमसीबीएल) के अध्यक्ष और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुधीर राजपाल ने आज जीएमसीबीएल के निदेशक मंडल की 24वीं बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में जीएमसीबीएल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती अंजू चौधरी, गुरुग्राम पुलिस आयुक्त श्रीमती कला रामचंद्रन, गुरुग्राम के उपायुक्त श्री निशांत यादव, नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त श्री मुकेश कुमार आहूजा, हरियाणा रोडवेज की महाप्रबंधक डॉक्टर एकता चोपड़ा और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक के एजेंडे में निदेशक मंडल की 23वीं बैठक की कार्यवाही की समीक्षा कर स्वीकृति दी गई। इसके अलावा, बताया गया कि सिटी बसों की मांग बढ़ रही है और लगभग 85000 यात्री इन बसों में दैनिक आधार पर यात्रा कर रहे हैं। बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि नए मार्गों को जोड़ने और बसों के चक्कर बढ़ाने की व्यवहार्यता का अध्ययन किया जाए। जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने जोर देकर कहा कि सिटी बस सेवा जनता के लिए आसानी से सुलभ और किफायती होनी चाहिए।

श्री राजपाल ने कहा, “जब से हमने गुरगमन सेवा शुरू की है, अपनी दैनिक यात्रा के लिए सिटी बस सेवाओं का प्रयोग करने वाले यात्रियों की संख्या निरंतर बढ़ी हैं। हमें नागरिकों से बस सेवाओं को और बेहतर बनाने और रूट नेटवर्क का विस्तार करने का अनुरोध मिल रहा है। हम सिटी बस बेड़े का विस्तार करने और निवासियों के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के अनुभव को बढ़ाने के लिए नई सुविधाओं की शुरुआत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। सिटी बस सेवाओं को बढ़ाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं,” ।

गुरुग्राम वासियों के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के अनुभव को बेहतर बनाने और सार्वजनिक परिवहन के अधिक से अधिक उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए जीएमसीबीएल द्वारा नई ग्राहक सेवा उन्मुख सुविधाओं का पता लगाया जा रहा है।

जीएमसीबीएल द्वारा कई प्रौद्योगिकी संबंधी पहल की गई हैं, जिसमें कई विशेषताओं के साथ एंड्रॉइड आधारित इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनों की शुरुआत करना शामिल हैं, जो निकट भविष्य में क्यूआर टिकटिंग, स्मार्ट कार्ड, पास, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) आदि जैसी कई सुविधाएँ शुरू करने की दिशा में अहम साबित होगी। जीएमसीबीएल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती अंजू चैधरी ने कहा कि बस स्टॉप को इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड से लैस किया जा रहा है, जिसमें अगली बस के आने का समय निश्चित किया गया है।

वर्ष 2021-22 के लिए लेखा परीक्षित विवरण बोर्ड के सदस्यों के समक्ष प्रस्तुत किए गए। वित्तीय वर्ष 2020-2021 से सवारियों की संख्या में वृद्धि के साथ, 2021-2022 के लिए राजस्व में 88 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बोर्ड को यह भी जानकारी दी गई कि गुरुगमन बसों में प्रति किलोमीटर लगभग 40 रुपये की लागत वाली ‘प्रति किलोमीटर यात्रा’ शहर की तुलनात्मक आबादी को देखते हुए देश में सर्वश्रेष्ठ में से एक है। वर्तमान में दिल्ली में किराया 25 रुपये प्रति किलोमीटर और नागपुर में 31 रुपये प्रति किलोमीटर है।

अगस्त 2022 में सभी आयु और समूहों के 736 यात्रियों का हाल ही में सर्वेक्षण किया गया था, जिसमें सेवाओं के उपयोगकर्ताओं के बीच उच्च स्तर की संतुष्टि (90 से 95 प्रतिशत से अधिक) को दर्शाता है। सर्वेक्षण में स्वच्छता, समय पालन, चालक दल के व्यवहार, महिला यात्रियों की सुरक्षा आदि के बारे में अपने फीडबैक पर उपयोगकर्ताओं से पूछताछ की गई। बोर्ड ने पाया कि श्री राजपाल के निर्देशानुसार अक्टूबर में होने वाले अगले सर्वेक्षण में वरिष्ठ नागरिकों के फीडबैक को भी शामिल किया जा सकता है।

बोर्ड ने जीएमसीबीएल को हाल ही में लॉन्च की गई वैल्यू एडेड सेवाओं के पायलट-गुरगमन प्लस की बारीकी से निगरानी करने और लक्षित यात्रियों के बीच उसे लोकप्रिय बनाने के लिए कदम उठाने का भी निर्देश दिया। गुरगमन प्लस टैक्सी एग्रीगेटर उबर के साथ मिलकर शुरू की गई एक सेवा है, जो सुबह और शाम के समय कार्यालय जाने वालों को निश्चित सीटों के साथ एसी बसों की सुविधा प्रदान करती है, जहां उपयोगकर्ता उबर ऐप पर अपनी सीट बुक करके वातानुकूलित बस सेवा का लाभ उठा सकते हैं।

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