धरना कमेटी ने पूर्व सीएम को सौंपा ज्ञापन, पंचायत बहाली में मदद की अपील की

चरखी दादरी जयवीर फौगाट,

18 सितंबर, नगर पालिका के विरोध में चल रहे धरने पर रविवार को महापंचायत का आयोजन किया गया। जहां हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने शिरकत की। चौटाला ने नगर पालिका के अलावा क्षेत्र के दूसरे मुद्दों को लेकर लोगों को संबोधित किया। वहीं धरना कमेटी ने नगर पालिका का दर्जा रद्द करवाकर ग्राम पंचायती बहाली की मांग को पूरा करवाने के लिए आगामी रणनीति पर विचार-विमर्श किया।

नगर पालिका को रद्द करवाने की मांग को लेकर बाढड़ा एसडीएम कार्यालय के सामने मंडी गेट पर चल रहे धरने के 11 वें दिन हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व इनेलो सुप्रिमो चौधरी औमप्रकाश चौटाला पहुंचे। उन्होंने नगर पालिका के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि यदि बाढड़ा के लोग नगर पालिका को नहीं चाहते तो सरकार को लोगों की सुननी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि ग्राम पंचायत की बहाली हो जाती तो उनकी सरकार आने पर ग्राम पंचायत में अनेकों विकास कार्य करवाएं जाएंगे।

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि बाढड़ा ही नहीं अपितू केंद्र सरकार तक भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने तो मौजूदा गठबंधन सरकार को लूटेरो का गिरोह तक करार दिया। वहीं लंपी बीमारी भी चौटाला ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वर्तमान में हजारों की संख्या में गोवंश बीमारी की चपेट में आने से अपने प्राण त्याग चुके हैं लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इनेलों की सरकार बनने पर लोगों को बिजली, पानी, शिक्षा आदि सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी। वहीं जिन बुजुर्गों की पैंशन मौजूदा सरकार में काट दी गई है उसे वे दोबारा से चालू करेंगे। पूर्व सीएम ने कहा कि 25 सितंबर को चौधरी देवीलाल जयंती पर फतेहाबाद में आयोजित रैली में विभिन्न राजनैतिक दलों के बड़े नेता वहां मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि सभी नेता एक गठबंधन बनाकर इस लूटेरी सरकार को उखाड़-फेंकने पर रणनीति तैयार करेंगे।

धरना कमेटी ने चौटाला को सौंपा ज्ञापन:

धरना कमेटी ने धरने पर पहुंचने पर ओम प्रकाश चौटाला को नगर पालिका के पूरे मुद्दे से अवगत करवाते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा। जिसके माध्यम से उन्होंने मांग की है कि नगर पालिका का दर्जा रद्द करवाकर ग्राम पंचायत की बहाली करवाई जाए। पहले भी सर्वे रिपोर्ट उनके पक्ष में थी लेकिन सरकार चाहे तो दोबारा से निगरानी कमेटी की देखरेख में सर्वे करवा सकती है।

ये थे मौजूद:

महापंचायत के दौरान विद्यानंद हंसावास, संदीप सिंटी, भल्लेराम चेयरमैन, विजय पंचगाव, सत्यवान शास्त्री, प्रदीप बाढड़ा,  प्रवीन कुमार, संतकुमार, दिनेश हंसावास, नरेश कादयान आदि मौजूद थे।

error: Content is protected !!