बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों पर की विस्तृत चर्चा,
पुलिस अधिकारियों को कानून एवं व्यवस्था लागू करने के दिए दिशा निर्देश
चरखी दादरी जयवीर फौगाट

18 सितंबर, पुलिस महानिदेशक हरियाणा प्रशांत कुमार अग्रवाल आज रविवार को चरखी दादरी पहुंचे, यहां पहुंचने पर पुलिस महानिदेशक को पुलिस के जवानों द्वारा सम्मान स्वरूप सलामी दी गई। इससे पूर्व रोहतक रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती ममता सिहँ व पुलिस अधीक्षक चरखी दादरी दीपक गहलावत, पुलिस अधीक्षक सोनीपत हिमांशु गर्ग, पुलिस अधीक्षक रोहतक उदय सिहँ मीना, पुलिस अधीक्षक झज्जर वसीम अकरम, पुलिस अधीक्षक भिवानी अजीत शेखावत ने डीजीपी हरियाणा का स्वागत किया।
पुलिस महानिदेशक ने लोक विश्राम गृह चरखी दादरी के सभागार में रोहतक रेंज के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व प्रशासनिक मुद्दों से संबंधित विषयों की समीक्षा की गई। उन्होंने इस दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों के साथ विस्तृत विचार विमर्श किया। जिनमें तुलनात्मक आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा करना, उद्घोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह की धरपकड़ के लिए की गई कार्यवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, शस्त्र लाइसेंसों का विश्लेषण, पासपोर्ट वेरिफिकेशन, चिन्हित अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, जुआ सट्टा, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध हथियरों को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा की। इसके साथ क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, न्यायिक परिसरों की सुरक्षा व्यवस्था, प्रशासनिक कार्य एवं वेलफेयर के मुद्दे, विभागीय जांच के मामलों संबंधी निष्पादन की कार्रवाई, राष्ट्रीय व राज्य राजमार्ग एवं अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों की समीक्षा करते हुए विस्तार पूर्वक चर्चा की।
डीएसपी को दिए गंम्भीर और चिन्हित अपराध की पैरवी करने के आदेश:
पुलिस महानिदेशक हरियाणा प्रशांत कुमार अग्रवाल ने बैठक के दौरान सभी डीएसपी को निर्देश देते हुए कहा कि वे सभी घटीत गम्भीर व चिन्हित अपराध की अपने स्तर पर निगरानी करें। माननीय न्यायालय में विचाराधिन चल रहे केसों की अच्छे से पैरवी कर आरोपी को सजा दिलवाने का प्रयास करें। पीओ व बेल जेम्पर व उद्धोषित अपराधी पुलिस के सामने सर्म्पण नही करते हैं तो उनकी संपति कुर्क करवाने की प्रक्रिया कानूनी रूप से अमल में लाई जाए। नशा तस्करों के खिलाफ और संघन जांच की जाएं। इन मामलों में पुलिस नशा तस्करों के नेटवर्क की जड़ तक जाएं और ऐसे अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाही अमल में लेकर आएं। इन अपराधियों की संपत्ति भी कुर्क करने की कार्रवाही साथ के साथ करें।
चोर गिरोह पर कसी जाए नकेल:
पुलिस महानिदेशक ने बैठक में अधिकारियों से चोरी के मामलों की विस्तृत रिपोर्ट ली और उन्होंने इन घटनाओं को रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस तरह का गिरोह रैकी कर वारदातों को अंजाम देता है। कुछ गिरोह घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम देते है। इससे आम नागरिकों को भी परेशानी उठानी पड़ती है। यह छोटा छोटा अपराध पुलिस के सामने भी चुनौती बन जाता है। पुलिस अधिकारी इस तरह के गिरोह का भंडाफोड़ करने का प्रयास करें। इसके लिए अपने खुफिया तंत्र को और ज्यादा सक्रिय करें। उन्होंने अपराधिक मामलों जैसे आर्म्स एक्ट व एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज केसों का गहनता से अनुसंधान करने व केस की तह तक जाने के निर्देश दिए। ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके।
नाकों व क्षेत्र में रहें अलर्ट:

पुलिस महानिदेशक ने कानून एवं व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि पुलिस फोर्स नाकों व क्षेत्र में अलर्ट नजर आनी चाहिये, जिससे आमजन स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें और अपराधी अपराध करने से पहले ही अपने बारे में दस बार सौचें। उन्होंने महिलाओं के विरुद्ध अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर कड़ी निगरानी रखने व ऐसी शिकायतो पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। यातायात को बाधा रहित बनाए रखने के लिए पुख्ता प्रबंधन पर बल दिया और कहा कि लोगों को सड़क जाम से निजात दिलवाने के लिये योजनाबद्ध व प्रभावी तरीके से कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस की छवि अच्छी है, इसे और बेहतर बनाने की दिशा मे कार्य करना है, जोकि सेवा, सुरक्षा, सहयोग की वचनबद्धता, मेहनत व परिणामों पर निर्भर है। हरियाणा पुलिस के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है, उनका बेहतर उपयोग किया जाना चाहिए। हमें आम जनता के प्रति समर्पित पुलिस बनने की दिशा में काम करना है और अपनी कार्यशैली को ओर अधिक प्रभावी, कुशल व कानून सम्मत बनाना हैं।
थानों में की जाए आमजन की सुनवाई:
पुलिस महानिदेशक ने अपराध की समीक्षा करते हुए पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी आमजन की सुनवाई करे। अपराधिक घटना की सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचे और अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए तुरंत कार्रवाही अमल में लाए। थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत कार्यवाही अमल में लाए। थाना और चौकी में जांच के स्तर को और बेहतर किया जाए, जिससे दोषियों को सजा दिलाने की दर को बढ़ाया जा सके। जांच में तकनीक का बेहतर इस्तेमाल किया जाए। बीट सिस्टम को और मजबूत किया जाए। राइडर पीसीआर और डायल 112 निरंतर क्षेत्र में गश्त करें। प्रत्येक पुलिस अधिकारी अपने अधीन कार्यरत पुलिस कर्मचारियों की कार्यकुशला को पहचाने तथा उसके अनुरुप ही उनसे कार्य लिया जाए।
जवानों और उनके परिजनों के कल्याण पर भी दें ध्यान:
पुलिस महानिदेशक ने बैठक में कहा कि हरियाणा पुलिस अपने जवानों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए भी हर समय खड़ी है। जिला स्तर पर इनके कल्याण की तरफ ध्यान दिया जा रहा है। अनेक कल्याणकारी योजनाएं जवानों के लिए चलाई जा रही है। अधिकारी जवानों के स्वास्थ्य व सेहत का ध्यान रखते हुए अपने स्तर पर जरुरी कदम उठाए। जवानों के लिए सुविधाओं को और बेहतर किया जाए। अच्छे कार्य के लिए जवानों को उचित इनाम व नियमानुसार समय पर तरक्की सुनिश्चित की जाए। उचित समय पर पदोन्नति देने के अलावा पुलिसकर्मियो के आवास, चिकित्सा और उनके बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा सुविधा बारे विशेष ध्यान रखा जाए।
जीरों टॉलरेंस नीति पर कार्य करें:
पुलिस महानिदेशक हरियाणा प्रशांत कुमार अग्रवाल ने कहा कि बिना किसी भेद भाव के जीरों टॉलरेंस नीति पर कार्य करें। भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में सहन नही किया जाएगा। इस तरह की शिकायत मिलने पर अधिकारी त्वरित कार्रवाही कर पीड़ित को समय रहते न्याय दिलाकर आरोपी पर उचित कार्रवाही अमल में लेकर आए।
मीटिंग के पश्चात पत्रकारों से रूबरू होते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आज यहाँ रोहतक रेंज के सभी पुलिस अधिकारियों के साथ अपराध, नशा, प्रशासनिक मुददों, कानून व्यवस्था पर चर्चा कर सभी मामलों की समीक्षा की गई। इस दौरान कुछ ऐसे मुद्दें भी सामने आये जहाँ हमे और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है उन्हें चिन्हित किया गया और एक कार्ययोजना तैयार की गई की ओर भी ज्यादा मेहनत कर हम अपने प्रदर्शन को ओर बेहतर कर सके। उन्होंने कहा कि जल्द ही डायल 112 सेवा में
विस्तार किया जाएगा। इसके तहत पीसीआर को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले के मुकाबले डायल 112 सेवा का रिस्पॉन्स टाइम बेहतर हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जल्द ही दादरी में पुलिस लाइन, जिला कारागर की कमी दूर कर दी जाए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन आक्रमण में पुलिस को काफी सफलताएं मिली हैं। समय-समय पर ऐसे ऑपरेशन चलाकर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। वहीं, नशा रोकने के लिए पुलिस एक तरफ तस्करों पर कार्रवाई करेगी तो दूसरी ओर लोगों को, विशेषकर युवाओं को जागरूक भी करेगी। इसके लिए गांव के मौजिज लोगों की भी मदद ली जाएगी।
इस मौके पर रोहतक रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती ममता सिहँ व पुलिस अधीक्षक चरखी दादरी दीपक गहलावत, सोनीपत हिमांशु गर्ग, भिवानी अजीत शेखावत, रोहतक उदय सिहँ मीना, झज्जर वसीम अकरम पुलिस अधीक्षक सहित रेंज के अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहें।