नहर में डूबे 9 लोगों को निकाला बाहर, चार की मौत, और की तलाश जारी
आसनवास की बड़ी नहर में मूर्ति विसर्जिन के समय 15 लोग तेज बहाव में बहे
भारत सारथी/ कौशिक
नारनौल। महेन्द्रगढ़ मोहल्ला ढाणी के गणेश मंडल के लोगों द्वारा गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन किया जा रहा था। शुक्रवार को हरियाणा में गणेश विसर्जन के दौरान दो बड़े हादसे हो गए जिनमें बाप-बेटे और भतीजे सहित 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि कइयों की तलाश जारी है।
महेंद्रगढ़ के झगडोली गांव में नहर में 8 फीट गणेश मूर्ति को विसर्जन करते समय कई युवा बह गए। सर्च आपरेशन पर पहले आठ युवाओं को बाहर निकालकर नागरिक अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें से 4 की मौत हो गई। इसके बाद 9वें युवक को अचेत अवस्था में नहर से निकालकर अस्पताल लाया गया, जिसकी हालत गंभीर है। अभी कितने और युवक नहर में डूबे है, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं मिली है। सर्च अभियान जारी है। वहीं सूचना मिलते ही पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा भी अस्पताल में पहुंचे। मरने वालों की पहचान निकुंज पुत्र हरी सिंह, टिंकू पुत्र बबली, नितिन पुत्र जरनैल सिंह के रूप में हुई है।
प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। भीड़ ज्यादा होने के चलते डूबने वालों की सही संख्या अभी तक पता नहीं चल पाई है। अंदेशा जताया जा रहा है कि डूबने वाले 10 से ज्यादा लोग भी हो सकते है।. महेंद्रगढ़ में ये दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब लोग गणेश भगवान की मूर्ति का विसर्जन करने के लिए झगड़ोली की नहर मे पहुंचे थे. विसर्जन के दौरान भारी भीड़ होने के चलते लोग हादसे का शिकार हो गए और पानी में डूब गए।
नहर से निकाले गए सभी घायलों को सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। महेंद्रगढ़ जिला प्रशासन मौके पर मौजूद है। लोगों का बचाने के लिए सर्च अभियान चल रहा है। प्राथमिक दृष्टि से हादसे का मुख्य कारण पानी का तेज बहाव माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि मूर्ति विसर्जित करने वालों को नहर की गहराई का अंदाजा नहीं हुआ और वो पानी में बह गये।
घटनास्थल पर उपायुक्त पुलिस अधीक्षक एवं भाजपा नेता रामविलास शर्मा पहुंच गए हैं। सुरक्षा के तौर पर नहर की मुख्य माइनर को बंद करवा दिया गया है। पंप की सभी मोटर भी बंद कर दी गई हैं ताकि पानी का बहाव कम किया जा सके।