पुलिस ने 3 आरोपितों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। थाना शहर नारनौल की पुलिस टीम ने सरकारी कार्य में बाधा डालने और व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ओवरलोड गाड़ियों को आरटीए स्टाफ की सूचना देकर नारनौल शहर से बाहर निकलवाने के मामले में 3 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान रणबीर वासी भूषण खुर्द, रविन्द्र वासी नांगल सिरोही और रमेश वासी ढाणी हलाला जिला सीकर राजस्थान के रूप में हुई है। आरोपित व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाकर आरटीए स्टाफ की गाड़ी की सूचना देते थे और ओवरलोड वाहनों को अपने निजी स्वार्थ के लिए शहर से बाहर निकलवाते थे। आरोपितों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इन दो व्हाट्सएप ग्रुप ओं का खबरची और उसके दो साथियों ने भंडाफोड़ किया था

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि निरीक्षक सुमन कुमार वह बतौर मोटर व्हीकल ऑफिसर आरटीए ऑफिस नारनौल में कार्यरत है। शिकायतकर्ता ने बताया कि जब वह चैकिंग पर जाते हैं तो कुछ व्यक्ति व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाकर गाड़ी और स्टाफ की सूचना देते हैं और ड्यूटी में बाधा पहुंचाते हैं। दिनांक 6 सितंबर को उनकी टीम सिंघाना चौक नारनौल पर ओवरलोड वाहनों की चैकिंग कर रहे थे, इस दौरान 2 ओवरलोड गाड़ियों का चालान किया गया। तभी एक नौजवान लड़का आकर बोला कि कौन हो और गाड़ियों को क्यों लेकर जा रहे हो, गाड़ी में पुलिस कर्मचारियों को बैठा देखकर भाग गया और भागते समय उसका फोन गिर गया। जिसकी जांच करने पर पाया कि व्हाट्सएप ग्रुप में आरटीए स्टाफ की लोकेशन दी जाती है और गाड़ियों को नारनौल से बाहर करवाया जाता है। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरटीए स्टाफ की लोकेशन देने वाले इस एवज में पैसे भी ले रहे हैं, जिससे सरकारी कार्य में बाधा हो रही है और सरकारी राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। शिकायत के आधार पर थाना शहर नारनौल में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।

मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 3 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस द्वारा आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

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