– नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने स्वच्छता शाखा के अधिकारियों संग बैठक में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के दिए निर्देश– मुख्य सडक़ों पर कहीं भी दिखाई ना दे कचरा, अगर कोई कचरा फैलाता है, तो किए जाएंगे चालान गुरूग्राम, 8 सितम्बर। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने कहा कि निगम क्षेत्र में चलाई जाने वाली विशेष स्वच्छता ड्राईव को और अधिक प्रभावी ढंग से चलाएं। इसके तहत कूड़ा, बागवानी कचरा व सीएंडडी वेस्ट का पर्याप्त उठान सुनिश्चित किया जाए तथा सफाई बेहतर तरीके से की जाए। उक्त निर्देश निगमायुक्त ने वीरवार को अपने कार्यालय में स्वच्छता शाखा के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य सफाई व्यवस्था को और अधिक बेहतर करना है। उन्होंने वरिष्ठ सफाई निरीक्षक ऋषि मलिक को निर्देश दिए कि वे एक समय में दो वार्डों में विशेष स्वच्छता ड्राईव के तहत मौके पर उपस्थित रहेंगे तथा प्रभावी ढंग से कार्य करवाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने स्पष्ट तौर पर स्वच्छता शाखा के अधिकारियों से कहा कि मुख्य सडक़ों पर कचरा नहीं दिखाई देना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति कचरा फैलाता है, तो उसके चालान किए जाएं। स्वीपिंग मशीनों का बेहतर शैड्यूल तैयार करें। निगम क्षेत्र में बने सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों के बारे में निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी शौचालयों का दिन में 2 बार निरीक्षण सुनिश्चित करें। इसके लिए स्पेशल सैनीटेशन स्क्वायड की जिम्मेदारी लगाई जाए। निगम क्षेत्र में सभी घरों में लगाए जा रहे रेडियो फ्रिक्वैंसी आईडी (आरएफआईडी) की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने संबंधित एजेंसी को निर्देश दिए कि वे 30 नवम्बर तक 3 लाख आरएफआईडी टैग लगाना सुनिश्चित करें। डोर-टू-डोर कलैक्शन करते समय संबंधित कर्मचारी इस टैग को स्कैन करेगा, जिससे कचरा उठान प्रक्रिया की निगरानी और भी बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि आरएफआईडी प्रणाली के लिए सैक्टर-39 स्थित निगम कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। बैठक में संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डा. नरेश कुमार, स्वच्छता सलाहकार अनिल मेहता, कार्यकारी अभियंता मनदीप सिंह, सहायक अभियंता कुलदीप यादव, सैनीटेशन ऑफिसर सुभाष, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक ऋषि मलिक सहित इकोग्रीन एनर्जी के प्रतिनिधि उपस्थित थे। Post navigation जीएमसीबीएल ने उबर के सहयोग से अपनी ‘गुरुगमन प्लस’ सेवा शुरू की जिला में पंचायती संस्थाओं की निर्वाचन प्रक्रिया का मार्ग हुआ प्रशस्त, डीसी के आदेशों के बाद वार्डबंदी का अंतिम प्रकाशन जारी