मानेसर: लगभग 30 वर्ष पूर्व देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बी एस ऍफ के उप – कमांडेंट शहीद वीर देव यादव को उनके पैत्रिक ग्राम नखरौला में उनके शहीदी दिवस पर इलाके के प्रमुख लोगों, आम जनता, अध्यापकगण व स्कूल के बच्चों द्वारा भावभीनी श्रधांजलि दी गई। शहीद वीर देव यादव के छोटे भाई सूर्य देव यादव ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी रिटायर्ड मुख्य अध्यापक मौल्हड सिंह की अध्यक्षता में शहीद वीर देव यादव के स्मारक स्थल पर सादगीपूर्ण श्रधांजलि सभा का आयोजन किया गया। क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने नक्शलियों से हुई उनकी मुठभेड़ और उनकी शहादत को गर्व के साथ याद किया और आने वाली पीढ़ी के लिए देश प्रेम की प्रेरणा का श्रोत बताया। मास्टर मोल्हड सिंह ने बलिदानियों की सौरभ गाथा का पूरी तरह से वर्णन करके सभा को संबोधित किया व भारत मां की पवित्र भूमि को नमन करते हुए उपस्थित लोगों को देश के प्रति अनुराग और सेना सुरक्षा की भावना के प्रति जागरूक किया।

उन्होंने बलिदानियों की माताओं के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें नमन करके उनके गौरव को बढ़ाया व कहा कि धन्य हैं वे माताएं जिन्होंने भारत मां की रक्षा के लिए ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया। बलिदानियों की प्रतिमा न केवल वर्तमान युवकों को देश की रक्षा और सुरक्षा के बारे में प्रेरित करती है बल्कि देश की भावी आशाएं जो स्कूलों में निहित है उन्हें भी देश के प्रति प्रेम जुड़ाव एकता एवं अखंडता का संदेश दे रही है। उन्होंने भारत मां की पवित्र रज से बलिदानी उप कमांडेंट वीर देव यादव की प्रतिमा को तिलक लगाकर हमारे शहीद अमर रहे। हमारे सैनिक अमर रहे। भारत मां के जयकारे लगवाए जिससे प्रतिमा परिसर में जोर-जोर से गूंज उठ गई। उन्होंने कहा मरता वही है जो अपने लिए मरे। जिंदा वही है जो देश के लिए मरे। अंत में स्कूल के बच्चों, अध्यापकगण एवं उपस्थित लोगों द्वारा शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर सामूहिक रूप से एक साथ मिलकर राष्ट्र गान गया गया। शहीदों की वीरता की गाथा को उनके ग्रामवासी, इलाके के लोग व उनके परिवार के सदस्य आज भी याद करते हैं और हर वर्ष उनकी शहादत तिथि को उन्हें श्रधांजलि अर्पित करते हैं।

इस मौके पर मास्टर मोल्हड सिंह, लंबरदार रवि सरपंच, लंबरदार छोटेलाल, श्रीचंद सरपंच, लक्ष्मण सरपंच, मास्टर सतपाल (कासन), पी टी अध्यापक, बिरेंद्र, श्रीभगवान, जलसिंह, रामकिशन, सूर्य देव यादव, राजेन्द्र, दीपक, लालसिंह, बिल्लू पटवारी, सुजान, बलवान सिंह, अजीत सिंह, रामनिवास, औम सिंह, श्रीकृष्ण, रतीराम, उदय, मनोज, भूप सिंह, इंद्राज, रवि, बब्लू राकेश, हरकिशन पांचाल, मास्टर सूरजभान, रोहतास, कैप्टन जगदीश, गजराज, दलीप सिंह चौकीदार, सूरत, भोला व दर्जनों लोग उपस्थित रहे।

error: Content is protected !!