कृत्रिम सांस देकर सरोज को होश में लाया और जान बचाई
मुश्किल हालात में भी मरीजों की जान बचाई जा सकती है
जेल अधिकारियों, डॉक्टर्स एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया
रेवाड़ी बार एसोसिएशन ने डॉ रवि रंजन को  किया सम्मानित

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम। वाकई में एक डॉक्टर भगवान का ही दूसरा रूप होता है यह सिद्ध कर दिखाया है रेवाड़ी के चर्चित डॉक्टर रवि रंजन ने। मामला है नारनौर जेल का। नारनौल जेल में विचाराधीन बंदी सरोज पुत्र श्रीचंद को अचानक हार्ट अटैक आ गया। पता चलते ही नारनौर जेल के जेलर राम निवास, डिप्टी जेलर सरवर सिंह, सहायक जेलर नौरंग, जेल के डॉक्टर धर्मेन्द्र व संजय ने मौके पर जाकर इस कैदी को संभाला।

इधर मौके पर रेवाड़ी के चर्चित डॉक्टर रवि रंजन भी मौजूद थे। डॉ रवि रंजन ने तुरंत आरटीसीपीआर व उसे कृत्रिम सांस देकर सरोज को होश में लाया और उसकी जान बचाई। उसके बाद सरोज को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां अब वह खतरे से बाहर है। रेवाड़ी जिला बार एसोसिएशन के प्रधान शमशेर सिंह यादव एवं उनके वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने इस सूचना के बाद नारनौल जेल पहुंचकर इस मामले में विशेष भूमिका निभाने वाले डॉ रवि रंजन समेत जेल के अधिकारियों, डॉक्टर्स एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया। रेवाड़ी जिला बार एसोसिएशन के प्रधान शमशेर सिंह यादव ने कहा कि डॉ रवि रंजन ने पहले भी कई मौके पर अपने एच-वे अस्पताल रेवाड़ी के माध्यम से हजारों लोगों की जिंदगी बचाई है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता और एक बार फिर से डॉ रवि रंजन ने दिखा दिया कि अगर डॉक्टर ईमानदारी पूर्वक अपना फर्ज निभाए तो मुश्किल हालात में भी मरीजों की जान बचाई जा सकती है।

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