जिला में राष्ट्रीय राजमार्ग या उनके आसपास कूड़ा फैलाने वालों पर विशेष निगरानी रखें प्रशासनिक टीम- पूर्व जस्टिस प्रीतम पाल -पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाये रखने के लिये अभियान चलाते हुए आम जन को जागरूक करने की आवश्यकता पर दिया बल — एनजीटी के मार्गदर्शन में काम कर रही है मॉनिटरिंग कमिटी गुरुग्राम 19 अगस्त। एनजीटी मॉनिटरिंग कमिटी के चेयरमैन पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश प्रीतम पाल सिंह ने आज गुरुग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में जिला पर्यावरण योजना के क्रियान्वयन को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने एजेंडावार जिला पर्यावरण योजना के तहत तैयार की गई रूपरेखा को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में एनजीटी की सदस्य श्रीमती उर्वशी गुलाटी भी वर्चुअल माध्यम से जुड़ी और जिला में पर्यावरण संरक्षण को लेकर किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। पूर्व जस्टिस प्रीतम पाल ने बैठक से पूर्व लघु सचिवालय के प्रांगण में पौधारोपण कर जिलावासियों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया। इस दौरान तकनीकी विशेषज्ञ बाबूराम भी उपस्थित रहे। पूर्व जस्टिस प्रीतम पाल सिंह ने सम्बन्धित अधिकारियों को कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य यही है कि जिला इन्वायरमैंट प्लान को लेकर जो कार्य किए जा रहे हैं उसकी वास्तविक जानकारी हासिल हो सके और इस दौरान आने वाली समस्याओं का समय रहते पता चल सके। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का काम बड़ा ही पवित्रता का काम है, इसके लिए हमें स्वयं तथा दूसरों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होनें इस मौके पर जिला पर्यावरण योजना को लेकर एंजैडे में रखे बिंदुओं के बारे विस्तार से जानकारी हासिल करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने यह भी कहा कि जहां पर कूडे का डिस्पोसल किया जाता है वहां पर सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट के तहत इलैक्ट्रोनिक वेस्ट, प्लास्टिक वेस्ट, बायोमैडिकल वेस्ट, सीएनडी वेस्ट के साथ-साथ अन्य चीजें शामिल है जिसका हमें सही प्रकार से निस्तारण करना है। उन्होंने ई-वेस्ट कलैक्शन सैंटर की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि गुरुग्राम जिला में ई-वेस्ट मैनेजमेंट का काफी स्कोप है, ऐसे में जरूरी है कि ई-वेस्ट को लेकर जागरूकता अभियान चलाएं और और इसके कलेक्शन को लेकर भी व्यवस्था बनाए। बैठक में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड गुरुग्राम के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप सिंह ने जिला में वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग को लेकर किए गए कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जिस पर पूर्व जस्टिस प्रीतम पाल ने जिला प्रशासन द्वारा वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग को लेकर किए गए कार्यों की सराहना की। पूर्व जस्टिस प्रीतम पाल ने बैठक में यह भी कहा कि गुरुग्राम एक मेट्रोपोलिटन सिटी है और यहां शहर में साफ सफाई व्यवस्था ठीक प्रकार से होने के साथ-साथ नेशनल हाईवे या स्टेट हाईवे के नजदीक भी सफाई व्यवस्था दुरूस्त होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सडकों के किनारे सफाई व्यवस्था बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि लोग जब यहां से गुजरें तो उन्हें स्वच्छता को लेकर अच्छा महसूस होना चाहिए । इसके लिए उन्होंने नियमित तौर पर मॉनिटरिंग करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विजिलेंस कमेटी के सदस्य होटल अथवा ढाबे वालों के साथ बातचीत कर उन्हें स्वच्छता बनाए रखने के लिए जागरूक करें और यदि फिर भी वे सड़कों के किनारे कूड़ा फेंके तो उनका नियमानुसार चालान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सीईओ जिला परिषद अनु शेयोकंद से कहा कि वे गांवों में बीडीपीओ के माध्यम से मुनादी करवाना सुनिश्चित करवाएं कि गांवों में सडकों के नजदीक कोई भी गंदगी न फैलाएं। ढाबों के नजदीक भी गंदगी न हो और यदि कोई नियमों की अवहेलना करता है तो उस पर कार्यवाही भी अमल में लाएं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए पूर्व जस्टिस प्रीतम पाल सिंह ने अधिकारियों से कहा कि पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाये रखने के लिये सभी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए धरातल पर काम करने की जरूरत है। एनजीटी के नियमों की पालना करते हुए सभी कार्यों को बेहतर समन्वय के साथ करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाए रखने में लोगों की सहभगिता बेहद जरूरी है इसलिये लोगों को सफाई व्यवस्था बनाये रखने के लिये अलग-अलग जागरूकता अभियान चलाते हुए उन्हें जागरूक करें। बैठक में अधिकारियों ने पूर्व जस्टिस प्रीतम पाल को अवगत करवाया कि एनजीटी के नियमों के मुताबिक सफाई व्यवस्था के तहत जैसे कुड़े के निस्तारण के साथ-साथ डोर टू डोर कूडा कलैक्शन व अन्य कार्यों को बेहतर तरीके से किया जा रहा है। बैठक के दौरान उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों से ध्वनि प्रदूषण के बारे में भी जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट के तहत यदि कोई नियमों की अवहेलना करता है तो उस पर कार्रवाई करें। उन्होंने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत बुलेट (मोटरसाईकिल) से सम्बध्ंिात सिलेंसर (नोईस कन्ट्रोलर) होता है तो उसके विपरित यदि किसी ने नियमों की अवहेलना की है तो उसका वाहन इम्पाउंन्ड करते हुए कार्रवाई करें। एसीपी ट्रैफिक अशोक कुमार ने बताया कि जिन लोगों ने इन नियमों की अवहेला की है उसके तहत 126 चालान किये गये हैं। पूर्व जस्टिस प्रीतम पाल सिंह ने बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा कि डिस्ट्रीक्ट एन्वायमेन्ट प्लांट को लेकर बेहतर रूपरेखा बनाई गई है। अधिकारी उत्साह के साथ इस पर कार्य करना सुनिश्चित करें, ताकि पर्यावरण को और स्वच्छ और सुन्दर बनाया जा सकें। बैठक के उपरांत पूर्व न्यायधीश प्रीतम पाल सिंह ने गुरुग्राम के सेक्टर-10 स्थित नागरिक हस्पताल में अधिकारियों की टीम के साथ निरीक्षण किया । इस दौरान उन्होंने बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण को लेकर की गई व्यवस्थाओं को बारीकी से देखा। उन्होंने इस अवसर पर बारकोड के माध्यम से बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हुए इसकी सराहना की। बैठक में उपायुक्त निशांत कुमार यादव के अलावा पुलिस विभाग, जीएमडीए, वन विभाग, नगर निगम , हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के अलावा कई अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। Post navigation एबीवीपी ने दिया शिक्षा मंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने गुजरात सरकार का पुतला फूंका