हम हारे नहीं भाजपा में बैठे जयचंदो ने हमें हराया राव इंद्रजीत के फिर बगावती सुर: बोले-जनता साथ खड़ी हो तो जंग के लिए तैयार दोनों पार्टियों ने वोट के महत्व को नहीं समझा क्षेत्र की जनता को उस दिन तक सुना जाता है, जब चुनाव हो, चुनाव समाप्त होते ही चंडीगढ़ की तूती बोलती है रेवाड़ी सीट पर लालू के दामाद की जीत ने अहीरवाल बेल्ट में बड़ा राजनीतिक बदलाव दिखा दिया अशोक कुमार कौशिक हरियाणा विधानसभा चुनाव में रेवाड़ी सीट पर लालू प्रसाद यादव के दामाद की जीत ने अहीरवाल बेल्ट में बड़ा राजनीतिक बदलाव दिखा दिया है। आलम यह है कि रेवाड़ी विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की हार का दर्द एक बार फिर से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के अधरों पर आया है। बेबाक बयानबाजी के लिए मशहूर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने एक बार फिर भाजपा के खिलाफ बगावत का संकेत दिया है। मंगलवार को रेवाड़ी में उन्होंने कहा कि अगर क्षेत्र की जनता उनकी कमर के पीछे मजबूती के साथ खड़ी हो जाए तो फिर वह इस जंग को लड़ने के लिए तैयार है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि हम हारे नहीं भाजपा में बैठे जयचंदो ने हमें हराया। उन्होंने कहा कि जो जयचंद है उन लोगों के खिलाफ कम से कम छह साल तक तो पार्टी को अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह मंगलवार को सहकारी बैंक के निदेशक व पूर्व जिला पार्षद अजय पाटौदा की ओर से आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। यहां बता दें कि विधानसभा चुनाव में राव अपने खास समर्थक सुनील मूसेपुर के लिए भाजपा की टिकट लेकर आए थे। भाजपा में हुए भीतरघात के कारण सुनील मूसेपुर को मामूली अंतर से हार झेलनी पड़ी थी। उन्होंने इंसाफ मंच से जुड़े कार्यकर्ताओं की विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए सहयोग के लिए जहां सराहना की, वहीं भाजपा के कुछ लोगों द्वारा सहयोग न करने और जयचंद की भूमिका निभाने पर अपना रोष जाहिर किया। जलपान कार्यक्रम में जुटी भीड़ से खुश राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि 1857 की क्रांति से लेकर आज तक उनका परिवार मजबूती से जनता के साथ खड़ा है, लेकिन रेवाड़ी जैसी हार नहीं हो इसके लिए संख्या बल बढ़ाना और समर्थकों की संख्या बढ़ाना जरूरी है। उम्र के इस पड़ाव पर इस बात की आशंका उन्हें सताती है कि कहीं लोग नेतृत्व की इस जंग में उनका साथ न छोड़ दें। इस दौरान राव इंद्रजीत ने दोनों ही पार्टियों कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधा। दोनों पार्टियों के लिए दक्षिणी हरियाणा के लोगों की वोट का महत्व तब तक है, जब तक उनकी चंडीगढ़ में सरकार नहीं बन जाती। पहले कांग्रेस और फिर भाजपा ने चंडीगढ़ में सरकार बनाने के बाद इस क्षेत्र के वोट का महत्व नहीं समझा। उन्होंने क्षेत्र की जनता से आह्वान किया कि अगर हम संघर्ष नहीं करेंगे तो हमे कोई पूछने वाला नहीं है। दो बार सरकार बनाई, लेकिन क्षेत्र की जनता को उस दिन तक सुना जाता है, जिस दिन चुनाव होता है। चुनाव समाप्त होते ही चंडीगढ़ की तूती बोलती है। कार्यक्रम के संयोजक अजय पाटौदा ने रेवाड़ी से आरती राव को चुनाव लड़वाने का अनुरोध किया। अजय पाटौदा के ऐसा कहते ही जमकर आरती राव के समर्थन में जमकर नारेबाजी हुई। Post navigation सोहना गुरुग्राम मार्ग पर स्थित केआर मंगलम यूनिवर्सिटी का विज्ञापन साइन बोर्ड गिरा, विद्यार्थी बाल बाल बचे मुख्यमंत्री ने गुरूग्राम में स्वीडन के इंग्का सेंटर्स के आइकिया प्रोजेक्ट निर्माण का किया शुभारंभ