– सभी प्राइवेट शिक्षण संस्थान भी इस अभियान से जुड़े, एडीसी ने किया आह्वान
– तिरंगा फहराने के नियमों के बारे में भी जानकारी दी गई

गुरूग्राम, 04 अगस्त। गुरूग्राम के अतिरिक्त उपायुक्त श्री विश्राम कुमार मीणा ने वीरवार को हर घर तिरंगा अभियान को लेकर हरियाणा प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन के साथ बैठक कर उन्हें इस अभियान में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी करने की अपील की। यह बैठक अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय में आयोजित की गई थी। श्री मीणा हर घर तिरंगा अभियान के लिए जिला गुरूग्राम के नोडल अधिकारी भी हैं।   

बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री मीणा ने हरियाणा प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारियों को ‘हर घर तिरंगा‘ अभियान की जानकारी दी और कहा कि इस अभियान के तहत 15 अगस्त तक विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित करके विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों को अभियान के बारे में जागरूक करते हुए 13 से 15 अगस्त तक अपने-अपने घर पर तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करना है। जिला के अधिकतर प्राइवेट स्कूल इस एसोसिएशन के सदस्य हैं। बैठक का उद्देश्य जिला गुरूग्राम के प्राइवेट स्कूलों को भी हर घर तिरंगा अभियान के साथ जोड़ना और उनमें पढने वाले विद्यार्थियों के माध्यम से लोगों में अभियान के बारे में जागरूकता लानी है ताकि लोग स्वेच्छा से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपनी देशभक्ति की भावना को खुलकर प्रदर्शित करें और अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज गर्व से फहराएं।

श्री मीणा ने प्राइवेट स्कूलों से आए प्राचार्यों को अभियान के अंतर्गत स्कूलों में की जा सकने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्कूलों में विद्यार्थियों के राष्ट्रीय ध्वज की मूल भावना पर आधारित कार्यक्रम जैसे सेमीनार, कार्यशाला, भाषण प्रतियोगिता, कविता पाठ इत्यादि आयोजित करवाए जा सकते हैं। इसी प्रकार तिरंगे पर आधारित विशेष प्रार्थनाएं करवाएं और उनमें राष्ट्रीय ध्वज के इतिहास की जानकारी विद्यार्थियों को दें। यही नहीं, इस विषय पर पेरेन्ट टीचर मीटिंग (पीटीएम) भी आयोजित करके विद्यार्थियों के अभिभावकों को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित करें।   

उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की तिरंगे पर आधारित प्रतियोगिताओं के अलावा, विद्यालय को भी तिरंगे के रंगों में सजाया जा सकता है। विद्यालय भवन पर तिरंगे के रंग की रोशनी करके संदेश दिया जा सकता है। श्री मीणा ने कहा कि उनके कहने का तात्पर्य यही है कि 15 अगस्त तक अब सभी सरकारी तथा गैर सरकारी स्कूलांे तथा संस्थाओं में गतिविधियां राष्ट्रीय ध्वज पर केंद्रित हों क्यांेकि राष्ट्रीय ध्वज हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। इसके साथ अतिरिक्त उपायुक्त ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों से यह भी कहा कि विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को बताएं कि जब भी राष्ट्रीय ध्वज को प्रदर्शित किया जाता है तो वह सम्मान की स्थिति में होना चाहिए। किसी अन्य झण्डे के साथ राष्ट्रीय ध्वज को ना फहराएं और यह ध्यान रखना जरूरी है कि राष्ट्रीय ध्वज सही तरीके से लगा हो।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान व महत्व को ध्यान में रखते हुए उसे घरों, कार्यालयों, संगठनों या एंेजेंसियांे और अन्य स्थानों पर फहराने के कुछ नियम हैं जिनकी पालना हम सभी को करनी चाहिए। उदाहरण के तौर पर राष्ट्रीय ध्वज पर कुछ भी लिखा या छपा नही होना चाहिए। जब राष्ट्रीय ध्वज को क्षैतिज रूप से प्रदर्शित किया जाता है तो केसरिया रंग सबसे ऊपर होना चाहिए और जब लंबवत प्रदर्शित किया जाता है तो केसरियां रंग की पट्टी दांई ओर होनी चाहिए यानी ध्वज के सामने खडे़ व्यक्ति के लिए बाएं मे हो। कोई अन्य झण्डा राष्ट्रीय ध्वज से ऊपर और बराबर नहीं होना चाहिए। इसी प्रकार फूल, माला या प्रतीक सहित कोई भी चीज ना तो राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर रखी जानी चाहिए।

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