अर्बनिस्टा के सस्टेनेबल सोलर पावर्ड हेडफ़ोन प्रदान कर सम्मानित किया

हेरिटेज इंटरनेशनल एक्सपीरिएंशियल स्कूल गुरुग्राम के छात्र विजेता

थीम था ‘‘सभी की खुशहाली के लिए स्वस्थ पृथ्वी – हमारी जिम्मेदारी

स्वस्थ पृथ्वी के लिए मिलकर काम करने की अत्यावश्यकता समाने रखी

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम।  
स्वीडन दूतावास ने मंगलवार को 7 दिवसीय सस्टेनेबल लीविंग चौलेंज़ के विजेताओं की घोषणा की। आयोजन स्वीडिश इंस्टीट्यूट और हेरिटेज इंटरनेशनल एक्सपेरिएंशियल स्कूल गुरुग्राम के सहयोग से किया गया था। ‘ईट स्मार्ट, मूव स्मार्ट और लीव स्मार्ट’ को बढ़ावा देते हुए सबसे नवीन विचारों को सम्मानित करने के इस चैलेंज़ में तनीशी दत्त, शिवांश गुप्ता और आरव भंडारी विजेता चुने गए। विद्यार्थियों की रचनात्मक प्रस्तुत और प्रभाव के आधार पर उनका मूल्यांकन किया गया। विजेताओं को अर्बनिस्टा के सस्टेनेबल सोलर पावर्ड हेडफ़ोन प्रदान कर सम्मानित किया गया। स्वीडिश ब्रांड अर्बनिस्टा सौर ऊर्जा से चलने वाले उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स की रेंज़ पेश कर सस्टेनेबलिटी को बढ़ावा देता है।

चैलेंज़ की शुरुआत पिछले महीने 2-3 जून, 2022 को स्टॉकहोम में आयोजित संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सम्मेलन से पूर्व 1 जून, 2022 को हेरिटेज इंटरनेशनल एक्सपेरिएंशियल स्कूल गुरुग्राम में की गई थी। यह शुरुआत इंटरजेनरेशनल क्लाइमेट डायलॉग के तहत की गई थी जो सस्टेनेबलिटी और जलवायु परिवर्तन को लेकर युवाओं की भागीदारी बढ़ाने और उनकी आवाज बुलंद करने पर केंद्रित था। इस साल उच्च स्तरीय वैश्विक बैठक में स्वस्थ पृथ्वी के लिए मिलकर काम करने की अत्यावश्यकता समाने रखी गई। इस साल का थीम था ‘‘सभी की खुशहाली के लिए स्वस्थ पृथ्वी – हमारी जिम्मेदारी, हमारे अवसर’ जिसके तहत पूरी दुनिया के लोगों, समुदायों, संगठनों और सरकारों को एकजुट किया गया ताकि वर्तमान और भावी पीढ़ी की खुशहाली बढ़ाने के छोटे-बड़े सभी प्रयासों को बढ़ावा देना आसान हो।

तनीशी की पहल हिंदी में मौसम की भविष्यवाणी वाला ऐप
14 वर्षीया तनीशी दत्त सीएसएनएफ  कम्युनिटी सपोर्टेड नेचुरल फ़ार्मिंग से खरीदारी को बढ़ावा देती हैं। किसानों के लिए हिंदी में मौसम की भविष्यवाणी करने वाले ऐप का आइडिया देने के लिए तनीशी को सम्मानित किया गया। यह ऐप  किसानों को खेती, विभिन्न फसलों और रासायनिक मुक्त फसल उत्पादन के बारे में सभी जानकारियां देता है। तनीशी ने साप्ताहिक ई-कचरा और एक्सपायर दवाओं को सुरक्षित फेंकने की खास पहल की है जिसमें इसका विशेष ध्यान रखा गया है कि किसी भी प्राणी को नुकसान ना पहुंचे। इसके अलावा वह अपनी सोसाइटी की मदद से एक छोटा कम्पोस्ट केंद्र स्थापित करने में सफल रही है। यह एक पुराने कूड़ेदान, एक पुरानी स्क्यूअर, कुछ सूखे पत्तों और गीले कचरे से बना है। उन्होंने पर्यावरण अनुकूलन को बढ़ावा दिया है और लोगों से अपील करती हैं कि कार्बन न्यूट्रल होने की उनकी पहल से जुड़ें। खरीदारी में सस्टेनेबलिटी और जब-जब मुमकिन हो ‘इंजन स्विच ऑफ’ करने की आदत डालें।

आरव भंडारी ने बनाया इंस्टाग्राम अकाउंट
13 वर्षीय आरव भंडारी ने सोशल मीडिया के माध्यम से सस्टेनेबल जीवन शैली की जागरूकता बढ़ाई है जिसके लिए उन्हें सम्मानित किया गया है। उन्होंने ‘सस्टेनेबल लाइफ चॉइस बाई आरव भंडारी’ नाम से  इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया जहां पूरे सप्ताह की गई सभी गतिविधियों को पोस्ट करते हैं। उन्होंने अपनी सोसाइटी में वृक्षारोपण अभियान शुरू किया और पौधों की सिंचाई में आरओ के व्यर्थ पानी का सदुपयोग किया। आरव ने एल्युमिनियम फॉयल के बजाय कपड़े से लपेटने को बढ़ावा दिया। बिजली की खपत  कम करने के लिए लोगों से लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों को अपनाने की अपील की। नजदीक जाने के लिए साइकिल के उपयोग का प्रचार किया और लोगों से प्लास्टिक बैग से बचने और अनावश्यक लाइट स्विच ऑन ना रखने की अपील भी की।

.पुराने कपड़ों के पुनर्चक्रण की जागरूकता बढ़ाई
14 वर्षीय शिवांश गुप्ता को उनके कई सराहनीय प्रयासों के लिए विजेता चुना गया जैसे कि मौसमी फलों के उपभोग को बढ़ावा देना, बोतलबंद पानी कम उपयोग करना और खाने की बर्बादी रोकना। इसके अलावा उन्होंने कारपूलिंग, अनावश्यक बिजली उपयोग ना करने और प्लास्टिक कचरे और पुराने कपड़ों के पुनर्चक्रण की जागरूकता बढ़ाई। शिवांश इस आइडिया को भी बढ़ावा देते हैं कि लोग फलदार पेड़-पौधे लगा कर खाद्य आत्मनिर्भरता बढ़ायें, कपड़े के थैले उपयोग करें और ड्रायर के बजाय धूप में कपड़े सुखाएं।

स्वच्छ प्रौद्योगिकियों की अनोखी पेशकश
1 अगस्त को विद्यार्थी नई दिल्ली स्थित बिजनेस स्वीडन कार्यालय में ‘सस्टेनेबिलिटी बाय स्वीडन – शोरूम इंडिया’ देखने गए। इसके साथ  कार्यक्रम समाप्त हुआ। यह भारत में स्वीडिश स्वच्छ प्रौद्योगिकियों की अनोखी पेशकश है जो इंडिया स्वीडन इनोवेशन एक्सेलेरेटर द्विपक्षीय फ्लैगशिप प्रोग्राम के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। छात्रों को बिजनेस स्वीडन की खास सस्टेनेबलिटी और जलवायु परिवर्तन टीम से बात करने का मौका मिला। इस तरह उन्हें यह देखने को मिला कि स्वीडन कैसे सस्टेनेबलिटी की चुनौतियों को कम करने में प्रामाणिक ट्रिपल हेलिक्स मॉडल का उपयोग करता है और सस्टेनेबल जीवन यापन के लिए वैश्विक-स्थानीय समाधान पेश करता है।

छोटे-छोटे कदमों से ही बड़े बदलाव होंगे
सस्टेनेबल जीवन के लिए सामूहिक प्रयास को अत्यावश्यक बताते हुए स्वीडन दूतावास के कार्य प्रभारी गौतम भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘मुझे बहुत खुशी है कि आज के ये विद्यार्थी जलवायु परिवर्तन की चुनौती खत्म करने के लिए ऐसे संवेदनशील और सराहनीय विचार सामने रख रहे हैं। हम कैसे रोजमर्रा की आदतों में मामूली बदलाव के साथ जनहित में बड़े बदलाव ला सकते हैं हमें यह बता रहे हैं। स्वीडन राष्ट्र स्तर पर जीवन के हर पहलू में सस्टेनेबल होने के प्रयास में है। हम सामूहिक जागरूकता बढ़ाने और इस अभियान में योगदान देने के लिए और भी ऐसी पहल को प्रोत्साहित करते हैं। मुझे विश्वास है कि छोटे-छोटे कदमों से बड़े बदलाव होंगे और हम युवा पीढ़ी को बेहतर और सुनहरा भविष्य दे पाएंगे।’’

अनोखी पहल और लीक से हट सोच पर गर्व
स्पोकी व्हीलर, निदेशक, हेरिटेज इंटरनेशनल एक्सपेरिएंशियल स्कूल गुरुग्राम ने कहा, ‘‘हमारे विद्यार्थियों की इस अनोखी पहल और लीक से हट कर उनकी सोच पर मुझे गर्व है। दरअसल हम विद्यार्थियों में जागरूकता और सेवा भाव पैदा करने का लक्ष्य रखते हैं जो इस तरह की पहल में सफल होता दिखता है। उन्होंने इनोवेटिव और गंभीर विचारों से जो योगदान दिया है मैं उससे बेहद रोमांचित और प्रभावित हूं। उनका यह प्रयास और भावना ही तो है जो हमें आश्वस्त करती है कि पृथ्वी का भविष्य आज की तुलना में अधिक सस्टेनेबल होगा। पूरे सप्ताह के इस चौलेंज में छात्रों को रु मायक्लाइमेटप्लान तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया गया जिसमें उन्होंने भोजन, परिवहन और जीवनयापन के सस्टेनेबल साधनों को जानने की कोशिश की। चौलेंज का मुख्य उद्देश्य युवाओं के बीच केवल 7-दिन नहीं बल्कि आजीवन सस्टेनेबल जीवन के लिए इनोवेशन और जागरूकता दोनों को बढ़ावा देना है।.

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