विधानसभा अध्यक्ष माननियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बजाये लिपापोती में जुटे

पटौदी,18/7/2022 :- ‘प्रदेश में जिस प्रकार से आज जनता के चुनें हुए जनप्रतिनिधि ही खौफ के साये में जी रहे हैं वहां के आम लोगों की लाचारगी का सहज ही अन्दाजा लगाया जा सकता है, ऐसा लगता है की जैसे सरकार कोई राजनीतिक दल नही अपितु गुंडें और लुटेरों का सहयोगी गिरोह चला रहा है। ये भी आजादी के बाद इन 70 सालों में पहली बार हो रहा है की विधायक अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर और सरकार की अकर्मण्यता व कायरता के चलते इस्तीफा दे रहे हैं।’ उक्त बातें महिला कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही। उन्होनें कांग्रेस विधायक सुरेन्द्र पंवार द्वारा अपने परिवार की सलामती की खातिर जिस डर के कारण अपना इस्तीफा देना जरुरी समझा ये खट्टर सरकार की नाकामी और उसकी नाकारा नौकरशाही का एक बड़ा उदाहरण है।

वर्मा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचन्द गुप्ता की ये स्वीकारोक्ती की कहीं न कहीं सुरक्षा में कमी रही है। उनका ये बयान दर्शाता है की प्रदेश में माननीयों की सुरक्षा जब राम भरोसे है तो जरुर आम आदमी डर का लबादा ओढ कर अपने जमीर से समझौता परक जिन्दगी जी रहा है। महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा की जब बीते दिनों 14 तारिख को ही कांग्रेसी विधायक द्वारा अपने इस्तीफे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को अवगत करा दिया गया था तब भी सुरक्षा में बरती जा रही चूक किसी बड़े सरकारी षड्यंत्र की और इशारा कर रही है।

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश के सीएम खुद को भ्रष्टाचारियों और अपराधियों का काल बताते हैं वहीं दुसरी तरफ विधायकों से फिरौती वसूलने व उन्हें जान से मारने की धमकी देने वाले अपराधियों को गिरफ्तार करने के मामले मे उनके हाथ खाली रहते हैं, ये उनकी विफलता समझी जाए या सरकार की ही रची कोई साजिश मानी जाए अथवा खट्टर की नाकारा हो रही हरियाणा पुलिस की निष्क्रियता मानी जाए।

महिला कांग्रेस नेत्री ने अनिल विज की खामोशी पर भी ताना मारते हुए कहा की इस घटना ने ये साबित कर दिया की वो सिर्फ कागजी बूढ़ा बब्बर शेर हैं, उनका गब्बरपन सिर्फ विपक्ष पर कॉमेंट्स करने तक है।

वर्मा ने कहा की अपराधियों को संरक्षण दे रही बीजेपी सरकार से न्याय की उम्मीद करना बेमानी है, विधायकों को दी जा रही धमकियों के मामले में सरकार सिर्फ लिपापोती में जुटी है तभी तो आखिर में कांग्रेस के विधायक सुरेन्द्र पंवार को अपने साथी विधायकों व प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी को साथ लेकर विधानसभा अध्यक्ष से मिल कर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करनी पड़ी। उन्होनें कहा की प्रदेश में जंगलराज कायम है, खट्टर को शासन सम्भालने में अपनी विफलता स्वीकारते हुए और जनता से माफी मांगते हुए तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

error: Content is protected !!