दक्षिणी हरियाणा के विकास कार्यो को द्वेष के चलते भेदभावपूर्ण सौतेला व्यवहार की सभी हदे पार : विद्रोही

अब रेवाडी के 2014-19 तक भाजपा विधायक रहे रणधीर सिंह कापडीवास ने ही पत्र लिखकर मुख्यमंत्री मनोहलाल खट्टर सेे मांग की है कि उनके कार्यकाल में मुख्यमंत्री द्वारा रेवाडी के विकास के लिए की गई घोषणा व आधे-अधूरे काम पूरे करवाये। विद्रोही

8 जुलाई 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि वे विगत पांच सालों से लगातार कहते आ रहे है कि भाजपा खट्टर सरकार अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के साथ विकास कार्यो व जनसरोकारों के मामले में भेदभावपूर्ण सौतेला व्यवहार करके जान-बूझकर इस क्षेत्र के विकास कार्यो का निर्माण पूरा नही करवा रही व बजट राशि के अभाव में यहां के महत्वपूर्ण विकास प्रोजेक्ट आधे-अधूरे पड़े है। विद्रोही ने कहा कि अब रेवाडी के 2014-19 तक भाजपा विधायक रहे रणधीर सिंह कापडीवास ने ही पत्र लिखकर मुख्यमंत्री मनोहलाल खट्टर सेे मांग की है कि उनके कार्यकाल में मुख्यमंत्री द्वारा रेवाडी के विकास के लिए की गई घोषणा व आधे-अधूरे काम पूरे करवाये। भाजपा के पूर्व विधायक ने माना है कि रेवाडी के विकास प्रोजेकट धन के अभाव में पूरे नही हो रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल में 2016 में घोषित रेवाडी ब्यायज कालेज के भवन निर्माण के लिए आज तक जमीन आवंटित न करने, भिवाडी से धारूहेड़ा आ रहे गंदे पानी का समाधान नही करने, धारूहेडा बस स्टैंड न बनाने, साहबी नदी पर बन रहे पर्यटक स्थल का समुचित निर्माण न करने, सात साल से रेवाडी कन्या माध्यमिक विद्यालय का भवन निमार्ण न करने, राजकीय वैटनरी पालीटैक्नीक सहारनवास में सुविधाएं न देने व रेवाडी के सामान्य सरकारी अस्पताल को ट्रामा सैंटर से जोडने के लिए फुट ओवर ब्रिज न बनाने के मुद्दों का उल्लेख किया है।

विद्रोही ने कहा कि अब अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा के ही पूर्व विधायक भी मान रहे है कि रेवाडी के साथ विकास कार्यो में भाजपा खट्टर राज में भेदभावपूर्ण सौतेला व्यवहार हो रहा है। यही बात मैं पिछले 5-6 सालों से सार्वजनिक तौर पर अहीरवाल के विकास प्रोजेक्टों का नाम गिना-गिना कर कहता आ रहा हूं कि भाजपा खट्टर सरकार ने कांग्रेस राज के शुरू किये दक्षिणी हरियाणा के सभी विकास प्रोजेक्ट धन अभाव में आधे-अधूरे पड़े है। विगत 8 सालों में भी गोठडा-पाली सैनिक स्कूल व महिला रीजनल सैंटर कृष्णनगर का भवन निर्माण नही हो पाया। कोसली में नर्सिग कालेज व लॉ कालेज बनाने की बात अभी तक हवा हवाई है। रेवाडी के सामान्य अस्पताल को 200 बैड करने के लिए अभी तक भी जमीन आवंटित नही हुई। रेवाडी जिला पुस्तकालय बनाने के लिए दावे तो किये जाते है, लेकिन कुछ नही हो रहा। 

विद्रोही ने कहा कि इसी तरह महेन्द्रगढ़ व गुरूग्राम जिले के कांग्रेस जमाने के शुरू किये विकास प्रोजेक्ट आधे-अधूरे पड़े है। नारनौल में बनने वाला मल्टी स्पेशयलिटी हब का निर्माण 7 साल से नही हो पाया। गुरूग्राम में काकरोला-भागरोला यूूनिवर्सिटी का भवन निर्माण कब होगा, कोई नही जानता। बिनौला रक्षा विश्वविद्यालय ठंडे बस्ते में है। रेवाडी में पीने के पानी का उचित प्रबंधन भी 5 साल से नही हुआ। विद्रोही ने कहा कि उक्त विकास प्रोजेक्टस तो मात्र बानगी है, वस्तुत: विगत 8 सालों में भाजपा खट्टर सरकार ने अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के विकास कार्यो को राजनीतिक कारणों, द्वेष के चलते भेदभावपूर्ण सौतेला व्यवहार की सभी हदे पार कर दी है। 

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