जब प्रदेश के विधायकों को ही अपराधी जान से मारने की धमकी देकर फिरौती मांग सकते है तो सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि हरियाणा में कानून व्यवस्था किस कदर लचर है : विद्रोही
मुख्यमंत्री स्वयं के निर्वाचन क्षेत्र करनाल में अपराधी बेखौफ हो तो सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था कैसी होगी। आज हरियाणा में अपराधी मस्त है, पुलिस पस्त है और आमजन त्रस्त है। विद्रोही

9 जुलाई 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहलाल खट्टर से सवाल किया कि जब प्रदेश के पांच विधायकों को दुबई से जान से मरने व फिरौती देने की लगातार धमकियां मिल रही है, तब वे कैसे दावा करत सकते है कि हरियाणा में कानून व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त है। विद्रोही ने आरोप लगाया कि यदि कानून व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त है तो अपराधी विधायकों को जान से मारने की धमकी देकर फिरौती मांगने की हिम्मत नही करते? जब प्रदेश के विधायकों को ही अपराधी जान से मारने की धमकी देकर फिरौती मांग सकते है तो सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि हरियाणा में कानून व्यवस्था किस कदर लचर है और अपराधियों के हौसले कितने बुलंद है। भाजपा सरकार व उसके नेता धमकी मिलने वाले कांग्रेस-भाजपा विधायकों को पर्याप्त सुरक्षा देने की बजाय सुरक्षा देने के जुबानी दावे करके एक तरह से धमकी देने वाले अपराधियों के ही हौंसले बुलंद कर रहे है। विधायकों को मिली धमकी पर भाजपा का रवैया नकारात्मक है।

विद्रोही ने कहा कि इसी वर्ष के बजट सत्र में भाजपा खटटर सरकार ने कानून व्यवस्था पर एनसीआरबी के आंकडे विधानसभा पटल पर रखकर स्वयं स्वीकारा था कि हरियाणा में अपराध की घटनाएं बढ़ रही है। रेप, गैंगरेप, महिला अपराध, हत्या, लूट, डकैती, फिरौती मामले लगातार बढ़ रहे है। फिर भी मुख्यमंत्री खट्टर की वस्तुस्थिति को स्वीरकार करके न कोई ठोस कदम उठा रहे है और न ही पुलिस विभाग को चुस्त-दुरूस्त करने का प्रयास कर रहे है। ट्रांसफर, पोस्टिंग व अन्य मामलों में सीएमओ व गृहमंत्री अनिल विज के बीच आपसी विवाद व टकराव जग-जाहीरे है जिसकी बानगी गृहमंत्री अपने मीडिया बयानों में देते रहते है।

विद्रोही ने कहा कि 8 सालों में हरियाणा में पुलिस अफसरों की पोस्टिंग व ट्रांसफर पेशवर दक्षता व अधिकारी के पूर्व रिकार्ड के मध्यनजर न होकर भारी लेन-देन व संघी भक्त कौन है, इसको मुख्य आधार बनाया जा रहा है जिसके चलते पुलिस विभाग में पेशेवर कार्य दक्षता कम ुहुई है। वहीं भ्रष्टाचार बढ़ा है। अपराध व एफआईआर पर निर्णय अपराध की गंभीरता, तथ्यों पर न होकर संघीयों के मुंह देखकर किये जा रहे है जिससे प्रदेश की कानून व्यवस्था लगातारे बिगड़ रही है। दिल्ली के आसपास एनसीआर क्षेत्र में सबसे ज्यादा अपराध, लूट, हत्या, डकैती, महिला यौन शोषण की घटनाएं हो रही है। एनसीआर में अपराधियों की सड़कों पर दिन-दहाड़े गोलीबारी आम बात हो गई है। विद्रोही ने कहा कि जब मुख्यमंत्री स्वयं के निर्वाचन क्षेत्र करनाल में अपराधी बेखौफ हो तो सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था कैसी होगी। आज हरियाणा में अपराधी मस्त है, पुलिस पस्त है और आमजन त्रस्त है। वहीं पुलिस अधिकारी व संघी नेता जुमलेबाजी व सत्ता दुरूपयोग से लूट में मस्त है। यही आज के हरियाणा की धरातल की वास्तविकता है। 

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