उदयपुर में कन्हैया के हत्यारों को फाँसी की मांग के लगाए नारे.
कन्हैया की हत्या करने वाले मुस्लमान नहीं बल्कि आतंकवादी.
गुरुग्राम में मुस्लिम संगठनों ने दिखाया जिहादियों को भाईचारा

फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम। उदयपुर में हुई टेलर कन्हैया की हत्या के विरोध में जहाँ अलग अलग हिंदूवादी संगठन प्रदर्शन कर रहे है। वही सोमवार को साइबर सिटी गुरुग्राम के मुस्लिम संघठनो ने मिलकर एडीसी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा । उदयपुर हत्याकांड के बाद देश में बढ़ती हुई धार्मिक कट्टरता और हिंसक गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने और इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले के खिलाफ कार्यवाही की माँग इस ज्ञापन द्वारा गुरुग्राम के इमाम संगठन द्वारा की गई है। ज्ञापन सौंपने से पहले सभी ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाए । गुरुग्राम के सभी इमामों ने कन्हैय्या के हत्यारों को फांसी की सजा की भी माँग की है।

खुर्शीद रजाका (राष्ट्रिय संयोजक मुस्लिम राष्ट्रिय मंच) मुस्लिम राष्ट्रिय मंच के राष्ट्रिय संयोजक की माने तो देश में जिस तरह धार्मिक कट्टरता बढ़ रही है। इसपर रोक लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उदयपुर हत्याकांड का मुस्लिम राष्ट्रिय मंच पूर्ण रूप से विरोध करते है। वहीं मानेसर में विशेष समुदाय को गाँव से बाहर का रास्ता दिखाने वाली बात पर भी खुर्शीद रजाका का कहना है कि भारत किसी एक धर्म या जाति का देश नहीं है।

मौलाना सुहैब कासमी (सदर,जमात उलेमा हिन्द ) और मौलाना मोहम्मद शमून (सदर,गुरुग्राम इमाम संगठन) के द्वारा कहा गया कि कन्हैया हत्याकांड की निंदा के लिए शब्द भी कम पड़ रहे हैं। जमात उलेमा हिन्द के सदस्य मौलाना कासमी का कहना कि देश के प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में किसी विशेष समुदाय के लिए नहीं कभी नही कहा। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवादी सोच के लोग जिस तरह देश में आतंक फैलाने का काम कर रहे है , हमे उनसे लड़ना चाहिए । जो भी धार्मिक कट्टरता के नाम पर आतंक को बढ़ावा देते है, उनका विरोध होना चाहिए। यही नही गुरुग्राम इमाम संगठन के तमाम इमामो ने उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों के लिए फांसी की मांग भी की है।

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