-जिला प्रशासन की शहर में पानी निकासी की खुली पोल, किसानों के चेहरे खिले भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। करीब दस दिन के इंतजार के बाद आखिर मानसून ने अपनी दस्तक दें ही दी। लगातार दूसरे दिन हुई बरसात से आसमान से झमाझम पानी बरसा। आम लोगों की गर्मी से राहत मिलने के साथ ही किसानों के चेहरों पर नई चमक दिखाई दी वही नारनौल शहर में दूसरे दिन जारी लगातार बरसात से हुए जलभराव के कारण बाजारों में दुकानदारों तथा आम नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही इस मौसम की बरसात ने प्रशासन के शहर से बरसात के पानी की निकासी के दावों की पोल खोल दी। वहीं बरसात के कारण तापमान में भी भारी गिरावट देखने को मिली। मौसम की दस्तक के साथ ही क्षेत्र के तापमान भी गिरावट दर्ज की गई। वैसे तो मानसून की पहली बरसात की फुहारें बृहस्पतिवार को ही आनी शुरू हो गई थी, लेकिन शुक्रवार सुबह को तेज तथा शनिवार को हुई अच्छी बरसात ने आम लोगों को गर्मी से राहत प्रदान की है। ज्ञातव्य है कि गत दस दिन भीषण गर्मी व उमस के कारण लोग भारी परेशानी महसूस कर रहे थे। आम लोग बरसात की बेसब्री से इंतजार करने लगे थे। शुक्रवार सुबह तथा शनिवार शाम को आई बरसात ने लोगों को गर्मी व उमस से राहत प्रदान की और मौसम में नमी आ गई। किसानों के चेहरे खिले: लम्बे समय से क्षेत्र के किसान अच्छी बरसात का इंतजार कर रहे थे, दुसरे दिन हुई बरसात ने किसानों के चेहरे पर रौनक पैदा कर दी। क्षेत्र में बोई गई कपास, बाजरे व ग्वार के फसल के लिए वरदान साबित हुई है। इस बरसात के बाद अब किसान अपने शेष खेतों में ग्वार तथा बाजरे की बिजाई भी कर सकते है। पेयजल की समस्या भी कम हुई: बरसात से पूर्व नहरी पानी पर आधारित पेयजल योजनाएं नाकाफी होने लगी थी तथा नहरों में पानी नहीं आने के कारण पेयजल संकट बढऩे लगा था तथा नांगल चौधरी तथा निजामपुर जैसे क्षेत्रों के अधिकांश गांवों में पेयजल की समस्याएं गंभीर होने लगी थी। अब इस बरसात के बाद पेयजल की समस्या काफी कम हो गई है। शहर में जगह-जगह भरा पानी, प्रशासन के बरसात के पानी की निकासी के दावे फेल: शहर में बरसात के पानी से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस तैयारी नहीं की थी, जिसके कारण शहर की प्रत्येक गली में जगह-जगह पानी जमा हो गया। इससे यह कहा जा सकता है कि इस बरसात ने प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है। शहर में जगह-जगह पानी भर गया है तथा लोगों को यहां से निकलना दूभर हो गया है। शहर में अनेक स्थानों पर यह भी देखा गया है कि मुख्य मार्गों पर भी पानी भर गया है, जिस कारण पैदल चलने वालों के साथ-साथ वाहनों का निकलना परेशानी का कारण बन गया है। शहर के जिन स्थानों पर पानी भर गया उनमें नगर परिषद के सामने, सैन चौक, महता चौक, महेंद्रगढ़ मार्ग स्थित आईटीआई के पास, पार्क गली, नलापुर, जमालपुर, शिवनगर, पुरानी कचहेरी के पास, सराय ढुसरान, शिवाजी नगर, अनाज मंडी तथा अनेक जगहों पर दो से तीन फीट पानी जमा रहा। इस पानी से महिलाओं तथा बच्चों को निकलना कठिन हो गया तथा वाहनों को निकलना भी आसान नहीं रहा। नारनौल में 43.2. एम.एम. हुई बरसात: मानसून की पहली बरसात ने बता दिया है कि आगाज अच्छा है। शुक्रवार को मानसून की बरसात 43.02 एम.एम. हुई है। यह बरसात केवल शहर में ही नहीं, बल्कि गांवों में भी ऐसी ही बरसात हुई है। बृहस्पतिवार व शुक्रवार सुबह को जमकर हुई बरसात ने मौसम को सुहाना बना दिया। आसमान में छाए बादलों को देखते हुए यह कहा जा रहा है कि अभी ओर भी बरसात हो सकती है। महेंद्रगढ़ जिले में कहा-कहा कितने हुई बरसात: राजकीय महाविद्यालय नारनौल पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी चन्द्र मोहन ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में सुबह से ही जबरदस्त तरीके से मानसून का फैलाव और आगाज देखने को मिला। जिसकी वजह से महेंद्रगढ़, सतनाली, अटेली, कनीना, नांगल चौधरी और नारनौल सभी स्थानों पर बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि नारनौल 43.2, महेंद्रगढ़ 23.3, पाली 15.5, अटेली 9.0, कनीना 14.0, सतनाली 12.5, नांगल चौधरी 8.0 एमएम बरसात दर्ज की गई। आज जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ का अधिकतम तापमान क्रमश 28.0 डिग्री सेल्सियस और 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ का न्यूनतम तापमान क्रमश: 24.5 डिग्री सेल्सियस और 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। आने वाले दिनों में हरियाणा एनसीआर दिल्ली और विशेषकर जिला महेंद्रगढ़ पर लगातार मानसून गतिविधियों को दर्ज किया जाएगा 4-5 जुलाई को मॉनसून गतिविधियां में कमी देखने को मिलेगी हालांकि बीच में बिखराव के रूप में एक दो स्थानों पर हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती है और उसके बाद 6 जुलाई से फिर से मानसून गतिविधियों की सम्पूर्ण हरियाणा एनसीआर दिल्ली में प्रबल संभावनाएं बन रही है। *बारिश से नवनिर्मित नालों की नींव से भरे पानी से लोहा मंडी दुकानों में दरार * एसडीएम ने किया दौरा दिया व्यापारियों को उचित कार्यवाही का आश्वासन बीते शुक्रवार आई बारिश लोहा मंडी व्यापारियों के लिए आफत बन कर आई। पूरे दिन हुई वर्षा से पानी की उचित निकासी न होने के कारण हाली में ही हुए सीवर खुदाई कार्य की वजह से दुकानों में दरारे आ गयी। एकदम से आई दरारों को देख दुकानदारो में हड़कंप मच गया। मैं. गोयल आयरन स्टोर , शांति आयरन स्टोर , श्री कृष्णा एग्रो सेल्स , घनश्याम आयरन स्टोर एवम अन्य दुकानों में तरेड़ आ गयी । आनन फानन में मार्केट मे दरार आई दुकानदारो ने दुकान से बाहर आकर मार्किट यूनियन को बुलाया। जिस पर सूचना नगराधीश श्री मनोज कुमार को दी गयी। आज प्रातः एसडीएम मनोज कुमार अपनी टीम के साथ लोहा मंडी का मुआयना करने पहुचे जहां उन्होंने दुकानों की दीवारों में आई दरारों का अवलोकन किया एवम व्यापारियों की परेशानियां सुनी। दुकानदारो ने आरोप लगाया कि ठेकेदार ने सीवर के पाइप बिना सीमेंट के बेस बनाये सीधे लगा दिए जिस से वे बारिश के पानी से बैठ गए एवम दुकानों की नींव तक वर्षा का पानी पहुँच गया । समस्त अवलोकन उपरांत एसडीएम ने व्यापारियों को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया जिस से आगामी नुकसान एवं खतरे को टाला जा सके। इस मौके पर शिवकुमार गोयल , शांति तायल , रोहित गोयल , घनश्याम , ओमप्रकाश तायल , देवकीनन्दन गोयल , देवेंद्र चौधरी एवम अन्य व्यापारी मौजूद रहे । मंडी अटेली में भी रास्तों में भरा पानी, राहगीरों का निकलना हुआ मुश्किल वर्षा होते ही अटेली अनाज मंडी में पानी ही पानी हो गया। रास्तों में पानी जमा हो गया जिससे रास्तों से निकलना मुश्किल हो गया। मंडी में रहने वाले लोगों का कहना है कि जब भी वर्षा आती है मंडी में पानी जमा हो जाता है। पानी निकासी की व्यवस्था को लेकर मार्केट कमेटी सचिव को कई बार अवगत करवाया गया लेकिन समाधान नहीं किया जा रहा है। अनाज मंडी में पानी की निकासी को लेकर कुछ दिन पहले व्यापारियों ने उपमंडल अधिकारी को ज्ञापन भी दिया था। उपमंडल अधिकारी के आदेश पर मार्केट कमेटी ने पानी निकासी के लिए नालों का निर्माण व सीवर की व्यवस्था ठीक करने के लिए प्रस्ताव भेजा हुआ है। इस संबंध में मार्केट कमेटी के सचिव यदुराज यादव ने बताया कि पानी की व्यवस्था को लेकर पानी निकासी के नाले व सीवर के लिए प्रस्ताव भेजा हुआ है। जल्द ही इस पर काम शुरू होना है। Post navigation वोट है तो चुनकर आये अन्यथा अपने घर जाये आबकारी विभाग बना बड़े ठेकेदारों की पालतू बिल्ली, सरकार की पालिसी को धरा टांड़ पर