महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट कराने के शोर के बीच शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करने के गवर्नर के आदेश को SC में चुनौती दी गई है.

दिल्ली: महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट कराने के शोर के बीच शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करने के गवर्नर के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. शिवसेना ने फ्लोर टेस्ट के खिलाफ याचिका पर तुरंत सुनवाई की मांग की है. अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में इस याचिका को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जे बी पारदीवाला की बेंच के सामने मेंशन किया है. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर शाम 5 बजे सुनवाई करने को कहा है.

महाराष्ट्र के सियासी संकट पर बातें

सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि “ये पूरी तरह गैर कानूनी फ्लोर टेस्ट है. कल ही सुबह 11 फ्लोर टेस्ट होना है. हमें आज ही सुना जाए.”

शिंदे ग्रुप ने इस केस पर सुनवाई का विरोध किया है. पक्ष के वकील नीरज किशन कौल ने कहा कि “यह राज्यपाल का विशेष अधिकार है. अदालत को इसमें दखल नहीं देना चाहिए. ये लोग मामले को कंफ्यूज कर रहे हैं.”

सुप्रीम कोर्ट ने सिंघवी को कहा कि आज शाम को 5 बजे मामले की सुनवाई करेंगे. 3 बजे तक कॉपी को सभी पक्षों  को दें. कोर्ट को भी पेपर दें. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि यह मामला विधायकों की अयोग्यता से अलग है, लेकिन अर्जेंसी को देखते हुए मामले की सुनवाई करेंगे. शाम पांच बजे सुनवाई होगी. सिंघवी ने कोर्ट को भरोसा दिया कि सभी पक्षों को कॉपी दी जाएगी.

महाराष्ट्र गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने ठाकरे सरकार को गुरुवार को विधानसभा सदन में बहुमत साबित करने का आदेश दिया है. उन्होंने विधानसभा सचिव राजेंद्र भागवत को एक पत्र लिखकर सुबह 11 बजे सदन का एक विशेष सत्र बुलाने को कहा है. 

शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर सवाल उठाए कि “अगर सुप्रीम कोर्ट ने 11 जुलाई तक 16 विधायकों की अयोग्यता पर याचिका को टाल रखा है तो फ्लोर टेस्ट की मांग कैसे की जा सकती है? उन्हें अयोग्य करने का नोटिस जब न्यायिक क्षेत्र में है तो वो वोट कैसे कर सकते हैं? सुप्रीम कोर्ट में आखिरी सुनवाई के पहले फ्लोर टेस्ट कराना कोर्ट की अवमानना साबित होगा.”

बता दें कि अभी मंगलवार की रात को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात की थी. उन्होंने बताया था कि उन्होंने राज्यपाल को एक पत्र सौंपा है, जिसमें उनसे सरकार से सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहने का अनुरोध किया गया है.

देवेंद्र फडणवीस राज्‍यपाल मुलाकात से पहले दिन में दिल्ली में देखे गए थे. माना जा रहा है कि वो इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने गए थे. कहा जा रहा है कि फडणवीस ने दोनों नेताओं को महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रमों से अवगत कराया हो और राज्य में पार्टी की भावी रणनीति से जुड़े विभिन्न पहुलओं पर चर्चा की थी.

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