भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल । सोमवार को नारनौल लघु सचिवालय में अग्निपथ योजना के खिलाफ कांग्रेस जनों द्वारा पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में 10 बजे से 1 बजे तक शांतिपूर्ण सत्याग्रह किया गया जिसमें महिला कांग्रेस , कांग्रेस सेवादल व प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण राव के नेतृत्व में युवा कांग्रेस के अनेकों पदाधिकारियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ।  कार्यक्रम का मंच संचालन अनिल सैनी ने किया । 

इस अवसर पर पूर्व मंत्री व कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे राव नरेंद्र सिंह ने अपने सम्बोधन में इस अग्निपथ योजना को युवाओं के भविष्य व किसान परिवारों के साथ मजाक बताते हुए कहा कि इस योजना का सीधा असर किसान परिवारों पर पड़ेगा , फौजी बनने का मतलब था 15 से 20 साल की नौकरी फिर जीवन भर मान सम्मान व पेंशन । लेकिन इस अग्निपथ योजना ने वो सब छिनने का काम किया है । वन रैंक वन पेंशन का नारा देकर सत्ता में आई भाजपा सरकार ने नो रैंक नो पेंशन स्किम लागू कर दी है । 

राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि इस योजना का और भी गहरा प्रभाव यह होगा कि फौज में भर्ती कम हो जाएंगी , अगर बात मौजूदा स्थिति की करें तो आज भारतीय सेना की संख्या करीबन 14 लाख है और इस संख्या को बनाएं रखने के लिए हर साल 65 से 75  हजार जवानों की स्थाई नौकरी जरूरी है । अग्निपथ योजना में हर साल लगभग 50 हजार जवानों की भर्ती होगी और वह भी केवल 4 साल के लिए , उसके बाद उनमें से लगभग 12 हज़ार अग्निवीरों को स्थाई नौकरी दी जाएगी , अगर इसी आंकड़े पर चले तो आज से 15 साल बाद फौज की कुल संख्या घटकर करीबन 4 से 5 लाख रह जाएगी , यानी फौज की संख्या लगभग आधी हो जाएगी , इससे देश की सुरक्षा पर जो असर होगा वह जगजाहिर है ।

राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार अग्निवीरों को पक्की नौकरी देने का वादा करके झूठे सपने दिखा रही है , मौजूदा सरकार की नीतियों के चलते आज हरियाणा बेरोजगारी के मामले में पूरे देश में नम्बर 1 पर है , आंकड़ों के अनुसार अब तक करीब 29 हजार पूर्व सैनिकों ने नौकरी के लिए आवेदन किया , जबकि सरकार ने 543 ही नौकरी दी हैं , यानी सरकार सिर्फ 1.8 प्रतिशत पूर्व सैनिकों को ही नौकरी दे पाई है ऐसे में 4 साल के बाद सेना से वापस आने वाले 75 प्रतिशत अग्निवीरों को कैसे नौकरी दे पाएगी । 

राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि आज का युवा वर्ग मौजूदा सरकार से बेहद दुखी व आहत है , मौजूदा सरकार युवाओं को स्थाई नौकरी देने की बजाय ठेके पर नौकरी देने की योजना बनाई जा रही हैं । जिसके चलते पिछले 1 साल में 27 प्रतिशत पक्की नौकरी में गिरावट आई है व ठेके पर नौकरी की संख्या दोगुनी हुई है । पिछले 3 साल से  50 हजार युवा जिन्होंने सेना के जिन भर्तियां के फिजिकल , रिटन व मेडिकल तक हो चुके थे उन्हें भी अग्निपथ योजना के तहत रद्द कर दिया गया है । जिन युवाओं के परिवारजनों ने कर्ज लेकर अपने बच्चे को फौज की तैयारी के लिए पढ़ाया था , उन सभी युवाओं को अपनी शुरुआत शून्य से करनी होगी । 

इस अवसर पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह ने सरकार से इस अग्निपथ योजना को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि पिछले 3 साल से भर्ती ना होने के कारण युवाओं को 3 साल की छूट दी जाए व साथ ही हाल ही में सेना में भर्ती को लेकर जिस युवा ने मजबूरन आत्महत्या की उनके परिवार को सांत्वना के तौर पर मुआवजा व परिवार में किसी को सरकारी नौकरी दी जाए व साथ ही युवा साथियों से भी अपील करते हुए कहा कि आज युवा सड़को पर आंदोलन करने को मजबूर है ,  अग्निपथ योजना का पूरे देश में भारी विरोध हो रहा है युवाओं की इस मांग को हमारा पूरा समर्थन है व युवा वर्ग से आग्रह है कि शांति व सयंम ही लोकतंत्र में अपनी बात रखने का रास्ता है इसलिए इसे बनाएं रखें । 

इस अवसर पर मास्टर धर्मेंद्र यादव , प्रोफेसर भूप सिंह , जसवंत भाटी , सतपाल दहिया , चन्द्रप्रकाश एडवोकेट ,विजय शर्मा , राज बडेसरा , आचार्य सूबे सिंह , महेश सोडा ,  सुमित एडवोकेट , ओमप्रकाश मांडैया , विपिन कुमार व अजित यादव ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया । 

इस दौरान क्षेत्र के अनेकों पूर्व सैनिक , पूर्व सरपंच , पंच , पार्षद , नम्बरदार व अन्य लोगों ने इस सत्याग्रह का हिस्सा बन अग्निपथ योजना के प्रति अपना विरोध दर्ज किया ।

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