एक सादे मुख्यमंत्री को जो अपने आपको मुख्य सेवक होने का ढिंढौरा पीटे, उसके सुख-सुविधाओं व तामझाम खर्च में पूर्व मुख्यमंत्रीयों की तुलना में ज्यादा पैसे, संसाधन क्यों रखे  जा रहे है? विद्रोही
मुख्यमंत्री कार्यालय व निवास के नाम पर हरियाणा से बाहर के संघीयों को अनावश्यक रूप से भर्ती करके मोटा-मोटा वेतन व सुविधाऐं क्यों दी जा रही है? विद्रोही
सुरक्षा के नाम पर मुख्यमंत्री के प्रदेश के दौरों के दौरान आमजन, फरियादियों को उनके पास फटकने क्यों नही दिया जा रहा? विद्रोही

26 जून 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से सवाल किया कि यदि वे अपने आपको प्रदेश का मुख्य सेवक मानते हैे और उनके दावे के अनुसार मुख्यमंत्री रहते प्रदेश में किसी के साथ भेदभाव नही होगा तो फिर विगत आठ साल से विकास कार्यो में अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के साथ भेदभावपूर्ण सौतेला व्यवहार क्यों हो रहा है? अहीरवाल के शिक्षा, स्वास्थ्य से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण विकास प्रोजेक्ट बजट धन अभाव में अटके क्यों पड़े है? विद्रोही ने कहा कि शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने पटौदी-गुरूग्राम में एक कार्यक्रम में दमगज्जा तो ठोक दिया कि वे प्रदेश के मुख्य सेवक है और उनके रहते किसी से भेदभाव नही होगा। लेकिन उनके आठ साल के राज के क्रियाक्लाप उनके दावों से मेल नही खाते है। खट्टर जी की कथनी-करनी में दिन-रात का अंतर है। अपने को मुख्य सेवक बताकर लोगों को भावनात्मक रूप से ठगने वाले मनोहरलाल खट्टर ने मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सुख-सुविधाओं, सुरक्षा तामझाम, कारो के बेड़े, हेलीकाप्टर, सीएमओ कार्यालय, निवास के चाय-पान खर्च, निजी कर्मचारियों के अमले में पूर्व मुख्यमंत्रीयों की तुलना में बढोतरी ही नही की है अपितु धन भी बहुत ज्यादा खर्च किया है।

विद्रोही सवाल किया कि एक सादे मुख्यमंत्री को जो अपने आपको मुख्य सेवक होने का ढिंढौरा पीटे, उसके सुख-सुविधाओं व तामझाम खर्च में पूर्व मुख्यमंत्रीयों की तुलना में ज्यादा पैसे, संसाधन क्यों रखे  जा रहे है? सुरक्षा के नाम पर मुख्यमंत्री के प्रदेश के दौरों के दौरान आमजन, फरियादियों को उनके पास फटकने क्यों नही दिया जा रहा? नई-नई गाडियों व हेलीकाप्टर के नाम पर करोडों रूपये क्यों बर्बाद किये? लोगों की आवभगत के नाम परे करोड़ों रूपये चाय-पानी, समोसे, लडडू, मेवों पर क्यों बर्बाद किये जा रहे है? मुख्यमंत्री कार्यालय व निवास के नाम पर हरियाणा से बाहर के संघीयों को अनावश्यक रूप से भर्ती करके मोटा-मोटा वेतन व सुविधाऐं क्यों दी जा रही है?

विद्रोही ने सवाल किया कि यदि खटटर जी के राज में किसी के साथ भेदभाव नही हो रहा तो फिर अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के सभी महत्वपूर्ण विकास प्रोजेक्ट धन अभाव मेें विगत आठ साल से पूरे होने का नाम क्यों नही ले रहे? अहीरवाल में एक भाजपा नेता से राजनीतिक प्रतिबद्धंता का दंड पूरे देश को क्यों दिया जा रहा है? राजनीतिक कारणों से विकास प्रोजेक्टों को पर्याप्त बजट क्यों नही दियो जाता? बार-बार आग्रह करने पर भी अहीरवाल के विकास प्रोजेक्ट क्यों अटके पड़े है, इसका जवाब नही मिलता और न ही सीएम इस पर श्वेत पत्र जारी करनेे की हिम्मत दिखाते। विद्रोही ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर का व्यवहार एक सेवक का न होकर एक राजा जैसा है और प्रदेश में तीन जातियों के संघीयों को सत्ता दुरूपयोग से सारी मलाई चाटने का भरपूर मौका दिया जा रहा है और वहीं दूसरी ओर पिछड़ी व दलित जाति के लोगों के संवैद्यानिक हक मारने व अहीरवाल के साथ भेदभाव करने का कोई मौका नही छोड़ा जा रहा है। 

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