जिले के लगातार गिर रहे भू -जल स्तर पर जीएमडीए की बैठक में हुआ मंथन

गुरुग्राम। जिले के लगातार गिर रहे भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए बरसाती पानी के संचयन पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए आईआईटी विशेषज्ञ की मदद लेकर कमेटी का गठन कर नजफगढ़ ड्रेन के माध्यम से यमुना में बहने वाले बरसाती पानी को जिले में ही संचयन करने की नीति तैयार की जाए। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जीएमडीए की बैठक में जल स्रोतों को बचाने व जिले में मौजूद झीलों को पानी से भरने पर विचार किया गया।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बैठक में उनकी ओर से प्रस्ताव दिया कि मानसून के दौरान बरसने वाले पानी को विभिन्न माध्यम से नजफगढ़ ड्रेन में डाल दिया जाता है और उसके बाद यह पानी यमुना में जाकर आगे खाड़ी में चला जाता है। राव ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से मानसून के दौरान बरसने वाले पानी को जिले में ही संचित करने के लिए आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इस बात पर सहमत है कि इस प्रकार की योजना को मूर्त रूप दिया जाए। राव ने कहा कि अधिकारियों को सुझाव दिया है कि जल संचयन में काम करने वाले आईआईटी एक्सपर्ट के साथ एक कमेटी का गठन किया जाए जो बरसाती पानी को नजफगढ़ ड्रेन में बहने के बजाय जिले में ही संचित करने के लिए विस्तृत अध्ययन करें।

राव ने कहा कि पंचायती जमीनों व अरावली क्षेत्र से सटे क्षेत्रों में बरसाती जल के संचयन के लिए विशाल जलाश्य बनाने आवश्यक है ताकि आने वाले दिनों में जल स्तर बढ़ सके और लोगों को पानी की कमी से राहत मिले। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस संबंध में हमें जन जागरण अभियान भी चलाना होगा और हुड्डा के नियमों के अनुसार विभिन्न रेजिडेंशियल एरिया व बड़े औद्योगिक व रिहायशी प्लॉटों के मालिकों से बरसाती पानी संचयन के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का कार्य सुनिश्चित करना होगा।

केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को सुझाव दिया कि इस विषय में निपुण लोगों की कमेटी का गठन कर आने वाले मानसून में जल संचयन के प्रयास अभी से शुरू कर देना चाहिए।

बैठक में नजफगढ़ ड्रेन , दमदमा झील को भरने जैसी योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई।

झाड़सा बांध को हरा-भरा करने व सौदयीकरण की योजना को सिरें चढ़ाएं अधिकारी

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने जीएमडीए की बैठक में शहर में हरियाली बढ़ाने के प्रस्ताव पर कहा कि शहर के बीचोबीच स्थित झाड़सा बांध पर पौधारोपण कर इसे शहर की लाइफ लाइन बनाने का कार्य अधिकारी करें। बैठक में राव ने वन विभाग के अधिकारियों को लताड़ते हुए कहा कि झाड़सा बांध पर पटेल नगर क्षेत्र में लोग अपने पैसों से हरियाली को बढ़ावा देने व पेड़ पौधों को पालने का कार्य अपने खर्च से कर रहे हैं लेकिन वन विभाग के अधिकारी उन्हें परेशान करने का कार्य करते हैं। राव ने कहा कि बांध पर अतिक्रमण किसी भी सूरत में ना हो लेकिन हरियाली को बढ़ाने का कार्य भी हमें करना चाहिए उन्होंने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि झाड़सा बांध पर वेस्ट वाटर पाइप लाइन व रोशनी उपलब्ध करवाने के लिए लाइटों का प्रबंध करें और वन विभाग के साथ मिलकर हरियाली को बढ़ाने का कार्य करें।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी इस विषय पर कहा कि उनके संज्ञान में भी यह मामला आया है और उन्होंने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि बांध का सुंदरीकरण करना चाहिए।

निगम अधिकारियों ने बताया कि शहर के बीचोबीच स्थित वन विभाग की जमीन का तबादला करने का कार्य भी विचाराधीन है और वन विभाग से इस संबंध में चर्चा की जा रही है । निगम अधिकारियों का कहना है कि झाड़सा बंध आने वाले दिनों में निगम अपने अधीन कर लेगा और वन विभाग को जिसके बदले में जमीन देने पर सहमति बनाने का कार्य करेगा।

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