निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने नगर निगम की स्वच्छता शाखा के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में दिए निर्देश गुरूग्राम, 23 जून। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने कहा कि सार्वजनिक सेवाएं जैसे सफाई किसी भी सूरत में प्रभावित नहीं होनी चाहिए। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रतिदिन सफाई व्यवस्था बेहतर हो। इसके लिए निगरानी व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाएं। उक्त निर्देश निगमायुक्त ने वीरवार को नगर निगम गुरूग्राम की स्वच्छता शाखा के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के लिए कार्य कर रहे कर्मचारियों तथा मशीनरी की प्रभावी निगरानी की जाए तथा यह सुनिश्चित करें कि मौके पर किसी भी कारण से सफाई कार्य प्रभावित ना हो। सफाई के कार्य में लगी एजेंसियों में से जो भी एजेंसी सही तरीके से कार्य नहीं करवा पा रही है, तो उसके खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करें। निगमायुक्त ने कहा कि स्वच्छता कार्य में लगी सभी मशीनरी जैसे जेसीबी, टै्रक्टर-ट्रॉली आदि पर नगर निगम गुरूग्राम का लोगो होना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि उक्त मशीनरी के माध्यम से नगर निगम से ही संबंधित कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा, रात्रि के समय मुख्य सडक़ों की सफाई के लिए लगी हुई स्वीपिंग मशीनों की निगरानी एवं चैकिंग भी प्रभावी तरीके से सुनिश्चित की जाए। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा 7 स्थानों पर बनाए गए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी के संचालन के बारे में निगमायुक्त ने कहा कि इनका संचालन करने के लिए इकोग्रीन एनर्जी को निर्देश दें। निगम क्षेत्र में बल्क वेस्ट जनरेटरों के बारे में बैठक में बताया गया कि कुल 614 बल्क वेस्ट जनरेटरों में से 205 बल्क वेस्ट जनरेटर ठोस कचरा प्रबंधन नियमों की पालना कर रहे हैं। इस पर निगमायुक्त ने कहा कि सैनीटेशन विंग की स्पेशल स्क्वायड द्वारा सभी 614 बल्क वेस्ट जनरेटरों को चैक करवाएं तथा जो ठोस कचरा प्रबंधन नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं, उनके नियमानुसार चालान करें। बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त जयदीप कुमार, संयुक्त आयुक्त(मुख्यालय) डा. विजयपाल यादव, चीफ इंजीनियर ठाकूरलाल शर्मा, कार्यकारी अभियंता मनदीप सिंह, स्वच्छता सलाहकार अनिल मेहता व सहायक अभियंता कुलदीप सिंह उपस्थित थे। Post navigation क्या भाजपा को खुश होना चाहिए? विधायक सुधीर सिंगला ने वार्ड 15 में सफाई व्यवस्था व जलभराव से जुड़ी 80 समस्याओं की सुनवाई की।