धर्मपाल वर्मा चंडीगढ़ । शायद किसी ने सही कहा है कि गीली लकड़ी अगर चूल्हे में दी जाए तो वह धूंआ देती है और यही उसकी पहचान भी है । धूंआ देखकर ही लोग कहते हैं कि लकड़ी गीली है ।यदि हम राजनीति की बात करें तो इस फिल्ड में भी कई ऐसे गैर पेशेवर लोग पाए जाते हैं जो न तो इस पेशे के साथ न्याय कर पाते ना खुद के साथ ।राजनीति में साख बहुत बड़ी चीज है और यदि कोई व्यक्ति बार-बार दल बदले तो उससे न केवल उसकी साख खराब होती है बल्कि उसकी विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिन्ह लग जाता है । आज समालखा में समालखा के पूर्व विधायक भरत सिंह छोकर ने कुछ ऐसा कर दिया कि शायद उनसे इसकी क्षतिपूर्ति कभी ना हो पाए। । 2005 में समालखा से कांग्रेस से विधायक बने भरत सिंह छोकर 17 दिन पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हुए तो उन्होंने कहा था कि वे अब सही जगह आए हैं । उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होते ही लोग यह खबर सुनकर हैरान रह गए कि भरत सिंह छोकर ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर समालखा नगर पालिका चेयरमैन पद का चुनाव लड़ने के लिए पर्चा दाखिल कर दिया है। यह बात अभी तक पता नहीं चल पाई है कि यह फैसला उनका अपना था या टिकट उनको जबरदस्ती दी गई थी लेकिन जब वे चुनाव लड़ने को तैयार हो गए थे तो यह उनका फैसला ही कहा जाएगा। आज उन्होंने मतदान शुरू होने के बाद एक और आश्चर्यजनक फैसला ले कर सबको हैरान कर दिया। वे न केवल चुनाव से हट गए बल्कि उन्होंने कॉन्ग्रेस समर्थित उम्मीदवार संजय बेनीवाल को समर्थन देने का भी एलान कर दिया ।शायद ऐसा करते हुए उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं को विश्वास में ही नहीं लिया । बहरहाल भरत सिंह छोकर ने तो अपना फैसला सुना दिया लेकिन पार्टी भी पीछे नहीं रही । बताया जाता है कि जैसे ही यह खबर आम आदमी पार्टी के नेताओं के कानों तक पहुंची, उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।कमाल की बात यह है कि भरत सिंह छोकर ने विधायक बनने से पहले और विधायक बनने के बाद प्रदेश में सक्रिय सभी राजनीतिक दलों में रहने का रिकॉर्ड बना लिया। इसके कारण उन्हें लोग यह कहने की स्थिति में आ गए कि भरत सिंह राजनीति में घाट घाट का पानी पी चुके हैं।। वे बहुजन समाज पार्टी में रहे इंडियन नेशनल लोकदल में रहे, भारतीय जनता पार्टी में रहे, राजकुमार सैनी की लोकतांत्रिक पार्टी में रहे कुछ दिन हजका में भी रहे, कांग्रेस में रहे आम आदमी पार्टी में रहे और अब कहां जाएंगे वक्त बताएगा । देखने वाली बात यह है कि जब उन्होंने कांग्रेस के स्थानीय विधायक धर्म सिंह छोकर द्वारा खड़े किए गए उम्मीदवार का समर्थन किया है तो भविष्य में वे कहीं ना कहीं कांग्रेस की बात ही बात करते नजर आएंगे । बाकी ,आगे आगे देखते हैं होता है क्या। Post navigation ईडी की निराधार कार्रवाई और अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष ने राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन सभी 18 नगरपरिषद व 28 नगरपालिका में शांतिपूर्ण रहा मतदान, अब 22 जून को होगी मतगणना