गुरुग्राम, 17 जून । इज़राइल के विदेश मंत्रालय की अंतर्राष्ट्रीय विकास एवं सहयोग एजेंसी मशाव की प्रमुख एवं राजदूत एनेट शलिन तथा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग हरियाणा के प्रमुख अभियंता डॉ.सतबीरसिंह कादियान द्वारा मंगलवार को हरियाणा भवन दिल्ली में देवेंद्र सिंह अतिरिक्त मुख्य सचिव सिंचाई विभाग की उपस्थिति में एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए गए। इस ऐतिहासिक अवसर पर श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा,अध्यक्ष हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण (वीसी के माध्यम से), संजय जून, रेजिडेंट कमिश्नर हरियाणा भवन दिल्ली, डॉ शिव सिंह रावत अधीक्षण अभियंता सिंचाई विभाग गुरुग्राम और क्षेत्रीय प्रमुख अटल भूजल योजना तथा रोनी उपराजदूत इज़राइल, इजरायली दूतावास से डॉ लियोर अशाफ जल विशेषज्ञ तथा डॉ नीरज गहलावत उपस्थित थे। इज़राइल की राजदूत एनेट शलिन ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण समझौता है। इज़राइल और भारत के बीच तीस साल पुराने राजनयिक संबंध और सुदृढ हुए हैं। उन्होंने कहा कि इजराइल हरियाणा सरकार के साथ अपनी उन्नत एवं आधुनिक जल प्रौद्योगिकियों, ज्ञान और विशेषज्ञता को साँझा करने को काफी उत्सुक है। जल सुरक्षा हमेशा हमारे संबंधों के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक रही है। डॉ. शिव सिंह रावत ने बताया कि इस घोषणा के माध्यम से दोनों पक्षों ने जल प्रबंधन के क्षेत्र में मौजूदा मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत करने, हरियाणा राज्य में सार्वजनिक जल क्षेत्रों में जल संसाधनों के संरक्षण के प्रयासों में सहयोग और समन्वय करने की इच्छा व्यक्त की है। मशाव जल प्रबंधन क्षेत्र में हरियाणा के विकास के लिए ज्ञान, क्षमता निर्माण और इज़राइली प्रौद्योगिकियों का हस्तांतरण करेगा। इसे जल संचयन, अलवणीकरण, जल दक्षता और अपशिष्ट जल का उपचार और पुन:उपयोग जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से किया जाएगा। डॉ रावत ने आगे बताया कि सिंचाई विभाग हरियाणा और इज़राइल एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में विशिष्ट परियोजनाओं की पहचान करेंगे और फिर उन पर कार्यान्वयन करेंगे। Post navigation पंजाबी बिरादरी महा संगठन महिला सशक्तिकरण की ओर अग्रसर उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बिजली समिति की पहली बैठक सम्पन्न