भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। नारनौल नगर परिषद चेयरमैन पद के लिए भाजपा , जेजेपी के उम्मीदवार की घोषणा के साथ ही चुनाव चौकोनीय होने की संभावना नजर आने लगी है। जहां भाजपा ने बाबूलाल पटीकरा की धर्मपत्नी संगीता यादव को बतौर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारा है वही आम आदमी पार्टी ने समाजसेवी सुरेश सैनी की धर्मपत्नी सोनू सैनी को मैदान में है। तो वही पूर्व जिला पार्षद राजेश मांदी की धर्मपत्नी माया देवी था सरिता यादव राजेश यादव उर्फ बंटी ठेकेदार भी मैदान में उतर चुकी है। आज शाम को घट रही एक घटना के बाद जजपा की प्रत्याशी रही कमलेश सैनी स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ पूर्व विधायक पंडित राधेश्याम शर्मा की पुत्रवधू ममता शर्मा भी निर्दलीय रूप में मैदान मैं उतर कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही है। *किसमें है कितना दम? भाजपा और जेजेपी के उम्मीदवार संगीता यादव की मजबूती उनकी टिकट और मिलनसार व्यक्तित्व को माना जा रहा है उनके पति बाबूलाल पटीकरा पुराने रामपुरा हाउस समर्थक के रूप में जाने जाते हैं 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान विधायक की टिकट की दौड़ में भी वह शामिल थे। वही आम आदमी पार्टी का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता नजर आ रहा है और यह बढ़ता ग्राफ ही आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी सोनू सैनी की मजबूती बन रहा है साथ ही उनके पति सुरेश सैनी नारनौल से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं और आम जनता में उनकी काफी मजबूत पकड़ बताई जा रही है। जजपा की प्रत्याशी रही कमलेश सैनी अब निर्दलीय के रूप में मैदान में आ रही है। इसके लिए सैनी बिरादरी की एक महत्वपूर्ण बैठक आज सैनी सभा में श्याम को आयोजित है। उनके मैदान में उतरने के बाद समीकरण बदलने के आसार है। सरिता यादव राजेश यादव उर्फ बंटी ठेकेदार भी मैदान में उतर चुकी है। बंटी ठेकेदार अतीत में नगर परिषद के ठेकेदार तथा नारनौल से विधायक एवं सरकार में मंत्री ओमप्रकाश यादव से नजदीकी बताए जा रहे हैं। निर्दलीय के रूप में अति महत्वपूर्ण प्रत्याशी पूर्व विधायक पंडित राधेश्याम की पुत्रवधू ममता शर्मा जो गैर अहीर और गैर सैनी बिरादरी से ताल्लुक रखती है मैदान में सशक्त दावेदारी दिखा रही है। अहीर और सैनी बिरादरी के बाद में ब्राह्मण जाति की निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में कड़ी टक्कर देती दिखाई दे रही है। आज आज उन्होंने अपने ससुर पंडित राधेश्याम पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री कैलाश चंद्र शर्मा के नेतृत्व में शहर में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। वही बात करें निर्दलीय प्रत्याशी माया देवी मांदी की तो वह भी किसी मायने में किसी से कम नहीं है युवाओं का साथ उनकी मजबूती पेश करता है नारनौल नगर परिषद के काफी युवा निर्दलीय प्रत्याशी के साथ मजबूती से प्रचार करते नजर आ रहे हैं तो वही उनके पति जिला पार्षद भी रह चुके हैं। इधर इनेलो ने भी सैनी बिरादरी से पल्लवी सैनी धर्मपत्नी प्रमोद तरेडिया पूर्व पार्षद नगर परिषद को मैदान में उतारकर ताल ठोक दी है। वहीं दूसरी ओर देवीलाल परिवार से जुड़े रहे पटेल आदिवासी सुरेश यादव ने अपनी पुत्रवधू सुमन भी निर्दलीय रूप में मैदान में उतारा है। अहीर और गैर सैनी बिरादरी से बाहर वैश्य समुदाय से किशन चौधरी की पत्नी रश्मी चौधरी से भी प्रत्याशी मैदान में उतरने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में किसी भी मायने में उपरोक्त प्रत्याशी किसी से कम नहीं है हालांकि अभी 7 तारीख तक तस्वीर साफ हो पाएगी लेकिन अभी तक के प्रत्याशियों को देखते हुए यह तीन प्रत्याशी मजबूत नजर आ रहे हैं अब यह तो नारनौल नगर परिषद की जनता ही तय करेगी कि किसके सर जीत का सेहरा बांधते हैं और किसे निराश होना पड़ता है।अब देखना होगा कि यादव जाति के कितने प्रत्याशी मैदान में आते हैं और सैनी जाति के कितने प्रत्याशी मैदान में आते हैं। इस तरह सैनी बिरादरी से तीन प्रतिद्वंदी मैदान में दिखाई दे रहे हैं वहीं यादव बिरादरी से भी चार प्रतिद्वंदी मैदान में हो सकते है। सैनी और यादवो की टक्कर में कहीं ब्राह्मण बाजी न मार ले जाए यह पहले से कहना अतिशयोक्ति होगी। परंतु यह अवश्य कहा जा सकता है कि इस बार मुकाबला काफी रोमांचक भरा रहेगा। Post navigation भाजपा ने 14 नगर परिषद के चेयरमैन की टिकटों की घोषणा में ब्राह्मण जाति के एक भी व्यक्ति को प्रतिनिधित्व नहीं दिया विश्व साइकिल दिवस पर जागरुकता के लिए निकाली साइकिल रैली