भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। प्रदेश के सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी ने आज 14 नगर परिषद के चेयरमैन की टिकटों की घोषणा की है। इन टिकट धारियों में ब्राह्मण जाति के एक भी व्यक्ति को प्रतिनिधित्व नहीं मिला है।

हाल ही में श्री गौड़ ब्राह्मण सभा के नवनिर्वाचित कालिजियम सदस्य अशोक कौशिक का कहना है कि सत्तारूढ़ भाजपा के अलावा दूसरी पार्टियां भी ब्राह्मण समाज से दूरी बनाए हुए हैं, लेकिन ब्राह्मणों के प्रभाव में रहने वाली भाजपा अब ब्राह्मण समाज से दूरी बना कर ब्राह्मण समाज को महत्वहीन कर रही हैं।

 उन्होंने कहा कि भाजपा के इस निर्णय से ब्राह्मण समाज रुष्ट है। इस क्षेत्र से विधायक, सांसद की टिकट तो मिलने की संभावना ना के बराबर है, अब नगर परिषद की चेयरपर्सन की टिकट से भी ब्राह्मण समाज को वंचित रखा गया है।

 श्री कौशिक का कहना है कि धीरे धीरे ब्राह्मण समाज का भारतीय जनता पार्टी से मोहभंग होता जा रहा है। श्री कौशिक ने बताया महेंद्रगढ़ जिले की स्थिति को ले तो भारतीय जनता पार्टी ने महेंद्रगढ़ व नांगल चौधरी की नगर पालिका से सैनी समुदाय के व्यक्ति को टिकट दी है। यदि जातिगत प्रतिनिधित्व को आधार बनाया जाए तो नारनौल, अटेली व नांगल चौधरी से भाजपा के अहीर जाति के व्यक्ति एमएलए हैं किंतु उसके बाद भी नारनौल नगर परिषद की भाजपा की टिकट भी यादव समुदाय के व्यक्ति को ही दी गई है।

 उन्होंने कहा किस क्षेत्र की राजनीति में खासा दखल रखने वाले राव इंद्रजीत सिंह एक बार फिर से अपनी जिद के चलते, अपनी बात मनवाने में कामयाब रहे हैं। इससे पहले राव इंद्रजीत सिंह ने नारनौल से ओम प्रकाश यादव की टिकट पक्की करवाई, साथ ही उन्हें मंत्री पद भी दिलवाया। जब दोबारा से जब मंत्रीमंडल का विस्तार हो रहा था तो उन्होंने अपने चहेते ओमप्रकाश को मंत्री बनाए रखने के लिए सीएम खट्टर को मजबूर कर दिया। अब नारनौल नगर परिषद की टिकट के लिए भी राव इंद्रजीत ने बाबूलाल पटिकरा की धर्मपत्नी संगीता यादव को टिकट दिलवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया तथा वह भाजपा के बड़े नेताओं को अपनी बात मनवाने के लिए मजबूर कर दिया। क्या ब्राह्मण समाज में ऐसा कोई चेहरा है, जो राजनीति में ब्राह्मण की इतनी पैरवी कर सके।