– स्कूल परिसर व बसों में विद्यार्थियो की सुरक्षा सर्वोपरि, नही किया जा सकता खिलवाड़- उपायुक्त – पॉलिसी के तहत निर्धारित मानदंडो की पालना सुनिश्चित करने को लेकर क्षेत्रवार किया गया 4 टीमों का गठन, उल्लंघना पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही होना तय- उपायुक्त गुरूग्राम, 26 मई। गुरूग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि स्कूल परिसर के अंदर तथा स्कूल बसों में विद्यार्थियों की सुरक्षा सर्वाेपरि है और इस मामले में लापरवाही बरतने वाले स्कूलों की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम की अध्यक्षता में 4 टीमें गठित की गई है जो नियमित तौर पर स्कूलों की चैकिंग कर इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। – 3 घंटे चले सेमिनार में सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के मानदंडो के बारे में विस्तार से दी गई जानकारी वे आज गुरूग्राम के सैक्टर-45 स्थित डीपीएस पब्लिक स्कूल में सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की पालना को लेकर आयोजित एक दिवसीय जागरूकता सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित निजी स्कूलोें के प्राचार्याे तथा प्रबंधको को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर स्कूलों के प्रतिनिधियों को सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत निर्धारित मानदंडों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस सेमिनार में स्कूल प्रंबधन से आए प्रतिनिधियों ने उपस्थित अधिकारियों से पॉलिसी को लेकर अपने संशयों को दूर किया। लगभग 3 घंटे चले इस सेमिनार में पावर प्वाइंट प्रैजेंटेशन के माध्यम से बच्चों की सुरक्षा संबंधी मानदंडो के बारे में बताया गया। – पॉलिसी के तहत निर्धारित मानदंडो की अवहेलना पाए जाने पर जीरो टालरेंस का रवैया अपनाया जाएगा, कड़ी से कड़ी होगी कार्यवाही -उपायुक्त उपस्थित स्कूलों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन के संज्ञान में आया है कि निजी स्कूलों द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों की उल्लंघना की जा रही है जो बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से काफी जोखिमपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही संवेदनशील विषय है और बच्चों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार का खतरा नही उठाया जा सकता। ऐसे में यह निर्णय लिया गया कि सभी स्कूलों के साथ बैठक कर उन्हें सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत निर्धारित मानदंडों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्हें इसकी पालना के लिए जागरूक किया जाए ताकि स्कूल प्रबंधन समय रहते इन कमियों को दूर कर सकें। यदि इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन द्वारा इस बारे में लापरवाही बरती जाएगी तो निश्चित तौर पर ही जिला प्रशासन जीरो टालरेंस का रवैया अपनाते हुए स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करेगा। – पॉलिसी की पालना सुनिश्चित करने को लेकर क्षेत्रवार 4 टीमें की गई हैं गठित, नियमित चलेगा चैकिंग अभियान -उपायुक्त उन्होंने स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन की टीम नियमित तौर पर स्कूल वाहनों की चैकिंग के लिए अभियान चलाकर चालान करेगी और इस मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नही की जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम की अध्यक्षता में 4 टीमें गठित की गई है। ये टीमें अपने अधिकार क्षेत्र में जाकर नियमित तौर पर चैकिंग तक सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की पालना सुनिश्चित करते हुए बसों की चैकिंग करेगी। इसकी रिपोर्ट टीमों द्वारा प्रत्येक माह के अंतिम सप्ताह में आयोजित होने वाली सड़क सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक में प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला की मुख्य मार्गों पर स्कूल बसों की रेंडम चैकिंग की जाएगी। अवहेलना पाए जाने पर वाहन को जब्त भी किया जा सकता है। यदि किसी स्कूल में पॉलिसी की अवहेलना को लेकर बार-बार शिकायतें मिलती हैं तो स्कूल की मान्यता भी रद्द की जा सकती है। – ड्राइवरों की पुलिस वैरिफिकेशन जरूर करवाएं स्कूल प्रबंधन-उपायुक्त उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा एक संवेदनशील विषय है और प्रशासनिक अधिकारी होने के नाते हमारी जिम्मेदारी अपेक्षाकृत अधिक है। नियमित तौर पर स्कूल बसों संबंधी मिलने वाली शिकायतें गंभीर विषय है , ऐसे में जिला प्रशासन आंखे मंूद कर नही बैठ सकता। उन्होंने सेमिनार में ड्राइवरों की पुलिस वैरिफिकेशन संबंधी विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधन अपने यहां किसी भी ड्राइवर की नियुक्ति करते हुए उसकी पुलिस वैरिफिकेशन अवश्य करवा लें ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। इस अवसर पर क्षेत्रीय यातायात प्राधिकरण के सचिव रविन्द्र यादव , बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। Post navigation गुरूग्राम में हीरो होंडा से बसई चौक तक का मार्ग बना ‘ बलिदानी सुखबीर सिंह यादव मार्ग‘ पैट्रोल पंप कर्मी की आंख में मिर्च डालने वाले 06 दबोचे