गुरुग्राम 24 मई। सोमवार की रात आई आंधी और बारिश से गुरुग्राम के सोहना रोड पर सेक्टर 48 में स्थित पार्श्वनाथ ग्रीन सोसायटी की जर्जर दीवार का 12 फुट ऊंचा और 50 फुट लंबा हिस्सा साथ लगती सोसायटी आरोन विला में जा गिरा जिससे रिटायर्ड सेशन जज और सरकारी डॉक्टर की गाड़ियों समेत चार गाड़ियां चकनाचूर हो गई। गनीमत यह रही कि हादसे के समय कोई व्यक्ति इस जर्जर दीवार के साथ नहीं था अन्यथा बड़ी जनहानि हो सकती थी। इस हादसे से आरोन विला सोसायटी के निवासियों में दहशत और गुस्से का माहौल है। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और हादसे की जाँच शुरू कर दी।

गौरतलब है कि सोहना रोड पर स्थित पार्श्वनाथ ग्रीन सोसायटी की पिछली दीवार में घटिया मैटीरियल का प्रयोग किया गया है अतः वह जर्जर व असुरक्षित है। इसके साथ-साथ इसके साथ 50 फिट ऊंचे और विशाल फाईकस के पेड़ भी खतरनाक तरीके से झुके हुए हैं, जिनकी कोई देखभाल नहीं की जा रही थी। पीछे स्थित आरोन विला सोसायटी के निवासियों ने इस दीवार व पेड़ों की शिकायत कई बार पार्श्वनाथ ग्रीन सोसायटी की मैनेजमेंट को की थी मगर उनके कान पर जूं नहीं रेंगी थी। आखिर सोमवार की रात 11 बजे वही हुआ जिसका अंदेशा था। पार्श्वनाथ ग्रीन सोसायटी की यह पिछली 12 फिट ऊंची व 50 फिट लंबी जर्जर दीवार भरभरा कर आरोन विला में जा गिरी। साथ ही ये असुरक्षित पेड़ भी आरोन विला में खतरनाक तरीके से गिर गए।

इसके चलते विला नम्बर 5, 6 और 7 में रहने वाले निवासियों, रिटायर्ड सेशन जज आर एस विर्क की इनोवा करेस्टा (एच आर 26 सी एन 0023), डॉ. आयुषी की किया (एच आर 12 ए पी 7264), रामफूल नेहरा की क्रेटा (एच आर 26 डी ई 9745) और इ इस नामक कोरियन कम्पनी की गाड़ी इको स्पोर्ट (एच आर 26 सी यू 2699) चकनाचूर हो गईं। गनीमत यह रही कि उस समय आरोन विला में कोई व्यक्ति इस दीवार के पास नहीं था अन्यथा बड़ी जनहानि हो सकती थी।

सबसे गम्भीर बात यह है कि इस जर्जर दीवार और असुरक्षित पेड़ों की बार-बार शिकायत के बावजूद पार्श्वनाथ ग्रीन सोसायटी मैनेजमेंट ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। आरोन विला के निवासियों का कहना है कि वे पार्श्वनाथ ग्रीन सोसायटी की मैनेजमेंट की शिकायत हरियाणा के मुख्यमंत्री से करेंगे और ग्रीवेंस कमेटी में भी यह मामला उठाएंगे। खबर लिखे जाने तक पार्श्वनाथ ग्रीन सोसायटी मैनेजमेंट का कोई नुमाइंदा घटनास्थल पर नहीं पहुंचा था। इससे आरोन विला के निवासियों में बेहद रोष है। उनका कहना है कि पार्श्वनाथ ग्रीन सोसायटी की वजह से उनका जीना हराम हो गया है।