पानीपत पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी।

मौके पर आरोपियों के कब्जे से 2 अवैध पिस्तौल व 2 खाली खोल बरामद हुए।
आरोपियों ने शनिवार को बबैल रोड से 27 वर्षीय नीरज निवासी सैनी कालोनी का अपहर्ण कर अगले दिन भाई आशिष को फोन कर 80 लाख रूपए फिरौती की मांग की थी।
आरोपियों ने नीरज को खेत में बंधक बनाकर अपने एक साथी को वहा पर छोड़ा था। उक्त आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया।

पानीपत, 23 मई 2022 – पुलिस अधीक्षक श्री शशांक कुमार सावन ने सोमवार को लघु सचिवालय के तृतीय तल पर स्थित पुलिस विभाग के सभागार में प्रेसवार्ता कर जानकारी देते हुए बताया ही सीआईए-वन पुलिस की टीम ने सोमवार अल सुबह करीब 4 बजे मोहाली से राजाखेड़ी रोड पर मुठभेड़ के बाद अपहरण के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर आरोपियों के कब्जे से सैनी कालोनी निवासी अपहर्त 27 वर्षीय नीरज को सकुशल छुड़वाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान नीरज उर्फ बाबा पुत्र बिशनपाल निवासी भारत नगर, सौरभ पुत्र अशोक निवासी सैनी कालोनी पानीपत व अंकुर पुत्र सोमपाल निवासी दौलरा टिटावी मुज्जफर नगर यूपी के रूप में हुई। पुलिस टीम द्वारा किये गए उक्त कार्य की पुलिस अधीक्षक महोदय ने सराहना की।

आरोपियों ने शनिवार को बबैल रोड से 27 वर्षीय नीरज निवासी सैनी कालोनी का अपहर्ण कर लिया था। नीरज के बड़े भाई आशिष की शिकायत पर बोलेरो सवार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाना किला में आईपीसी की धारा 365 के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे। पुलिस अधीक्षक श्री शशांक कुमार सावन के संज्ञान में उक्त मामला आते ही उन्होने मामले की गंम्भीरता को देख आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने व अपहर्त नीरज को सकुशल बरामद करने की जिम्मेवारी सीआईए-वन प्रभारी इंस्पेक्टर राजपाल सिह व उनकी टीम को शौंपी थी। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम विभिन्न पहलुओं पर भरसक प्रयासरत थी। टीम बोलरो गाड़ी के नबर के आधार पर रविवार को मुज्जफरनगर यूपी में पहुंचकर आरोपियों बारे जानकारी जुटा रही थी। इसी दौरान आशिष ने सीआईए-वन प्रभारी इंस्पेक्टर राजपाल को फोन कर सूचना दे बताया गया कि आरोपियों का उसके पास फोन आया है और 80 लाख रूपये फिरोती की मांग कर रहे है।

सीआईए-वन पुलिस की टीम आरोपियों को पकड़ने के लिए क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर तलाश करते हुए सोमवार अल सुबह छाजपुर रोड पर नाले के पास पहुंची तो टीम को गुप्त सूचना मिली मोहाली से राजाखेड़ी सड़क पर 3/4 युवक एक बोलेरो गाड़ी में सवार होकर हथियार के बल पर किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में खड़े है। टीम ने गश्त में मौजूद सीआईए-वन की दूसरी टीम को भी सूचना देकर गाड़ी पर लगी बत्ती उतारकर मौके पर दंबिस दी तो आरोपियों ने पुलिस टीम को देखते की फायर शुरू कर दिये वही पुलिस टीम ने बचाव करते हुए फायर किये तो गाड़ी से उतरकर भाग रहे आरोपियों के पैर में गोली लगी। एक आरोपी ड्राईवर सीट पर ही बैठा रहा। पुलिस टीम ने तीनों आरोपियों को मोके पर ही काबू किया। आरोपियों ने मुठभेड़ स्थल से करीब एक किलो मीटर आगे खेतों में नीरज को रस्सी से बांधाकर अपने एक साथी को साथ में छोड़ा था। अपहर्त 27 वर्षीय नीरज को आरोपियों के कब्जे से सकुशल छुड़ाया वही चौथे आरोपी को भी मौके से गिरफ्तार किया।

मुठभेड़ के दौरान गोली से घायल गिरफतार आरोपी सौरभ व अंकुर को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ति करवाया गया है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने का एक और मुकदमा थाना किला में आईपीसी की धारा 186,307 व आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया।

पुलिस पुछताछ में आरोपियों से खुलाशा हुआ वह शनिवार को पानीपत से नीरज का अपहरण करने के बाद राजा खेड़ी, कुराड, बापोली, समालखा से जीटी रोड होते हुए केएमपी से बागपत यूपी में पहुंचे। वहा सरधना के पास जंगल में रात बिताई। रविवार को एक राह चलते युवक से फोन छीनकर नीरज के भाई मनीष को फिरोती के लिए फोन किया। रविवार की देर रात मनीष को फिर से फोन कर फिरौती की रकम के लिए स्थान निर्धारित कर मोहाली से राजा खेड़ी की रोड पर पैसे लेने के लिए आए थे। करीब एक किलो मीटर पहले नीरज को रस्सी से बांध कर गाड़ी से उतार दिया था और आरोपी साथी प्रवीन को उसके पास छोड़ा हुआ था।

गिरोह का मास्टर मांइड आरोपी सौरभ पुरानी सब्जी मंडी के पास चाउमिन की रेहड़ी लगाता है। आरोपी सैनी कालोनी में रहता था। अपहर्त नीरज भी सैनी कालोनी में रहता था। सौरभ को जानकारी थी की नीरज के परिवार के पास फाफी पैसे है। वह साथियों के साथ मिलकर पिछले दो महीने से नीरज के अपहरण की योजना बना रहा था।

आरोपी नीरज अपने पिता से साथ गन्ने के कोल्हू पर काम करता है।
आरोपी नीरज उर्फ बाबा का पहले भी अपराधिक रिकार्ड होना पाया गया है। आरोपी के खिलाफ चोरी की विभिन्न धाराओं के तहत थाना किला व चांदनी बाग मे 3 मुकदमें दर्ज है। आरोपी करीब 2 साल पहले अंम्बाला जेल में बंद था। करीब डेढ साल पहले जेल से अन्य कई बंदियों के साथ फरार हुआ था।

आरोपी अंकुर गाड़ी पर ड्राइवरी करता है। आरोपियों से आगे की पुलिस पुछताछ जारी है।

आरोपी नीरज उर्फ बाबा व सौरभ मूल रूप से यूपी के मुज्जफरनगर जिले के रहने वाले है। दोनों ही पिछले करीब 15 साल से परिवार समेत पानीपत आकर रहने लगे। आरोपी नीरज उर्फ बाबा सैनी कॉलोनी में रहता है। इस वारदात के मास्टमाइंड आरोपी नीरज उर्फ बाबा ने अपने साथी सौरभ के साथ मिलकर कॉलोनी निवासी दुकानदार नीरज के अपहरण की योजना बनाई। दोनों ने यूपी मुज्जफरनगर निवासी अपने साथी आरोपी अंकुर व आरोपी प्रवीन को योजना के बारे में बता कर शामिल किया। आरोपी अंकुर मुज्जफरनगर यूपी से अपने जीजा की गाड़ी लेकर आया। सभी ने योजनाबद्व तरीके से वारदात को अंजाम दिया।

थाना किला में 21 मई को आशीष पुत्र रतन लाल निवासी सैनी कालोनी पानीपत ने शिकायत देकर बताया था की वह ऑनलाईन मोबाइल बेचने का काम करता है। उसके छोटे भाई नीरज की बबैल रोड पर किरयाने की दुकान है। भाई नीरज करीब 2 बजे बाइक पर सवार हो घर खाना खाने के लिए गया था और वह दुकान पर बैठा हुआ था। नीरज काफी देर तक वापिस नही आया फोन किया तो फोन नही उठाया। उसने घर पर फोन किया तो बहन से बात हुई तो बहन ने बताया कुछ समय पहले एक बलैरो कार में चार पांच लड़के नीरज को पुछने के लिए घर पर आए थे। वह दुकान को बंद कर नीरज को ढुढते के लिए जा रहा था तो रास्ते में सैनी आटो सेंटर के पास नीरज की बाइक खड़ी मिली। वहा आस पास के दुकानदारों से पुछा तो बताया 4/5 लड़के बोलेरो गाड़ी मे रामलाल चौक की और से आए थे जो नीरज को बाइक से खीचकर बोलेरों में अपहर्ण कर ले गए। आशीष की शिकायत पर बोलेरो सवार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाना किला में आईपीसी की धारा 365 के तहत मुकदमा दर्ज पुलिस ने आरोपियों की पहचान व धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।

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