भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक गुरुग्राम। कल बताया था कि निगम में आपस में शालीनता की हदें लांघकर विवाद खड़े हैं। मामला पुलिस तक पहुंचा है। अब मुख्यमंत्री की नजर है उसपर। अंजाम वह तय करेंगे। एक ही उल्लू काफी है बर्बाद गुलिस्तां करने को, हर शाख पर उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्तां क्या होगा। https://bharatsarathi.com/गुरुग्राम-निगम-बना-भ्रष्/ ये पंक्तियां सटीक बैठती हैं गुरुग्राम नगर निगम पर। अब देखना यह है कि इसे किस अंजाम तक पहुंचाएंगे मुख्यमंत्री मनोहर लाल-भ्रष्टाचार के काल। Post navigation मोदी सरकार की कमजोर पैरवी से ही एजी पेरारिवलन रिहा: कैप्टन अजय ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के उद्धेश्य से शुरू हुआ ‘विल टू विन फाउण्डेशन’