–  हरियाणा को खेलों का हब बनाना है-सीएम
– अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की मैडल टैली उपर लाने के लिए हरियाणा को लेनी होगी लीड-सीएम
-ख्ेालों इंडिया यूथ गेम्स में खेल के साथ मेजबानी में भी नजीर पेश करेगा हरियाणा
– 4 से 13 जून तक पंचकुला में होंगे खेलो इंडिया यूथ गेम्स

गुरूग्राम, 10 मई। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज कहा कि हरियाणा को खेलो का हब बनाना है। उन्होंने कहा कि देश में खेलों में हरियाणा प्रदेश बहुत ऊपर है लेकिन अतंर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में हमारे देश की मैडल टैली कम रहती है। इस मैडल टैली को ऊपर लाने के लिए हरियाणा को लीड लेनी होगी। हमारे मैडल ज्यादा आएंगे तो देश के दूसरे प्रदेशों के खिलाड़ी भी हमसे प्रेरणा लेंगे और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का खेलों में प्रदर्शन बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि खेलो में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के साथ हरियाणा मेजबानी में भी नजीर पेश करेगा ताकि हरियाणा की माटी की सुगंध और मेजबानी की संस्कृति पूरे देश में जाए।    

श्री मनोहर लाल मंगलवार को गुरूग्राम में खेलों इंडिय यूथ गेम्स-2021 की प्रोमोशनल सेरेमनी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। यह सेरेमनी गुरूग्राम के सेक्टर-23ए स्थित नोर्थ कैप युनिवर्सिटी में आयोजित की गई थी। इसमें खेलों इंडिया यूथ गेम्स के पारंपरिक शुभंकर जया (काला हिरण) और विजय (टाइगर) के साथ हरियाणा का धाकड़ वाला शुभंकर भी प्रदर्शित किया गया। ‘धाकड़‘ हरियाणा का एक बुल है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने मंच पर शुभंकर प्रदर्शन के दौरान धाकड़ शुभंकर से हाथ मिलाकर खेलों के प्रति अपने भाव व्यक्त किए। सीएम ने कहा कि इन खेलों के शुभंकर, एंथम, जर्सी व लोगो अर्थात् प्रतीक चिन्ह् 7 मई को पंचकूला में जारी किए गए थे और एनसीआर क्षेत्र में खेलों के प्रसार के लिए यहां गुरूग्राम में प्रोमोशनल सेरेमनी आयोजित की गई।   

खेलो इंडिया की मेजबानी का अवसर प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि अब इन खेलों के लिए इंतजार खत्म हो चुका है और उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इन खेलों में देशभर से 8500 खिलाड़ी भाग लेंगे। पंचकुला में लघु भारत का दर्शन होगा। अलग-अलग प्रदेशों के खिलाड़ी प्रतिभागिता के लिए आएंगे और एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखेंगे। उनके रहने खाने आदि की पूरी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि ज्यादात्तर खेल मुकाबले पंचकुला में होंगे लेकिन तीरअंदाजी चण्डीगढ़ में और तैराकी व जिम्नास्टिक के मुकाबले अंबाला में होंगे। इसी प्रकार  हॉकी व साईकलिंग के मुकाबले शाहबाद में और शूटिंग के मुकाबले दिल्ली में होंगे। श्री मनोहर लाल ने कहा कि पूरे हरियाणा से खिलाड़ी और दर्शक अपनी रूचि के अनुसार इन खेलों को देखने आएं क्योंकि दर्शक ही खिलाड़ियों में उत्साह भरते हैं और उन्हें खेलने की प्रेरणा भी मिलती है।   

हरियाणा की खेल उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार हमारे किसान अपनी मेहनत से फसलों के रूप में मिट्टी में सोना उगाते हैं, उसी प्रकार हमारे खिलाड़ी मैडल के रूप में सोना जीतकर लाते हैं। उन्होंने कहा कि अब देश और दुनिया के लोग यह रिसर्च कर रहे हैं कि आखिर हरियाणा खेलों में इतने ज्यादा मैडल कैसे जीतकर ला रहा है। पिछले दिनों गुजरात की टीम हमारे यहां 15 दिन रिसर्च करके गई है।   

खेल इंफ्रास्ट्रक्चर का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष प्रदेश में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने पर 526 करोड़ रूप्ए की राशि खर्च की गई है। उन्होंने बताया कि पंचकुला में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खेल परिसर तैयार किया गया है और प्रदेश में 3 अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेल परिसरों के अलावा, 31 जिला स्तर के, 13 उप मण्डल स्तर और 163 ग्रामीण स्तर पर खेल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अंबाला में 115 करोड़ रूप्ए की लागत से फुटबॉल का ग्राउंड और एथलैटिक्स का सिनथैटिक टैªक बनाया गया है।   

उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए खेल विभाग में 550 पद स्वीकृत किए गए हैं और आवश्यकता पड़ी तो इन पदों की संख्या बढाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में अब नौकरियां मैरिट पर दी जा रही हैं, इसलिए खिलाड़ियों के लिए नौकरियों में आरक्षण किया गया है। गु्रप डी की नौकरियों में 10 प्रतिशत, गु्रप सी में 3 प्रतिशत और ग्रुप ए व बी में मैडल विजेताओं को पदक के हिसाब से नौकरी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि 156 खिलाड़ियों को नौकरियां दी गई हैं। अब खेल विभाग प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहित करने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि खेलों के कई लाभ हैं जैसे कि खेलों से सहनशीलता बढती है, शरीर बलशाली, मस्तिष्क तेज होता है और सामुहिकता से काम करने की प्रेरणा मिलती है।   

इस मौके पर हरियाणा योग आयोग की बच्चों की टीम ने योगासन का आकर्षक प्रदर्शन किया जिससे प्रसन्न होकर मुख्यमंत्री ने उन्हें 11-11 हजार रूप्ए का ईनाम देने की घोषणा की। कार्यक्रम में हरियाणा की खेलों की उपलब्धियों पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गई और खेलों इंडियां के लोगो अर्थात् प्रतीक चिन्ह् पर भी एक डाक्युमेंट्री दिखाई गई। इसके अलावा, खेलों इंडियां के एंथम ‘खेलों इंडिया इस बार हरियाणा, सारा देखे जमाना, अब जीतके लाना…धाकड़ मिट्टी का बीज धाकड़ ही होता है‘।

 कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल से ही खेलों इंडिया के शुभंकर और हरियाणा के धाकड़ शुभंकर लिए हुए विशेष वाहन को झण्डी दिखाकर रवाना किया। खेलों की मसाल को लेकर अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी दौडे़। कार्यक्रम में भी अर्जुन अवार्डी दीपा मलिक व यशपाल सोलंकी सहित अन्य ओलंपियन की उपस्थिति दर्शकों का आकर्षण का केंद्र रही। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह तथा सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल व अन्य विशिष्ठ व्यक्तियों के साथ दीप प्रज्जवलित करके सेरेमनी का शुभारंभ किया।

– खिलाड़ियों का खुराक भत्ता 400 रूप्ए किया गया-खेलमंत्री
    इससे पहले प्रदेश के खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि 1966 में हरियाणा बनने के बाद पहली बार खेलों का इतना बड़ा आयोजन प्रदेश में हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पुराने समय में खेल प्रतिभाओं को सही प्रोत्साहन व मार्गदर्शन नही मिलता था लेकिन समय के साथ हुए बदलावों व प्रदेश की खेल नीतियों में हुए सुधारों के कारण आज युवाओं का खेल के प्रति रुझान भी बढ़ा है व मेडलों को संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। खेल मंत्री ने इन बदलावों का श्रेय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को देते हुए कहा कि आज इन्ही की नीतियों के चलते खेल जगत की उभरती प्रतिभाओं को प्रारंभिक स्तर पर ही बेहतर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज खिलाड़ियों को जीत के उपरांत मिलने वाली राशि के लिए सरकारी कार्यालयों ले चक्कर नही लगाने पड़ते।

खेल मंत्री ने कहा कि आज हरियाणा देश का पहला प्रदेश है जहां खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के लिए मिलने वाली राशि पहले ही प्रदान की जा रही है। इस दौरान उन्होंने अपने खेल जीवन के संस्मरणों को सांझा करते हुए कहा कि जब उन्होंने अपने खेल जीवन की शुरुआत की थी तो उस समय उन्हें डाइट के लिए मात्र 10 रुपये मिलते थे जो किसी भी रूप में खिलाड़ी के लिए पर्याप्त नही थे। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा पूरे देश मे ऐसा पहला प्रदेश है जहां खिलाड़ियों को डाइट मनी के रूप में सर्वाधिक चार सौ रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। खेल मंत्री ने खेलों इंडिया में शामिल हो रहे खिलाडियों के नाम अपने संदेश में कहा कि एक खिलाड़ी के जीवन मे सबसे कठिन कार्य है लक्ष्य का निर्धारण लेकिन एक बार आपने लक्ष्य का निर्धारण कर लिया तो उसके लिए मेहनत करना आसान हो जाता है।

– किसानों, जवानों के साथ खेलों में हरियाणा ने अलग पहचान बनाई-एसीएस
कार्यक्रम में हरियाणा के खेल एवं युवा मामलों  विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. महावीर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि अपने किसानों व जवानों के दम पर पूरे देश मे अपनी अलग पहचान रखने वाले हरियाणा की ख्याति में अब पहलवानों अर्थात् खिलाड़ियों का नाम भी जुड़ गया है। आज हरियाणा के खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाकर पूरे प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की खेल नीतियों व उनके प्रोत्साहन का ही असर है कि आज हरियाणा में  11 सौ खेल नर्सरी स्थापित की गई है जिनके माध्यम से प्रदेश में प्रारंभिक स्तर पर ही खेल प्रतिभाओं को तलाशने व तराशने का कार्य किया जा रहा है। एसीएस डा. सिंह ने आशा जताते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि हरियाणा के खिलाड़ियों ने जिस तरह से खेलों इंडिया के पिछले संस्करणों में अपने सर्वाेच्च खेल का प्रदर्शन किया था, वे फिर से इस बार उससे बेहत्तर प्रदर्शन करते हुए पूरे देश मे हरियाणा का परचम लहराएंगे। डा. सिंह ने कहा कि हरियाणा प्रदेश खेलों की मेजबानी में नया आयाम स्थापित करते हुए अन्य प्रदेशों के लिए एक उदाहरण बनकर उभरेगा।

– ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के पब्लिक सेफटी एडवाइजर अनिल राव, सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल, खेल राज्यमंत्री सरदार संदीप सिंह, गुरूग्राम के विधायक सुधीर सिंगला, मेयर मधु आजाद, गुरूग्राम के मण्डलायुक्त राजीव रंजन, फरीदाबाद के मण्डलायुक्त संजय जून, खेल विभाग के एसीएस डा. महावीर सिंह, निदेशक पंकज नैन, गुरूग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव, पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन सहित खेल से जुड़े कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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