मनेठी-माजरा एम्स निर्माण कार्य को सुनियोजित रणनीति के तहत लम्बा खींच रही सरकार : विद्रोही
देखना यह होगा कि प्रशासन, केन्द्रीय राज्यमंत्री व स्थानीय विधायक-मंत्री के दावे अनुसार इस सप्ताह किसानों से जमीन लेकर एम्स के नाम रजिस्ट्रीया होगी या नही? : विद्रोही

रेवाडी – 9 मई 2022 – रेवाडी जिले में 200 एकड जमीन पर बनने वाले मनेठी-माजरा एम्स के लिए प्रस्तावित नक्शे को एफसीआर-राजस्व विभाग द्वारा स्वीकृति न देकर जो जमीन किसान एम्स के लिए देने को तैयार नही है, उसे भी लेने की शर्त के साथ वापिस रेवाडी जिला प्रशासन को भेजने के निर्णय पर प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि वे बार-बार कहते आ रहे है कि भाजपा सरकार किसी न किसी तकनीकी बहाने से एम्स निर्माण कार्य को सुनियोजित रणनीति के तहत लम्बा खींच रही है। विद्रोही ने कहा कि उनकी यह आशंका एकबार फिर सही साबित हुई जब एफसीआर ने एम्स के प्रस्तावित नक्शे को अस्वीकृत कर दिया। अब देखना यह होगा कि प्रशासन, केन्द्रीय राज्यमंत्री व स्थानीय विधायक-मंत्री के दावे अनुसार इस सप्ताह किसानों से जमीन लेकर एम्स के नाम रजिस्ट्रीया होगी या नही? एफसीआर ने आपत्ति दर्ज करवाई है कि एम्स की प्रस्तावित जमीन में पैच है जिसके कारण दीवार टेडी-मेडी बन रही है। सम्बन्धित किसानों से पैच वाली जमीन भी अधिग्रहित की जायेे ताकि चारदिवारी टेडी-मेडी बनने की बजाय सीधी बन सके।

 विद्रोही ने कहा कि पैच वाली जमीन भालखी गांव के किसानों की है जो स्वेच्छा से अपनी जमीन एम्स को देेने को तैयार नही है। ऐसी स्थिति में यह तकनीकी आपत्ति पूरी होगी या नही, कोई नही जानता। लेकिन यह तय है कि यह सबकुछ मुख्यमंत्री खट्टर की तिकडमी चालों का नतीजा है क्योंकि वे दिल से मनेठी-माजरा में एम्स निर्माण के पक्ष में नही है। पर वोट बैंक की राजनीति खातिर चाहकर भी खुलकर विरोध नही कर सकते, इसलिए तकनीकी आपत्तियों के नाम पर एम्स निर्माण न हो, यह भी चाल चल रहे है व इस रणनीति पर भी काम कर रहे है कि निर्माण न होने का ठीकरा भाजपा सरकार पर फूटने की बजाय अहीरवाल की जनता पर फोडकर एम्स निर्माण करने की जवाबदेही से भी भाग जाये।

विद्रोही ने कहा कि भाजपा खट्टर सरकार विगत 7 सालों से यही खेल खेल रही है। यह तो अहीरावल की एकजुटता व संघर्ष का परिणाम है कि सरकार चाहकर भी एम्स निर्माण से इनकार नही कर पा रही है। यह लुका-छिपी का तिडकमी खेल कब तक चलेगा, कोई नही जानता। विद्रोही ने अहीरवाल की जनता से आग्रह किया कि वे भाजपा सरकार की तिकडमी चालों व आश्वासनों की चासनी में फंसने की बजाय मनेठी-माजरा एम्स निर्माण के लिए आरपार की लडाई लडे, तभी एम्स निर्माण का सपना पूरा हो सकेगा।

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