देश की आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि कभी ऑक्सीजन का संकट , कभी कोयले का संकट , कभी रोजगार का संकट , कभी महंगाई का संकट , कभी आपसी भाईचारा खराब होने का संकट और कभी बिजली पानी का संकट , चारों तरफ केवल संकट ही संकट दिखाई पड़ रहे हैं

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । बुधवार को हरियाणा के पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह ने प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि हरियाणा में चल रहे बिजली संकट के लिए प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार की गलत नीतियां जिम्मेदार हैं । हरियाणा सरकार ने पिछले लगभग 8 सालों में एक भी नया बिजली संयंत्र नही लगाया उल्टा प्रदेश में चलते हुए चार बिजली कारखानों को बंद करने का काम किया गया । अब जब हरियाणा प्रदेश में बिजली को लेकर हाहाकार मची है , गाँवो व शहरों में बिजली के लंबे लंबे कटों के चलते आमजन बेहद परेशान है यहां तक कि कई अस्वस्थ लोगों को गर्मी फूल व बिजली गुल के चलते अपनी जान तक गंवानी पड़ी । अब जाके मुख्यमंत्री यमुनानगर में बिजली का कारखाना लगाने की बात कर रहे हैं । 

राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष चौ भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेश अध्यक्ष चौ उदयभान जी के नेतृत्व में फरीदाबाद में हुए ” विपक्ष आपके समक्ष ” कार्यक्रम में भी बिजली संकट को लेकर भी मुख्य रूप से बात की गई व सरकार को जगाने का काम किया गया व इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी द्वारा इस संकट को लेकर कई बार चेताने का काम किया गया , लेकिन बावजूद इसके सरकार सब ठीक होने का दावा करती रही । लेकिन अब मुख्यमंत्री जी स्वयं यह मानने पर मजबूर हो गए कि बिजली संकट की भयावह स्थिति अगले दो सप्ताह तक ठीक नही हो पाएगी । 

पूर्व मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जी यमुनानगर में जिस बिजली कारखाने को लगाने की बात कर रहे हैं , 2014 से पहले उसी  यमुनानगर व पानीपत में 2 नए प्लांट लगाने के लिए उस समय की हुड्डा सरकार द्वारा पूरी प्रक्रिया छोड़ कर गए थे जहां पांच साल पहले ही बिजली संयंत्र चालू हो जाने चाहिए थे ।इसी प्रकार खेदड़ में 600 मेगावाट की एक यूनिट पिछले 19 महिनों से व झज्जर में 660 मेगावाट की एक यूनिट पिछले 7-8 महीनों से बंद पड़ी रही लेकिन सरकार द्वारा उन पर कोई ध्यान नही दिया गया जिसके चलते आज प्रदेश की जनता उसकी सजा भुगत रही है । 

पूर्व मंत्री ने कहा कि पूरा हरियाणा प्रदेश इस समय अभूतपूर्व बिजली संकट से जूझ रहा है , उद्योगों से लेकर शहरी , कस्बों व गाँवो में लंबे लंबे कट का रोस्टर जारी कर दिया गया है  जो बेहद चिंताजनक है । 

श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार अडानी ग्रुप पर  मेहरबानी दिखाते हुए पिछले 1 साल से 2.94 रुपये प्रति यूनिट की दर से 1421 मेगावाट बिजली आखिर क्यों नही ले रही, जबकि कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2008 में अडानी ग्रुप से 25 वर्ष तक सस्ती बिजली खरीदने का अनुबंध किया हुआ था । कांग्रेस सरकार की सस्ती बिजली के समझौते के बावजूद हरियाणा की मौजूदा भाजपा जजपा सरकार  अन्य विकल्पों से लगभग पांच गुणा महंगी बिजली खरीद कर प्रदेश की जनता पर बोझ डालने का काम कर रही है । 

इसके अलावा पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह ने बेरोजगारी पर बोलते हुए कहा कि मौजूदा हरियाणा सरकार युवाओं के भविष्य को चौपट करने पर तुली हुई है , उन्होंने कहा कि सीएमआईई की ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश मे बेरोजगारी दर 7.84 प्रतिशत है जबकि हरियाणा में बेरोजगारी की दर अन्य राज्यों के मुकाबले 34.5 प्रतिशत पहुंच गई है जो देश मे सर्वाधिक है ।

राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा प्रदेश बेरोजगारी के मामले में लगातार नम्बर 1 बना हुआ है , लगातार 3 साल में प्रदेश के करीबन 10 हज़ार युवा सेना की भर्ती से वंचित हैं , भर्ती के इंतजार में 2 लाख से अधिक युवा ओवरएज हो चुके हैं । हर साल प्रदेश के लाखों युवा भर्ती के लिए तैयारी कर रहे हैं मगर हरियाणा की भाजपा जजपा सरकार युवाओं के भविष्य की पहरेदारी नही कर पा रही है जिसके चलते आज युवा आत्महत्या तक करने पर मजबूर हो रहे हैं ।  

राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदेश में अनेकों स्थानों पर आरोही स्कूल खुलवाने का काम किया मगर हरियाणा सरकार आज उन्हें बंद करने पर उतारू है।

उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि कभी ऑक्सीजन का संकट , कभी कोयले का संकट , कभी रोजगार का संकट , कभी महंगाई का संकट , कभी आपसी भाईचारा खराब होने का संकट और कभी बिजली पानी का संकट , चारों तरफ केवल संकट ही संकट दिखाई पड़ रहे हैं ।