सोहना बाबू सिंगला

एक ओर जहाँ सरकार 24 घण्टे बिजली आपूर्ति किये जाने का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर सोहना कस्बे में बिजली के लिए हाहा कार मचा हुआ है। उपभोक्ताओं को बगैर बिजली के ही रातें गुजारनी पड़ रही हैं। लोगों को 24 घण्टों में से मात्र चन्द घण्टे ही बिजली मिल रही है। वहीं ऐसा होने से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। बिजली के अभाव में पानी व्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। लोगों को अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।

सोहना कस्बे में बिजली के अघोषित कटों से नागरिक परेशान हैं। बिजली के आने व जाने का कोई भी समय निश्चित नहीं है। इस भीषण गर्मी में बगैर बिजली के लोगों का जीना मुहाल होकर रह गया है। विभाग दिन भर में दर्जनों बार बिजली के कट लगा देता है। जिससे बिजली उपकरण भी फेल होकर रह गए हैं। नागरिकों ने बिजली समस्या जल्द नियमित न किये जाने पर आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है। लोगों का आरोप है कि विभाग अधिकारी व कर्मचारी अपनी मनमानी चलाते हैं। जिसके कारण बिजली संकट पैदा हो रहा है।

लोगों का कारोबार ठप्प …………कस्बे में बिजली न होने पर लोगों का कारोबार भी ठप्प हो गया है। ऐसे कारोबारी बिजली के न होने पर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। जिनके सामने भूखे मरने तक की नोबत आ गई है। बिजली के अभाव में बिजली के उपकरणों का धंधा भी चौपट हो गया है।

फाल्ट नहीं होते ठीक …………सोहना बिजली विभाग में कर्मचारी अपनीं मनमानी के लिए चर्चित हैं। जो बिजली फ़ॉल्ट को घण्टों तक ठीक नहीं करते हैं। तथा नागरिकों को बगैर बिजली के ही रहना पड़ता है।

क्या कहते हैं नागरिक …………सोहना कस्बे के जागरूक नागरिक समाजसेवी चंदर मोंगिया, राजू मित्तल, नवीन गोयल, आनंद गर्ग, एडवोकेट मनोज गोयल,प्रवीण कुमार बॉबी,आशीष जैन,अमित गर्ग,कमल बंसल,दीपक गर्ग,योगेश गर्ग,मयंक मनचंदा,ललित शर्मा,सागर गर्ग,अशोक गर्ग,आदि कहते हैं कि विभाग को अपनी कार्य शैली को सुधारना होगा। लोगों ने जल्द ही बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की तो आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है।

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