गुरुग्राम के इतिहास में अभी तक का सबसे बड़ा और भयंकर अग्नि कांड.
मानेसर नगर निगम का सेक्टर 6 आसमसन छूती आग की लपटो से लाल.
मानेसर नगर निगम इलाके मे करीब 20 एकड़ क्षेत्रफल में फैली भयंकर आग.
एक महिला और एक कुत्ता आग की भेंट चढ़ा, कई अन्य आग में झुलस गए.
आधा दर्जन जिलों तथा एक दर्जन निजी सेक्टर की फायर ब्रिगेड पहुंची.
सेक्टर 6 काकरोला गांव में लगी आग की लपटें सेक्टर 9 10 तक दिखी

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम । जिला गुरुग्राम के दूसरे और हरियाणा के 11वें नगर निगम मानेसर के सेक्टर 6 के इलाके में सैकड़ों झुग्गियों में रहने वाले गरीब लोगों के लिए मंगलवार अमंगल साबित हुआ है । सोमवार-मंगलवार मध्य रात्रि को तेज हवा और आंधी के बीच अचानक आइएमटी मानेसर नगर निगम के सेक्टर 6 में गांव काकरोला इलाके की झुग्गी बस्ती में आग भड़क गई । आग इतनी तेजी से और भयंकर तरीके से भड़कती चली गई कि आसमान आग की लपटों से लाल हो गया । सेक्टर 6 में लगी आग की लपटें सेक्टर 9 और 10 तक रात के समय दूर से ही दिखाई दे रही थी । आग क्यों और कैसे लगी ? इसका तत्काल पता नहीं लग सका है ।

लेकिन लाख टके का सवाल यह है कि करीब 20-25 एकड़ क्षेत्रफल में झुग्गियों में लगी का मानेसर नगर निगम को ही देना होगा इसका जवाब ! हरियाणा के मानचित्र पर औद्योगिक नगरी के रूप में स्थापित मानेसर नगर निगम के दायरे में ही आखिर इतनी बड़ी संख्या में झुग्गियां कब और कैसे बनती रही, इसकी कानो कान किसी को भनक तक नहीं लगी या फिर मानेसर नगर निगम प्रशासन और अधिकारी अपनी आंखें ही बंद किए रहे। आग को बुझाने के लिए आसपास के करीब आधा दर्जन जिलों के साथ ही एक दर्जन प्राइवेट सेक्टर की फायर ब्रिगेड गाड़ियों की मदद ली गई । इसी बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आग कितनी भयंकर और विकराल रही होगी ।

जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात करीब 10 बजे अचानक लगी आग पर मंगलवार सुबह 6 बजे काबू पाया जा सका। लेकिन इसके बावजूद भी झुग्गी बस्ती में जो कबाड़ इत्यादि पड़ा हुआ था, उसमें से धुएं के गुबार यही चुगली कर रहे थे कि आग अभी पूरी तरह से बुझ नहीं सकी है । इस भयंकर आग की चपेट में आने से एक महिला और एक कुत्ते की मौत हो गई । वहीं करीब आधा दर्जन लोग आग की चपेट में आने के बाद उपचाराधीन बताए गए हैं । आंधी और तेज हवा के बीच अचानक लगी आग और अधिक भड़कने का कारण झुग्गियों में रहने वाले लोगों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले छोटे गैस के सिलेंडर आग के कारण जलने और फटने बताए गए हैं। कथित रूप से गैस के छोटे सिलेंडर फटने के कारण आग और भी अधिक तेजी से फैलती चली गई । जैसे ही शासन-प्रशासन और अग्निशमन विभाग को मानेसर नगर निगम इलाके के सेक्टर 6 में आग लगने की जानकारी मिली तो सामान्य आग मानकर मौके पर पहुंचे। दमकल विभाग के कर्मचारियों के पांव तले जमीन खिसक गई , जब उन्होंने सुलगती आग का विकराल रूप देखा । इसके बाद में आसपास के रेवाड़ी झज्जर फरीदाबाद पलवल अन्य जिलों के फायर ब्रिगेड विभाग से संपर्क किया गया । वही बड़े प्राइवेट सेक्टर के औद्योगिक प्रतिष्ठानों से भी उनकी दमकल गाड़ियां आग पर काबू पाने के लिए मंगवाई गई।

गुरुग्राम के आईएमटी मानेसर में आग ने ऐसा तांडव मचाया की करीब 25 एकड़ में फैली झुग्गियों और कबाड़ को जलाकर पूरी तरह से राख कर दिया। रात करीब 10 बजे लगी आग की लपटों ने देखते ही देखते पूरे इलाके को अपनी आगोश में ले लिया।  तेज हवाओं के साथ उसकी आग की लपटें और धुआं के गुबार से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया। आग पर काबू पाने के लिए 50 से ज्यादा दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची,  लेकिन आग इतनी भयंकर थी की घंटों की मशक्कत के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया गया। 12 घंटे बीत जाने के बाद भी आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका । इस दौरान आग में झुलसने से एक महिला की मौत भी हो गई और वहां बंधे एक पालतू कुत्ता जिंदा ही आग में झुलस कर मर गया । आधा दर्जन  गरीब लोग घायल हो गए, जिनको अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया गया है।  आईएमटी मानेसर के सेक्टर-6 के कांकरोला गांव में खाली पड़े इस इलाके में करीब 25 एकड़ में कबाड़ के गोदाम बनाए हुए थे । यही नहीं इसके आसपास सैकड़ों झुग्गियों भी बनी हुई थी जो इस आग की चपेट में आ गई और राख में तब्दील हो गई।

झुग्गी में रहने वाले लोगों का जो सामान आग में जलाकर  राख होगया, उसमें अपना बचा कुचा सामान ढूंढते रहे। जैसे तैसे एक-एक सामान इन्होंने अपने गुजर-बसर के लिए इकट्ठा किया था । रात को लगी आग के बाद अपना और अपने बच्चों का पेट भरे पाएंगे। क्योंकि इनका सारा सामान जलकर राख हो गया है । ना उनके पास खाने के लिए कुछ है और ना अब इनके सर पर सर छुपाने के लिए छत बची है। अब यह कैसे चिलचिलाती धूप में अपने बच्चों को छुपा पाएंगे । इस भीषण आग ने न केवल कबाड़ और झुग्गियों को अपनी आगोश में लिया, बल्कि वहां खड़े दर्जनों वाहनों को भी जलाकर राख कर दिया। तेज हवाओं के बीच आग इतनी तेजी से फैली कि वहां रह रहे लोग अपनी जान बचाकर बड़ी मुश्किल से बाहर निकले । इस  भीषण आग में आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। जिसमे 2 लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया।

आसपास के लोगों की माने तो तेज हवाओं के चलते यह आग पूरे इलाके में फैल गई। आसपास के गांव के लोगों ने इस आग में फंसे लोगों की मदद की और उन्हें बाहर निकाला । मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तेज हवाओं के साथ आग की लपटें आगे बढ़ती चली गई । हालांकि पुलिस के जवान और दमकल कर्मियों ने आग और ज्यादा ना फैले इस को ध्यान में रखते हुए आसपास के इलाके को पूरी तरह से खाली करा लिया गया। गुरुग्राम ही नहीं बल्कि रेवाड़ी, झज्जर, पलवल, फरीदाबाद और बहादुरगढ़  से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को बुलाया गया।  इसके अलावा दर्जनों की संख्या में मौके पर एंबुलेंस और बड़ी संख्या में पुलिस के जवान और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे । सेक्टर 6 के इस खाली पड़े एरिया के आसपास पूरा औद्योगिक क्षेत्र है । आग और आगे ना फैले इस को ध्यान में रखते हुए दमकल कर्मियों की तरफ से आसपास के इलाकों को खाली करा वहां पानी का छिड़काव किया गया । क्योंकि तेज हवाओं के साथ आग की लपटें लगातार आगे बढ़ रही थी लेकिन बड़ी मशक्कत के बाद भी आग पर काबू पाया नहीं गया ।

इस आगजनी के मामले में फायर ऑफिसर नरेंद्र सिंह का कहना है कि गुरुग्राम के आईएमटी मानेसर के सेक्टर 6 के करीब 25 एकड़ जमीन पर कबाड़ के गोदाम बने हुए थे । यही नहीं बड़ी मात्रा में पिछले काफी समय से  कबाड़ रखा हुआ था। आग के कारणों का तो मालूम नहीं हुआ , लेकिन देखते ही देखते इस आग ने पूरे कबाड़ और आसपास की झुग्गियों को अपनी आगोश में ले लिया और पूरी तरह से जलाकर राख कर दिया। इस घटना में दर्जनों वाहन आग में समा गए तो वही एक शराब का ठेका भी जलकर खाक हो गया। इस घटना में घायल लोगों को जिला प्रशासन की तरफ से तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया । वही स्थिति ना बिगड़े , इस को मध्य नजर रखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को भी मौके पर तैनात कर दिया गया। 

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