बिजली घर परिसर में धरने पर बैठने के बाद झोझू एसडीओ ने बाढड़ा पहुंचकर भाकियू का ज्ञापन लेकर उन्हें करवाया शांत

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

25 अप्रैल,बाढड़ा उपमंडल के गांवों में लगातार बिजली किल्लत को लेकर लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बाढड़ा बाजार सहित क्षेत्र के गावों में शेड्यूल के अनुसार बिजली आपूर्ति न होने व अघोषित कटों के कारण लोगों में रोष बना हुआ है। इसी के चलते क्षेत्र के लोगों सोमवार को भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई बाढड़ा के छोटूराम किसान भवन में एकत्रित होकर नारेबाजी की। उसके बाद वे रोष प्रदर्शन करते हुए करते हुए बाढड़ा बिजलीघर पहुंचे जहां उन्होंने बिजली निगम व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जताया।

रोष जता रहे लोग समस्या के समाधान की मांग को लेकर बिजलीघर परिसर में ही बैठ गए। भाकियू पदाधिकारियो ने कहा कि जब कोई अधिकारी उनका ज्ञापन लेने आएगा उसी के बाद वे यहां से वापिस जाएंगे। हालांकि भाकियू पदाधिकारियों ने बाढड़ा एसडीएम के मार्फत बिजलीमंत्री के नाम ज्ञापन लिखा था और बाढड़ा एसडीएम अपने कार्यालय में मौजूद भी थे। लेकिन उनकी मांग थी कि अधिकारी बिजलीघर में उनके बीच आकर ज्ञापन ले। बाढड़ा एसडीओ नरेंद्र कुमार अवकाश पर होने के चलते बाद में भाकियू पदाधिकारियों ने फोन के माध्यम से बिजली निगम के चरखी दादरी कार्यकारी अभियंता से बात की जिसके बाद उन्होंने झोझू के एसडीओ सतीश चंद को बाढड़ा बिजलीघर भेजा। जिन्होंने वहां पहुंचकर भाकियू का ज्ञापन लेकर उनकी मांग उच्चअधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद भाकियू पदाधिकारी शांत हुए व छोटूराम किसान भवन को लौट आए।

तीन दिन में मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन धरने की दी चेतावनी।

बीते कुछ दिनों से बाढड़ा क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की खासी समस्या बनी हुई है। जिसके चलते तेजी गर्मी के मौसम में बिजली के लगने वाले कटों से लोगों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। वहीं दो से तीन घंटे बिजली आपूर्ति होने के कारण सिंचाई के अभाव में किसानों का कपास बिजाई का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। इसी को देखते हुए भाकियू पदाधिकारियाें, किसानों व दूसरे सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए लोगों ने भाकियू जिला प्रधान धर्मपाल बाढड़ा, जिला महासचिव हरपाल भांडवा की अगुवाई में सोमवार को बिजलीघर पर पहुंचकर प्रदर्शन कर सुचारु रुप से बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की। जिसमे उन्हेांने कृषि कार्यों के लिए प्रतििदन आठ घंटे व बाजार व घरेलू उपभोक्ताओं को जगमग योजना के तहत 24 घंटे बिजली देने की मांग की। आगमी दो से तीन दिनों में उनकी मांग पूरी नहीं होने पर उन्होंने अनिश्चितकालीन धरना शुरु करने की चेतावनी दी है।