चण्डीगढ़, 21 अप्रैल – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज विश्वविद्यालयों से इनोवेशन, इनक्यूबेशन, स्किल डेवलपमेंट और उद्यमशीलता (एंटरप्रेन्योरशिप) पर विशेष ध्यान देने का आह्वान करते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में विश्वविद्यालयों को काम करना चाहिए।

राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय गुरूवार जे.सी बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में विश्वविद्यालय की कोर्ट की बैठक अध्यक्षता कर रहे थे।

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों को उभरती प्रौद्योगिकियों और युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईटोटी), ब्लॉकचेन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग और साइबर सुरक्षा ऐसे उभरते क्षेत्र हैं जहां पर खास ध्यान देने की आवश्यकता है।

उन्होंने विश्वविद्यालयों से छात्रों में उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने का भी आह्वान करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों में अभिनव एवं नए विचार उभरने चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को 30 से 40 प्रतिशत छात्रों को रोजगार के बजाय उद्यमिता को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालयों से अनुसंधान और नवाचार गतिविधियों में अपने बजटीय आवंटन को बढ़ाने का भी सुझाव दिया।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग सहित समाज के कमजोर वर्गों के छात्रों पर एक मूल्यांकन रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र हो सकते हैं जो कमजोर वर्ग या ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हों और हीन भावना के कारण पढ़ाई में पिछड़ रहे हैं। ऐसे छात्रों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि छात्रों ने कोरोना महामारी में दो बहुमूल्य वर्ष खो दिये हैं। विश्वविद्यालय को विशेष कक्षाएं संचालित करके उन वर्षों को कवर करने की भी योजना बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों से लोगों को सकारात्मक परिणामों की उम्मीद है।

बैठक में वर्ष 2020-21 की वार्षिक रिपोर्ट एवं वार्षिक लेखा तथा वर्ष 2022-23 के बजट अनुमानों को अनुमोदित किया गया। राज्यपाल को विश्वविद्यालय परिसर में जिला पुलिस प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

बैठक के दौरान कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने बताया कि विश्वविद्यालय की मेजर डिग्री के साथ-साथ कौशल आधारित माइनर डिग्री पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय की अगले सत्र से ड्रोन रोधी तकनीक और सामाजिक समरसता जैसे पाठ्यक्रम भी शुरू करने की भी योजना है। कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने राज्यपाल को अवगत कराते हुए कहा कि विश्वविद्यालय पहले से ही सभी छात्रों के लिए समय-समय पर विशेष कक्षाएं संचालित कर रहा है।

इस अवसर पर, कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग के अलावा सभी डीन, चेयरपर्सन और विश्वविद्यालय कोर्ट के सदस्य उपस्थित थे।

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