सुरेश गोयल धूप वाला

हिसार :18 अप्रैल – विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय सयुंक्त महामंत्री डॉ सुरेन्द्र जैन का यह व्यक्तव्य पूरी तरह सही है कि केंद्र सरकार को तत्काल प्रभाव से वक्फ बोर्ड को समाप्त करने की कार्यवाही शुरू करनी चाहिए। यह बात आज भाजपा नेता सुरेश गोयल धूप वाला ने प्रेस को जारि अपने एक ब्यान में कही।

उन्होंने कहा कि यह बात पूरी तरह सत्य है कि इसके माध्यम से आंतकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। वक्फ बोर्ड का उद्देश्य तो यह बताया जाता है कि इससे होने वाली आय को मदरसों , मस्जिदों गरीबो की मदद आदि में खर्च की जाती है , परंतु यह बात सर्वविदित है कि इसकी होने वाली आमदनी का अधिकतर हिस्सा समाज विरोधी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में ही खर्च किया जाता रहा है। सुरेश गोयल ने कहा कि रामनवमी महापर्व के अवसर पर की गई आतंकवादी घटनाओं में वक्फ बोर्डो की महत्व पूर्ण भूमिका होने व आंतकवादियों को आर्थिक मदद से इंकार नही किया जा सकता । कई जिला प्रशासन स्तर पर इसके सबूत भी इकठे किये जा रहे हैं, औऱ इसकी पूरी हकीकत भी देशवासियों के सामने आएगी ही।

उन्होंने कहा कि डॉ सुरेंदर जैन का यह कथन पूरी तरह सही है कि देश की आजादी के बाद सबसे बड़ा वैध घोटाला वक्फ बोर्ड है। यह बात भी पूरी तरह सही है कि देश हित व देश के विकास में इनका कोई योगदान नही है। वक्फ बोर्ड के नाम पर पूरे देश मे अवैध कब्जे है । 1947 में बंटवारे के समय जो मदरसे मस्जिदे व मुस्लिम धार्मिक -सामाजिक संस्थान छोड़ कर चले गए थे उन पर बाद में अधिकतर पर वक्फ बोर्ड ने अपना कब्जा जमा लिया । होना तो यह चाहिए था कि पाकिस्तान में अपनी जमीन मकान जायदाद मंदिर , धर्मशालाए पाठशालाएं छोड़ कर आए हिन्दू परिवारों को स्थायी अधिकार दे दिया जाता व उनके नाम पर स्थायी रजिस्ट्रियां कर दी जाती। या ऐसी संस्थाएं हिन्दु संस्थाओं को स्थान्तरित कर दी जाती जो उनकी पाकिस्तान में रह गई थी।

मेरी जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में भारत की तरह कोई वक्फ बोर्ड नही है जो अपने मंदिरों धार्मिक स्थलों की स्वयं रक्षा कर सके । फिर भारत मे ही क्यों वक्फ बोर्ड गठित करने की आवश्यकता महसूस की गई । उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण यही रहा है कि आजादी के बाद से ही कांग्रेस पार्टी मुस्लिम कार्ड खेलती रही है । वह वोट बैंक की राजनीति कर सत्ता हासिल कर सत्ता सुख भोगने का ही कार्य किया है।

वक्फ बोर्ड द्वारा धार्मिक आधार पर किराएदारों को परेशान करने के मामले स्थानीय स्तर पर समय समय पर सामने आते रहें है। अनेक मामले तो न्यायालय में लंबे समय से पेंडिंग पड़े है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों का निदान अति शीघ्र हो व वक्फ बोर्ड भंग कर दिए जाएं।