2015 में मुख्यमंत्री खट्टर ने कक्षाएं तो शुरू करवा दी, सात साल से वे भूल गए एक सरकारी कालेज खोला था : विद्रोही

जो भाजपा सरकार सात साल में रेवाडी में एक छोटे से सरकारी ब्यायज कालेज के लिए जमीन तक उपलब्ध नही करवा पाई, उस सरकार से दक्षिणी हरियाणा की जनता माजरा मनेठी में एम्स जैसे बड़े मेडिकल संस्थान बनाने की आशा सजोये हुए है : विद्रोही

16 अप्रैल 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि विगत एक साल से राजकीय ब्यायज कालेज रेवाडी के भवन निर्माण करके इस कालेज के लिए स्थाई आशियाना बनाने की बजाय भाजपा के निर्वाचित जनप्रतिनिधि, नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की औच्छी राजनीति करके अपने-अपने निजी राजनीतिक स्वार्थ तो साध रहे है, लेकिन इस कालेज का भवन बने, इस पर रत्तीभर भी गंभीर व ईमानदार नही है। विद्रोही ने कहा कि वर्ष 2015 में मुख्यमंत्री खट्टर ने रेवाडी में राजकीय माध्यमिक विद्यालय स्कूल में अस्थाई रूप से राजकीय ब्यायज कालेज की कक्षाएं तो शुरू करवा दी, पर सात साल से वे भूल गए कि कभी उन्होंने रेवाडी में एक सरकारी कालेज खोला था। मुख्यमंत्री के इस उदासीन व उपेक्षापूर्ण रवैये का यह दुष्परिणाम है कि राजकीय ब्यायज कालेज का भवन निर्माण होना तो दूर की बात, अभी तक इस कालेज के लिए भूमि का भी आवंटन नही हुआ है। 

सवाल उठता है जो सरकार सात साल से एक कालेज के लिए रेवाडी में एक जमीन का टुकडा तक उपलब्ध नही करवा पाई, वह सरकार रेवाडी-अहीरवाल के विकास, जनसराकारों के प्रति कितनी गंभीर व ईमानदार है, यह बताने की जरूरत नही। विद्रोही ने कहा कि रेवाडी के इस कालेज के भवन निर्माण के लिए कथित रूप से एक हुड्डा सैक्टर में 5.32 एकड़ जमीन अलॉट करने की नौटंकी तो की गई, लेकिन वह जमीन कालेज के नाम स्थानातंरित करने से पहले ही हुडा ने दो साल पूर्व उस अलॉटमैंट को भी रद्द कर दिया था। विगत सात सालों से रेवाडी के सरकारी माध्यमिक स्कूल में अस्थाई रूप से बिना सुविधाओं के इस कालेज को चलाया जा रहा है जिसमें 374 छात्र अध्यनरत है। पर इस कालेज का भवन कब बनेगा या बनेगा ही नही, कोई नही जानता। यहां से चुने हुए भाजपा के सांसद, विधायक व मंत्री इस कालेज के भवन निर्माण करवाने के प्रति जरा भी गंभीर नही है। 

विद्रोही ने कहा कि रेवाडी-अहीरवाल के हर विकास प्रोजेक्टों कीे विगत सात सालों से यही कहानी है। महत्वपूर्ण परियोजनाएं क्या तो अधूरी पडी है यो कछुआ गति से कार्य हो रहा है। सैनिक स्कूल गोठडा-पाली, रीजनल सैंटर कृष्ण नगर भवन भाजपा सरकार आठ सालों से नही बना पा रही है। सात साल पूर्व घोषित मनेठी-माजरा एम्स कब बनेगा, किसी को नही पता। 2014 में बजट में स्वीकृत माजरा श्योराज मेडिकल कालेज ठंडे बस्ते में है। अहीरवाल के विभिन्न कालेजों, अस्पतालों के भवन बन ही नही पा रहे है। भाजपा सरकार की अहीरवाल के लिए घोषित हर विकास परियोजना कछुआ गति से चल रही है। विद्रोही ने कहा कि विकास को लेकर दो बाते साफ है, यहां के निर्वाचिते भाजपा  जनप्रतिनिधि नकारा है व मुख्यमंत्री खट्टर अहीरवाल के विकास के प्रति राजनीतिक कारणों से द्वेष रखकर खुलेआम भेदभावपूर्ण सौतेला व्यवहार कर रहे है। वहीं अहीरवाल की जनता भी संघी भक्ति धून पर नाचकर अपने पैरो पर स्वयं फिर कुल्हाडी मारने को उतारू है। आश्चर्य तो इस बात पर है कि जो भाजपा सरकार सात साल में रेवाडी में एक छोटे से सरकारी ब्यायज कालेज के लिए जमीन तक उपलब्ध नही करवा पाई, उस सरकार से दक्षिणी हरियाणा की जनता माजरा मनेठी में एम्स जैसे बड़े मेडिकल संस्थान बनाने की आशा सजोये हुए है जो पता नही कब पूरी होगी या भविष्य में जाकर इसमें भी राड़े अटका दिये जायेंगे। 

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