प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ व्यस्त हैं गुरुकमल के उद्घाटन पर
अमृत महोत्सव में मंगल पांडे के बाद जलियांवाला बाग भी भूले धनखड़
गुरुग्राम भाजपा कार्यकर्ताओं में गुरुकमल के उद्घाटन का नहीं दिखाई दे रहा जोश

भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। आज जैसा कि आप ऊपर पढ़ रहे हैं कार्यकर्ताओं को नया कार्यालय और बाबा साहब को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे जेपी नड्डा, यह भाजपा की प्रेस विज्ञप्ति है। उस प्रेस वार्ता में मैंने धनखड़ जी से प्रश्न पूछा कि क्या आपने या किसी और ने मकान का मुहूर्त होते शाम को देखा है? इस पर उन्होंने उत्तर दिया कि आप समझो राष्ट्रीय अध्यक्ष और तीन केंद्रीय मंत्री आ रहे हैं। जब उनका समय मिल जाए, वही मुहूर्त होता है।

इसके बाद उनसे पूछा कि भाजपा तो हिंदुत्व की पार्टी है। यह हिंदू संस्कृति का विशेष ध्यान रखती है तो क्या गुरूकमल का उद्घाटन इस समय ठीक है? तो उनका उत्तर था कि सब ठीक है, हर समय भगवान का बनाया हुआ है और हर समय अच्छा होता है। शायद वह जानते थे कि आज बृहस्पति राशि परिवर्तन कर रहा है, मीन राशि में आ गया है और कल सूर्य की सक्रांति है। सूर्य सक्रांति में हिंदू धर्म में शुभ कार्य निषेध हैं। इसके अतिरिक्त बृहस्पति गृह ने भी आज राशि परिवर्तन किया है। अत: वह शैशव काल में है। यह तो हुई ज्योतिषीय भाषा। आम भाषा में जब ग्रह राशि बदलता है तो उसे अपना बल प्राप्त करने में कुछ समय लगता है और बृहस्पति ग्रह का तो हमारे सौरमंडल में शुभ कार्यों के लिए बहुत अधिक महत्व है।

इसके पश्चात आज बैशाखी है और बैशाखी का नाम याद आते ही देशप्रेमियों के मन में जलियांवाला बाग की याद आ जाती है। जनरल डायर द्वारा किया गया नरसंहार इतिहास की घिनौनी यादों में से एक है। सो मैंने उनसे पूछा कि सर आप शहीद मंगल पांडे को तो भूल गए थे और आज जनरल डायर को भी भूल गए तो उन्होंने कहा कि नहीं, मैंने जलियांवाला बाग के बारे में वक्तव्य दिया है। उनका वह वक्तव्य उनकी प्रेस विज्ञप्ति में भी नहीं है लेकिन आजादी के अमृत महोत्सव में प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ शहीदों को बहुत नमन कर रहे हैं और गुमनाम शहीदों की खोज में लगे हैं और प्रदेश में देशभक्ति का वातावरण बनाना उनका लक्ष्य है और उसी लक्ष्यपूर्ति के लिए वह अपनी टीम को लेकर काला पानी भी गए और काला पानी की मिट्टी भी लाए। आजादी के नाम पर एलफर्ड पार्क भी गए और वहां से भी पार्क की मिट्टी लाए तो अमृतसर का जलियांवाला बाग तो उन स्थानों से बहुत नजदीक था।

अत: भाजपा के कार्यकर्ता और प्रदेशवासी सोच रहे थे कि इस बार अमृत महोत्सव के वर्ष में जलियांवाला बाग के शहीद हुए लोगों को भी याद किया जाए। परंतु शायद प्रदेश अध्यक्ष गुरूकमल के उद्घाटन अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के सम्मान और तीन केंद्रीय मंत्रियों का सम्मान कैसे करेंगे, उन्हीं व्यवस्थाओं में उलझे रहे और देश के शहीदों को भूल गए।

अब बात करें गुरुग्राम में भाजपा कार्यकर्ताओं की तो ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा कार्यकर्ताओं में मायूसी है, क्योंकि इतने विशाल कार्यालय में उन्हें केवल ग्राउंड फ्लोर पर ही अपने कार्यालय के लिए स्थान मिलेगा। दूसरे कार्यक्रम की तैयारियों में प्रदेश की टीम लगी है। लगता है कि प्रदेश अध्यक्ष को जिले की टीम पर विश्वास कम है और कार्यकर्ताओं का मन ऐसी बातों को बड़ी जल्दी महसूस करता है।

हमें ज्ञात हुआ कि एक मीटिंग में भाजपा के पुराने वरिष्ठ कार्यकर्ता भानीराम मंगला ने प्रश्न उठाया कि जब इतना भव्य कार्यालय बन रहा है तो वरिष्ठ भाजपाइयों को भी अवश्य याद करना चाहिए जो छोटे-छोटे कमरों और मुनीम मार्केट के कार्यालय में बैठकर पार्टी के लिए संघर्ष करते रहे। इस बात का कोई उत्तर प्रधान दे नहीं पाए और उन्होंने भानीराम मंगला और राष्ट्र दहिया को यह जिम्मेदारी दे दी कि वह सभी पुराने कार्यकर्ताओं को ढूंढकर इस मौके पर आमंत्रित करें।

यह कार्यवाही इस बात को सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है कि वर्तमान में भाजपा में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं है, न उन्हें पार्टी के कोई समाचार दिए जाते हैं और स्थिति यहां तक है कि दोनों जिम्मेदार आदमी भानीराम मंगला और राष्ट्र दहिया अनेक लोगों से पूछ पुराने कर्मठ कार्यकर्ताओं को ढूंढ रहे हैं।

अब देखना यह है कि हिंदू संस्कारों और अपने आपको हिंदुत्व की प्रबल हिमायती कहने वाली पार्टी का बिना मुहूर्त के उद्घाटन हुआ कार्यालय भाजपाइयों के लिए अच्छे संदेश लाएगा या कुछ अवरोध पैदा करेगा और शायद यही कारण है कि प्रदेश अध्यक्ष कुछ अव्यवस्थित  नजर आते हैं।

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