• बाजार में एक नींबू 15 रुपये का बिक रहा, गरीबों को नींबू-पानी भी मिलना दूभर हुआ – दीपेंद्र हुड्डा• रुपये की कीमत गिरती जा रही है महंगाई बेरोजगारी बढ़ती जा रही है – दीपेंद्र हुड्डा• डीजल और पेट्रोल के दाम इसी स्पीड से बढ़ते रहे तो कुछ ही समय में 150 रुपये लीटर होगी कीमत – दीपेंद्र हुड्डा रेवाड़ी, 10 अप्रैल। सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज रेवाड़ी में कई सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे। सेक्टर 19 में स्व. राजेंदर ठेकेदार के सुपुत्र दिनेश ठेकेदार द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि महंगाई और घटते रोजगार ने आम लोगों की नींद हराम कर दी है। बेरोजगारी, महंगाई बढ़ने से आम लोगों पर चौतरफा मार पड़ रही है। हालत ये हो गयी है कि बाजार में एक नींबू 15 रुपये का बिक रहा है। गरीब आदमी जो इस चिलचिलाती गर्मी में नींबू पानी पीकर गुजारा कर लेता था, अब नींबू पानी भी उसकी पहुंच से बाहर हो गया है। रोजाना बढ़ते डीजल और पेट्रोल के दामों ने आम गरीब व मध्यम वर्ग को गरीबी के कुचक्र में फंसा दिया है। अगर इसी स्पीड से डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ते रहे तो कुछ ही समय में 150 रुपये लीटर कीमत पहुंच जायेगी। पेट्रो उत्पादों की कीमतें बढ़ने का सीधा असर आम लोगों के रोजमर्रा के जीवन पर पड़ रहा है। इसके कारण बढ़ती महंगाई से लोगों में हा-हाकार मचा हुआ है। इस दौरान प्रमुख रूप से विधायक चिरंजीव राव मौजूद रहे। दीपेंद्र हुड्डा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन द्वारा कला सदन में आयोजित जॉब फेयर कार्यक्रम में कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते रुपये की कीमत गिरती जा रही है और महंगाई के साथ-साथ बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय डॉलर की कीमत 60 रुपये थी जो आज 75 रुपये पार हो गयी है। भाजपा ने चुनाव से पहले 2014 में देश से वादा किया था कि हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार मिलेगा। अगर इसका हिसाब लगाया जाए तो 8 साल में 16 करोड़ रोजगार मिलने चाहिए थे। देश में करीब 32 करोड़ घर हैं और हर एक घर को छोड़कर दूसरे घर में रोजगार मिलना चाहिए था। लेकिन, रोजगार मिलना तो दूर भाजपा राज में लगातार रोजगार छिनते जा रहे हैं। इस दौरान सांसद दीपेंद्र हुड्डा से ग्रामीणों ने शिकायत करी कि हुड्डा सरकार के समय आपके द्वारा मंजूर कराये गये प्रोजेक्ट हरियाणा से चले गये। इस पर सांसद ने बताया कि गुरुग्राम के गांव बिनोला में 205 एकड़ जमीन पर राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय की आधारशिला वर्ष 2013 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने रखी थी। इसके बाद केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गयी और रक्षा विश्वविद्यालय का काम ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इसी प्रकार झज्जर के गांव बाढसा में एम्स परिसर में मंजूर कराये गये 11 राष्ट्रीय संस्थानों का काम भी ठप करा दिया। इसके अलावा, रेल कोच फैक्ट्री व महम में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दूसरे प्रदेशों में भेज दिया। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बीते आठ वर्षों में भाजपा सरकार ने प्रदेश के हितों पर कुठाराघात किया है और राजनीतिक वजहों से हमारे द्वारा हरियाणा के लिये मंजूर करायी गयी बड़ी परियोजनाओं को या तो रद्द कर दिया या दूसरी जगहों पर भेज दिया। Post navigation जनप्रतिनिधि नौकरी करने की सोच के साथ तो चुनाव नही लड़तेे, उन्हे पैंशन देने का औचित्य ही समझ से परे : विद्रोही मोदी-भाजपा, संघी ही यदि पिछडा वर्ग हितैषी है तो फिर इन वर्गो का विरोधी कौन है ? विद्रोही